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वरदान से कम नहीं लाल साग के पत्ते

HARRY
7 May 2023 6:42 PM GMT
वरदान से कम नहीं लाल साग के पत्ते
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डाइट में शामिल करने से कंट्रोल में रहेगा Sugar Level
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | डायबिटीज गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल से जुड़ी एक बीमारी है। 10 में से एक व्यक्ति इस खतरनाक बीमारी से जूझ रहा है। ऐसे में इस बीमारी से अपना बचाव करने के लिए अपने खान-पान का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक होता है।
यहां आम लोगों में ब्लड शुगर की मात्रा 100 से नीचे होती है वहीं डायबिटीज रोगियों में शुगर लेवल 130 से ज्यादा होता है। ऐसे में वैज्ञानिकों ने सब तरह के फूड्स को ग्लाइसेमिक इंडेक्स में रैंकिंग दी हुई है जिन फूड्स में ब्लड शुगर बढ़ाने का खतरा ज्यादा होता है उन्हें ग्लाइसेमिक इंडेक्स में ऊपर रखा जाता है वहीं जिन फूड्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है वो फूड्स नीचे रखे जाते हैं।
डायबिटीज रोगियों को डॉक्टर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाने की सलाह देते हैं। तो चलिए आज आपको एक ऐसा ही फूड बताते हैं जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता हैं...
लाल पालक साबित होगी वरदान
डायबिटीज के रोगियों को एक्सपर्ट्स कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने की सलाह देते हैं। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड ब्लड शुगर कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। कम ग्लाइसेमिक फूड्स में से एक है लाल पालक। लाल पालक हरी सब्जियों के रुप में ही गिना जाता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।इसके अलावा लाल पालक में एंथोसायनिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट्स भी होता है जिसके कारण इसका रंग लाल होता है।कैसे कंट्रोल करती है ब्लड शुगर?
एक्सपर्ट्स की मानें तो डायबिटीज रोगियों के लिए लाल पालक काफी लाभाकारी मानी जाती है।
इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है और यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें डाइट्री फाइबर भी पाया जाता है ऐसे में यह ग्लूकोज के बढ़ते स्तर को कम करके ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करती है। इसके अलावा लाल पालक में फ्लेवोनॉएड्स मौजूद होते हैं जिसमें एंटीडायबिटीक गुण भी पाए जाते हैं। यह शुगर के एब्जोर्ब्शन को धीमा करती है जिसके कारण यह धीरे-धीरे खून में जाती है। इससे खून में शुगर की मात्रा नहीं बढ़ती।किसी वरदान से कम नहीं लाल साग के पत्ते, डाइट में शामिल करने से कंट्रोल में रहेगा Sugar Level
डायबिटीज गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल से जुड़ी एक बीमारी है। 10 में से एक व्यक्ति इस खतरनाक बीमारी से जूझ रहा है। ऐसे में इस बीमारी से अपना बचाव करने के लिए अपने खान-पान का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक होता है। यहां आम लोगों में ब्लड शुगर की मात्रा 100 से नीचे होती है वहीं डायबिटीज रोगियों में शुगर लेवल 130 से ज्यादा होता है।
ऐसे में वैज्ञानिकों ने सब तरह के फूड्स को ग्लाइसेमिक इंडेक्स में रैंकिंग दी हुई है जिन फूड्स में ब्लड शुगर बढ़ाने का खतरा ज्यादा होता है उन्हें ग्लाइसेमिक इंडेक्स में ऊपर रखा जाता है वहीं जिन फूड्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है वो फूड्स नीचे रखे जाते हैं। डायबिटीज रोगियों को डॉक्टर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाने की सलाह देते हैं। तो चलिए आज आपको एक ऐसा ही फूड बताते हैं जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता हैं...
लाल पालक साबित होगी वरदान
डायबिटीज के रोगियों को एक्सपर्ट्स कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने की सलाह देते हैं। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड ब्लड शुगर कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। कम ग्लाइसेमिक फूड्स में से एक है लाल पालक। लाल पालक हरी सब्जियों के रुप में ही गिना जाता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।इसके अलावा लाल पालक में एंथोसायनिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट्स भी होता है जिसके कारण इसका रंग लाल होता है।
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कैसे कंट्रोल करती है ब्लड शुगर?
एक्सपर्ट्स की मानें तो डायबिटीज रोगियों के लिए लाल पालक काफी लाभाकारी मानी जाती है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है और यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें डाइट्री फाइबर भी पाया जाता है ऐसे में यह ग्लूकोज के बढ़ते स्तर को कम करके ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करती है। इसके अलावा लाल पालक में फ्लेवोनॉएड्स मौजूद होते हैं जिसमें एंटीडायबिटीक गुण भी पाए जाते हैं। यह शुगर के एब्जोर्ब्शन को धीमा करती है जिसके कारण यह धीरे-धीरे खून में जाती है। इससे खून में शुगर की मात्रा नहीं बढ़ती।
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इसके अन्य ढेरों फायदे
लाल पालक में पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद होता है जो हैल्दी ब्लड सेल्स बनाती है। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर में एनर्जी भी कम नहीं होती। इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होने के कारण यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करने में भी मदद करती है। यह शरीर में किसी भी तरह की सूजन नहीं होने देती। डाइट्री फाइबर पाया जाने के कारण यह पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाने में मदद करती है।
किस तरह करें इसका सेवन?
लाल पालक को आप कच्चा खा सकते हैं। यदि आप इसे पकाकर खाते हैं तो इसे ज्यादा न पकाएं। इसके अलावा सलाद के तौर पर भी आप इसका सेवन करसकते हैं। पकाकर खाने के लिए आप गार्लिक और ऑलिव ऑयल के साथ इसका सूप या फिर स्ट्यू बनाकर खाएं। इसके अलावा आप इसे किसी सब्जी में मिलाकर भी खा सकते हैं।
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