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इन 8 बीमारियों का संकेत है तेजी से घटता वजन

Ritisha Jaiswal
10 Sep 2021 3:06 PM GMT
इन 8 बीमारियों का संकेत है तेजी से घटता वजन
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वैसे तो आज के दौर में लोग अपना वजन घटाने के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं. खाना कम कर देते हैं, हेल्दी डाइट पर रहते हैं, जिम जाते हैं, नियमित एक्सरसाइज करते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वैसे तो आज के दौर में लोग अपना वजन घटाने के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं. खाना कम कर देते हैं, हेल्दी डाइट पर रहते हैं, जिम जाते हैं, नियमित एक्सरसाइज करते हैं. लेकिन अगर ऐसा हो कि आपके कुछ किए बिना ही आपका वजन लगातार कम हो रहा है, तो ये आपके फिट या छरहरे होने के संकेत नहीं है, बल्कि इसका रास्ता कई गंभीर बीमारियों की तरफ जाने वाला हो सकता है.हेल्थलाइन डॉटकॉम के अनुसार, आपको थोड़ा अलर्ट होने की जरूरत है. अगर 6 से 12 महीने में आपके वजन का 5 प्रतिशत हिस्सा कम हो गया है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है. हालांकि सभी तरह से वजन का घटना गंभीर नहीं है, यह जीवन बदलने वाली या तनावपूर्ण घटना के बाद हो सकता है. हालांकि, अनजाने में वजन कम होना इन मेडिकल कंडीशंस में से एक का संकेत हो सकता है.

मांसपेशियों की हानि
मांसपेशियों की हानि, जिसे मसल लॉस कहा जाता है, ये अप्रत्याशित वजन घटने का कारण बन सकता है. इसके प्रमुख लक्षण मांसपेशियों में कमजोरी है. आपका एक अंग दूसरे से छोटा भी लग सकता है. दरअसल हमारा शरीर चर्बी का द्रव्यमान (fat mass) और चर्बी रहित द्रव्यमान (fat-free mass) से बना है, जिसमें मांसपेशी, हड्डी और पानी शामिल हैं.
यदि आप मांसपेशियों को खो देते हैं, तो आप अपना वजन कम कर लेंगे. यह तब हो सकता है जब आप कुछ समय के लिए मांसपेशियों का उपयोग नहीं करते हैं. यह उन लोगों में सबसे आम है जो व्यायाम नहीं करते हैं, डेस्क पर काम करते हैं, या बिस्तर पर हैं. आम तौर पर, व्यायाम और उचित पोषण मांसपेशियों के नुकसान को उलट देगा.
ओवरएक्टिव थायराइड
हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism), या अतिसक्रिय थायरॉयड (overactive thyroid), तब विकसित होता है, जब आपकी थायरॉयड ग्रंथि (thyroid gland) बहुत ज्यादा थायराइड हार्मोन बनाती है. ये हार्मोन शरीर में मेटाबॉलिज्म सहित कई कामों को कंट्रोल करते हैं. यदि आपका थायरॉयड अति सक्रिय है, तो आप अच्छी भूख होने पर भी जल्दी से कैलोरी बर्न करेंगे. नतीजा अनजाने में वजन का घटना हो सकता हैहाइपरथायरायडिज्म के संभावित कारणों में तेज और अनियमित हृदय गति, चिंता, थकान, गर्मी बर्दाश्त ना कर पाना, नींद की परेशानी, हाथ कांपना, महिलाओं में कम पीरियड आना.
संधिवात गठिया
रूमेटोइड गठिया (आरए) एक ऑटोइम्यून बीमारी (autoimmune disease) है, जो आपके इम्यून सिस्टम पर आपके जोड़ों की परत के जरिए हमला करती है. ये शरीर की वो दशा है, जिसमें जोड़ों में लगातार दर्द बना रहता है, सूजन हो जाती है. पुरानी सूजन मेटाबॉलिज्म को तेज कर सकती है और पूरा वजन कम कर सकती है. यह आमतौर पर ये आपके शरीर के दोनों जोड़ों को समान प्रभावित करती है. यदि आपको ये बीमारी है, तो आप एक घंटे या उससे अधिक समय तक नहीं चल सकते, अगर ऐसा करने की कोशिश करेंगे, तो आपके जोड़े कठोर महसूस करेंगे. आमतौर पर इसके कारण होते हैं उम्र, जीन (वंशाणु), हार्मोनल चेंज, स्मोकिंग, पैसिव स्मोकिंग, मोटापा, रूमेटोइड गठिया का इलाज आमतौर पर दवा से शुरू होता है.
डायबिटीज
अवांछित वजन घटने का एक अन्य कारण टाइप 1 डायबिटीज है. यदि आपको टाइप 1 डायबिटीज है, तो आपका इम्यून सिस्टम आपके पैनक्रियाज (Pancreas ) में इंसुलिन बनाने वाले सेल्स पर हमला करते है. इंसुलिन के बिना, आपका शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर सकता है. यह हाई ब्लड शुगर का कारण बनता है. आपकी किडनी अनयूज्ड ग्लूकोज को पेशाब के माध्यम से निकाल देती हैं. जैसे चीनी आपके शरीर को छोड़ती है, वैसे ही कैलोरी भी. टाइप 1 डायबिटीज के लक्षण हैं, लगातार पेशाब आना, डिहाइड्रेशन, थकान, धुंधली नज़र, ज्यादा प्यास या भूख. इसके इलाज में दवाएं, व्यायाम और खाने में मीठी चीजें कम करना शामिल है.
अवसाद
वजन कम होना अवसाद यानी डिप्रेशन का एक साइड इफेक्ट हो सकता है, जिसे कम से कम दो सप्ताह तक उदास, खोया या खाली महसूस करने के रूप में परिभाषित किया गया है. ये भावनाएं रोजाना की गतिविधियों में बाधा डालती हैं, जैसे काम पर जाना या स्कूल जाना. डिप्रेशन मस्तिष्क के उन्हीं हिस्सों को प्रभावित करता है, जो भूख को नियंत्रित करते हैं. इससे भूख कम लग सकती है, और अंत में वजन कम हो सकता है. कुछ लोगों में अवसाद भूख को बढ़ा सकता है. इसके लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होते हैं. अवसाद के अन्य लक्षणों में निरंतर उदासी, पसंद की चीजों में कम रुचि लेना, लो एनर्जी, बहुत कम या ज्यादा सोना, और चिड़चिड़ापन आदि आते हैं.
इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज
ज्यादा वजन घटना इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (आईबीडी) यानी सूजन आंत्र रोग का लक्षण हो सकता है. इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज पाचन से संबंधित ऐसी ही एक बीमारी है, जो कई प्रकार की समस्याओं को जन्म दे सकती है. इस बीमारी के कारण पाचन तंत्र में दीर्घकालिक सूजन की समस्या हो सकती है. जिन लोगों को (आईबीडी) की बीमारी होती है, उनमें सामान्य तौर पर थकान, दस्त, ऐंठन, पेट में दर्द और पाचन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. इससे भूख कम लगती है और वजन कम होता है.
टीबी (Tuberculosis)
ज्यादा वजन घटाने का एक अन्य कारण तपेदिक (टीबी) है, ये एक ऐसी संक्रामक स्थिति है जो आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करती है. यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया के कारण होता है. वजन कम होना और भूख कम लगना टीबी के प्रमुख लक्षण हैं. टीबी हवा से फैलती है.
आप बिना बीमार हुए टीबी को पकड़ सकते हैं. यदि आपका इम्यून सिस्टम इससे लड़ सकता है, तो बैक्टीरिया निष्क्रिय हो जाएंगे. इसके लक्षण हैं, 3 सप्ताह या उससे अधिक समय तक खांसी, छाती में दर्द, खून या कफ खांसी, थकान, रात को पसीना आना, ठंड लगना, बुखार आना. टीबी का इलाज आमतौर पर छह से नौ महीने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं के एक कोर्स के साथ किया जाता है.
कैंसर (Cancer)
कैंसर उन बीमारियों के लिए सामान्य शब्द है, जिनके कारण असामान्य सेल्स तेजी से विभाजित और फैलते हैं. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, इसके पहले लक्षणों में 10 पाउंड या उससे अधिक वजन का घटना हो सकता है. अग्नाशय (pancreas), फेफड़े, पेट और अन्नप्रणाली (esophagus) के कैंसर आम है. कैंसर के शुरुआती लक्षणों में बुखार, थकान, दर्द, त्वचा में परिवर्तन हैं. लेकिन कभी-कभी, कैंसर किसी भी लक्षण का कारण नहीं बनता है. इसका इलाज कैंसर के प्रकार पर निर्भर करता है. आमतौर पर दिए जाने वाले इलाज में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी शामिल हैं.


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