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ठंड और प्रदूषण से अपने बच्चों को ऐसे बचाएं...ये तरीका है कामगार

Gulabi
10 Oct 2020 10:42 AM GMT
ठंड और प्रदूषण से अपने बच्चों को ऐसे बचाएं...ये तरीका है कामगार
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सर्दी और बढ़ता पॉल्यूशन बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। सर्दियों में प्रदूषण का स्तर अधिक रहता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सर्दी और बढ़ता पॉल्यूशन बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। सर्दियों में प्रदूषण का स्तर अधिक रहता है, ओस से नम होकर दूषित धूलकण नीचे आ जाते हैं और वातावरण को दूषित करते हैं। इस दूषित हवा से बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है। बच्चों को इस वातावरण से सर्दी, जुकाम और सिर दर्द की शिकायत रहती है, काफी हद तक इससे अस्थमा की परेशानी होने का खतरा भी रहता है। बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, इसलिए उनकी सेहत पर पॉल्यूशन का असर ज्यादा होता है।

सर्दी में पॉल्यूशन की वजह से बच्चों को दूषित हवा से सांस लेने में तकलीफ, सिर व सीने में दर्द, सर्दी-जुकाम, कफ और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती है। बच्चों की सेहत पर वायु प्रदूषण का प्रभाव तेजी से होता है, इसलिए इससे बचाव जरूरी है। आइए जानते हैं कि बच्चों की सेहत पर पॉल्यूशन का असर कैसे पड़ता है और उससे बचाव कैसे किया जाए।

बच्चों को होने वाली समस्याएं:

सर्दी में पॉल्यूशन का स्तर बढ़ने से बच्चों को अस्थमा होने की आशंका बढ़ सकती हैं।

बच्चों में श्वसन संक्रमण बढ़ सकता है।

दूषित हवा फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है।

पॉल्यूशन से बच्चों को एलर्जी हो सकती है, खासकर नवजात शिशुओं को एलर्जी का खतरा अधिक होता है।

सर्दी में बढ़ते पॉल्यूशन में ऐसे करें बच्चों की देखभाल:

बच्चों को घर से बाहर खेलने से मना करें। इनडोर गेम खेलने की सलाह दें।

इस मौसम में कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनना जितना जरूरी है उतना ही पॉल्यूशन से बचने के लिए भी मास्क जरूरी है। बिना मास्क के बच्चों को बाहर नहीं जाने दें।

बच्चों की डाइट में विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं। इसमें आंवला, संतरा नींबू और अमरूद जैसी चीजों को शामिल करें।

बच्चे को अधिक से अधिक तरल पदार्थ पिलाएं।

ज्यादा पॉल्यूशन वाली जगह पर बच्चों को जाने से रोके, ताकि बच्चों की सेहत ठीक रहे।

खाने में लहसुन और अदरका का इस्तेमाल करें, ताकि बॉडी पर प्रदूषण का असर कम हो।

बच्चों की डाइट का खास ध्यान रखें। खाने में ऐसी चीजों को शामिल करें जिनसे बच्चों की इम्यूनिटी बूस्ट रहे साथ ही खाने में बच्चों की रूचि भी बनी रहे।

अगर बच्चे को अस्थमा या एलर्जी है तो उसकी एक्टिविटीज पर नजर रखें लेकिन इससे पहले डॉक्टर से परामर्श कर लें।

डिस्क्लेमर:

स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें

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