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अनार, चीकू, अंजीर, सीताफल सेहत और स्वाद के साथ धन लाभ भी देंगे
![अनार, चीकू, अंजीर, सीताफल सेहत और स्वाद के साथ धन लाभ भी देंगे अनार, चीकू, अंजीर, सीताफल सेहत और स्वाद के साथ धन लाभ भी देंगे](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/05/06/2855117-untitled-121-copy.webp)
जनता से रिश्ता | सीताफल : इसके पेड़ बीज से उगाए जाते हैं। पौधे नर्सरी में एक साल के होने पर मुख्य खेत में लगाए जाते हैं। इसके पौधे मिट्टी की किस्म के अनुसार जून-जुलाई या फरवरी-मार्च में कतार से कतार व पौधे से पौधे के बीच 4 या 5 मीटर की समान दूरी रखते हुए लगाए जाते हैं। लाल सीताफल और मेमाय इसकी प्रचलित किस्में हैं। इसमें 4-6 साल में फल लगने लगते हैं।
अनार : अनार के पेड़ों में तीन-चार साल में फल लगना शुरू हो जाते हैं। इसके पौधे नर्सरी में कलम से तैयार करते हैं। इसके लिए एक साल पुरानी शाखा से 30 सेमी लंबी कलम ली जाती है। अनार की उन्नत किस्में कंधारी, बेदाना, ढोलका, गणेश आदि हैं। एक पेड़ से 150 से 200 फल तक मिल जाते हैं।
चीकू : चीकू के पेड़ नम और गर्म वातावरण में अच्छे फलते-फूलते हैं। इनके लिए गहरी चिकनी मिट्टी अच्छी मानी जाती है। चीकू के पौधे भेंट कलम यानी इनार्चिंग या गूटी बाँधकर तैयार किए जाते हैं। भेंट कलम के लिए खिरनी का मूल वृंत तैयार करते हैं। काली पट्टी, छतरी और क्रिकेट बॉल इसकी प्रमुख किस्में हैं।
अंजीर : यह एक अच्छे स्वाद वाला पौष्टिक फल है। इसके ताजे व सूखे दोनों ही तरह के फल उपयोग में लाए जाते हैं। इसकी उन्नत किस्में पूना अंजीर व मार्सलीज हैं। एक पेड़ पर 200 से 300 फल मिलते हैं।
इन सभी में पहले से छठे साल तक 10, 20, 30, 40, 50 व 60 किलोग्राम गोबर खाद डालें। इसी तरह प्रति पौधा नाइट्रोजन क्रमशः 100, 150, 200, 400, 500 व 600 ग्राम का उपयोग करें। फास्फोरस 50, 100, 150, 200, 250 व 300 ग्राम डालें। पोटाश क्रमशः 100, 150, 200, 400, 500 और 500 ग्राम डालें। सभी का उपयोग फूल आने के बाद व फल आने के पहले करें।
इन 4 फल वृक्ष को उगाकर आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं। इन दिनों जबकि इंजेक्शन से पके फल की वजह से बीमारियां फैल रही हैं आप शुद्ध फलों को घर में उगाकर सेहत,स्वाद के साथ धन लाभ भी उठा सकते हैं।