- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- पैरेंट्स को आपने बच्चे...
लाइफ स्टाइल
पैरेंट्स को आपने बच्चे के के साथ रखनी चाहिए अच्छी बॉन्डिंग
Ritisha Jaiswal
12 July 2022 11:12 AM GMT
x
टीनएज उम्र का वह पड़ाव है, जिसमें मानसिक, शारीरिक और सोशल कई तरह के बदलाव होते हैं.
टीनएज उम्र का वह पड़ाव है, जिसमें मानसिक, शारीरिक और सोशल कई तरह के बदलाव होते हैं. एक ओर जहां इस उम्र में बच्चे को सफलता के नए रास्ते मिलते हैं, वहीं यह उम्र बिगड़ने के लिए भी जिम्मेदार है. इस नाजुक उम्र में बच्चे को संभालने के लिए एक दोस्त जरूरी होता है. जी हां, एक ऐसा दोस्त जिससे बच्चा अपनी हर बात व इमोशंस शेयर कर सके. बच्चा ज्यादातर समय अपने पैरेंट्स के साथ रहता है. इसलिए जरूरी है कि पैरेंट्स और टीनएजर के बीच ऐसा संबंध हो जिससे उसे किसी अन्य दोस्त की जरूरत ही न पड़े. इस उम्र में दोस्त की अहमियत शायद पैरेंट्स से अधिक होती है. ऐसा कहा भी जाता है कि जब बच्चा बड़ा होने लगे तो उससे दोस्ती कर लेनी चाहिए. क्या आप अपने टीनएज बच्चे के दोस्त हैं?
दोस्त देते हैं सही सलाह
साइकलॉजी टुडे के अनुसार टीनएज में बच्चों को दोस्त की आवश्यकता ज्यादा होती है. इ्स उम्र में कई तरह के शारीरिक बदलाव होते हैं, जिसे बच्चा आसानी से हैंडल नहीं कर पाता. ऐसे में बच्चा शरीर में होने वाले बदलाव को लेकर चिंतित रहता है और पैरेंट्स से भी बात करना पसंद नहीं करता. ऐसे में केवल दोस्त ही उनका सहारा बन पाते हैं और उन्हें बेहतर सलाह देते हैं.
सीक्रेट्स करते हैं शेयर
बच्चे की यह उम्र बहुत ही अहम और नाजुक होती है. बच्चों के स्कूल, कॉलेज और दोस्तों से संबंधित कई सीक्रेट्स होते हैं जिसे वह केवल दोस्तों से शेयर करना ही पसंद करते हैं. कई सीक्रेट्स ऐसे भी होते हैं जिनसे बच्चे को नुकसान पहुंचने का खतरा होता है. ऐसे में जरूरी है कि पैरेंट्स बच्चों के सीक्रेट्स की अहमियत समझें और दोस्त बनकर उसे सुलझाएं.
छोटी खुशियों में खुश होना
टीनएज में ज्यादातर बच्चों में मूड स्विंग की समस्या देखी जाती है. मूड स्विंग के दौरान बच्चा पल-पल में अपनी एक्टिविटी और इमोशंस चेंज करता है. जब वह खुश होता है तब उसे एक दोस्त की आवश्यकता महसूस होती है इसलिए फैमिली के सभी सदस्यों को उसे एक दोस्ताना माहौल देना चाहिए. उसकी छोटी-छोटी खुशियों में खुश होना चाहिए. वहीं जब बच्चा लो फील करे या उदास हो, तो उससे बात करें और उसे खुश करने की कोशिश करें. बच्चे के आसपास हर वक्त दोस्त मौजूद नहीं होते इसलिए आप दोस्त बनकर उसका सहारा बनें.
Ritisha Jaiswal
Next Story