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मुंह में छाले के लिए रामबाण, शुरू कर दें करेले का सेवन

Neha Dani
13 Aug 2022 2:18 AM GMT
मुंह में छाले के लिए रामबाण, शुरू कर दें करेले का सेवन
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गर्मियों में अक्सर डॉक्टर करेले की सब्जी खाने की सलाह देते हैं.

करेले (Karela) का नाम आते ही कई लोगों के मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है. हो भी क्यों नहीं, करेले का कड़वा स्वाद झेलना हर किसी के बस की बात भी तो नहीं होती. हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि यही कड़वा करेला आयुर्वेदिक गुणों की खान होता है. केरेले में तांबा, विटामिन बी, अनसैचुरेटेड फैटी ऐसिड जैसे कई पोषक तत्व शामिल हैं. इसमें एंटी-वायरल और एंटी-बॉयटिक गुण भरपूर मात्रा में होते हैं. यह कड़वा करेला खून की सफाई करने के साथ ही शरीर को फिट रखने में अहम भूमिका निभाता है. आइए जानते हैं कि करेले के सेवन के और क्या-क्या फायदे हैं.


मुंह में छाले के लिए रामबाण

अगर आपके मुंह में छाले हो गए हैं तो करेला उसके लिए रामबाण दवा है. आप करेले (Karela) की पत्तियों का रस निकाल लें. इसके बाद थोड़ी सी मुल्तानी मिट्टी उसमें मिलाकर पेस्ट बना लें. इसके बाद उस पेस्ट को मुंह के छालों पर लगाएं. अगर आपको मुल्तानी मिट्टी न मिल पाए तो करेले के रस में रूई को डुबोकर छाले वाली जगह पर लगा लें. कुछ ही समय बाद आप देखेंगे कि मुंह के छाले धीरे-धीरे ठीक होते जाएंगे.

वजन काबू में करता है मदद

जिन लोगों का वजन लगातार बढ़ता जा रहा है और विभिन्न उपाय करने के बाद भी उसमें कमी नहीं आ रही है तो आप करेले का आयुर्वेदिक उपाय कर सकते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक करेले (Karela) में एंटी-ओबेसिटी यानी मोटापा कम करने वाला तत्व पाया जाता है. इसके सेवन से इंसान का फैट कंट्रोल में रहता है और वजन नहीं बढ़ पाता.

लिवर को फैटी होने से बचाता है

लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए करेला (Karela) बहुत फायदेमंद माना जाता है. रिसर्च में पता चला है कि करेले में हेपेटोप्रोटेक्टिव नामक का तत्व होता है, जो लिवर को सुरक्षित रखने का काम करता है. जब लिवर फैटी होने लगता है तो करेले में मौजूद यह तत्व उस फैट के फैलाव को रोकने में मदद करता है. इससे फैटी लिवर और लिवर कैंसर जैसी बीमारियों से निजात मिलती है और इंसान फिट रहता है.

डायबिटीज में अमृत होता है करेला

डायबिटीज बीमारी से परेशान लोगों के लिए तो करेला अमृत की तरह है. दरअसल करेले (Karela) का सेवन शरीर के किसी एक खास हिस्से या टिश्यू को ही टारगेट नहीं करता बल्कि पूरे शरीर में ग्लूकोज मेटाबलिज्म को बनाए रखने में मदद करता है. करेले में इंसुलिन की तरह के कई रसायन पाए जाते हैं, जो शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं. यही वजह है कि शुगर के रोगी मरीज करेले को सब्जी में खाने के साथ ही उसका जूस भी पी जाते हैं.

पेट की गड़बड़ी में बहुत फायदेमंद

जिन लोगों को अक्सर पेट की गड़बड़ी रहती है या फिर एसिडिटी और जलन की समस्या होती है. ऐसे लोगों के लिए करेले (Karela) का सेवन बहुत फायदेमंद बन जाता है. दरअसल करेले की तासीर ठंडी मानी जाती है. इसमें पोटेशियम, फॉसफोरस, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मैग्नीशियम जैसी चीजें शामिल होती हैं, जो शरीर को ठंडा और फिट बनाए रखने में मदद करते हैं. यही वजह है कि गर्मियों में अक्सर डॉक्टर करेले की सब्जी खाने की सलाह देते हैं.


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