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लाइफ स्टाइल
इकलौते बच्चे में होती हैं ये सारी खूबियां, जानें क्या?
Deepa Sahu
24 Nov 2021 4:01 PM GMT
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आजकल एक ही बच्चा करने का मानो एक ट्रेंड सा हो गया है।
आजकल एक ही बच्चा करने का मानो एक ट्रेंड सा हो गया है। एक बच्चे की चाह इसलिए भी होने लगी है, ताकि बच्चे की देखभाल अच्छी तरह से हो सके। उसी तरह मेडिकल में एक नया टर्म उभरकर सामने आया है 'ओनली चाइल्ड सिंड्रोम' मतलब इकलौते बच्चों को होने वाली कुछ परेशानियां।
दरअसल, अकेले बच्चे जिनके भाई बहन नहीं होते, वो थोड़े जिद्दी होते हैं। कुछ बच्चों में प्यार और सहानुभूति जैसी चीजों की भी कमी देखी गई है। इस आर्टिकल में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि इकलौते बच्चे कैसे दूसरों से अलग होते हैं। सोशल नहीं होतेज्यादातर देखा गया है कि जिन बच्चों के भाई-बहन नहीं होते उनमें किसी चीज को शेयर करने की आदत नहीं होती और वह ज्यादा सोशल भी नहीं होते। इसका मतलब यह भी नहीं है कि वह पूरी तरह से सोशल लाइफ से कट जाते हैं। इनके दोस्त होते हैं लेकिन दूसरों की तुलना में थोड़े कम होते हैं। कई बार यह आदत बच्चों के स्वभाव पर भी निर्भर करती है। कई बच्चे अकेले रहते हुए भी बहुत फ्रेंडली और सोशल हो सकते हैं।
महत्वाकांक्षी
ऐसे बच्चे थोड़े महत्वाकांक्षी हो सकते हैं। कई बार उनकी महत्वाकांक्षा दूसरों की तुलना में थोड़ी ज्यादा हो सकती है। यह भी देखा गया है कि ऐसे बच्चे अपने पेरेंट्स का पूरा अटेंशन चाहते हैं। वो अपनी अचीवमेंट्स को लेकर सीरियस होते हैं और लाइफ में हर चीज का बेनिफिट उठाने की कोशिश करते हैं। वो जल्दी किसी भी चीज पर समझौता नहीं करते।
आत्मनिर्भर
सिंगल चाइल्ड आत्मनिर्भर होते हैं क्योंकि इनकी देखभाल करने के लिए पेरेंट्स के अलावा और कोई मौजूद नहीं होता है। इसलिए उनमें यह हैबिट धीरे-धीरे आने लगती है। इसके साथ ही ये हर विपरीत स्थिति के लिए खुद ही अपने आप को समझाने की क्षमता रखते हैं। उनकी यह आदत वक्त के साथ-साथ बढ़ती जाती है और बड़े होने के साथ ही ये बहुत ज्यादा सेल्फ डिपेंडेंट होने लगते हैं।
आत्मविश्वास से भरपूर
अकेले बच्चे, भाई-बहनों के साथ बड़े होने वाले बच्चों की तुलना में ज्यादा आत्मविश्वास से भरपूर होते हैं। बढ़ती उम्र में अकेले रहने के साथ-साथ उनकी जिद करने की आदत बढ़ती जाती है। उनकी ये जिद आत्मविश्वास में भी बदल सकती है।
IQ लेवल
ये देखा गया है कि अकेले रहने वाले बच्चों का IQ लेवल बहुत ज्यादा होता है। वो बहुत स्मार्ट और इंटेलिजेंट होते है क्योंकि अकेले रहते हुए वो अपना ज्यादातर समय पढाई करने में या कुछ सीखने में बिताते हैं। यह भी देखा गया है कि ऐसे बच्चे ज्यादातर क्रिएटिव होते हैं क्योंकि ये अपना अधिकतर समय किसी बात को गहराई से सोचने में बिताते हैं। इससे इनकी क्रिएटिविटी बढ़ती जाती है।
किसी की बात नहीं मानते
बिना भाई बहन के अकेले रहने वाले बच्चे जल्दी किसी बात पर सहमत नहीं होते हैं। उनकी अपनी सोच और अपनी मान्यताएं होती हैं। वह उसी पर अडिग रहते हैं। उन्हें किसी बात पर राजी करवाना कभी-कभी मुश्किल हो जाता है।
Deepa Sahu
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