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एक कॉल से हो सकते है बर्बाद जानिए कैसे

Sanjna Verma
21 Feb 2024 9:59 AM GMT
एक कॉल से हो सकते है बर्बाद जानिए कैसे
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टेक्‍नोलॉजी के बढ़ते प्रयोग ने जहां आदमी को मशीन बना दिया है वहीं अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई लोगों के दिलो-दिमाग पर कब्‍जा करने की तैयारी में जुट गई है। एआई टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल विश्‍वस्‍तर पर तेजी से हो रहा है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। क्‍यूआर और केवायसी फ्रॉड के बाद अब वॉयस क्‍लोनिंग ठगी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। ये ठगों के लिए एक नया हथियार बन गया है। इसकी मदद से अपने जान-पहचान के लोगों की आवाज को आसानी से कॉपी करके फ्रॉड की घटना को अंजाम दिया जा सकता है। वॉयस क्‍लोनिंग टेकनीक केवल तीन से चार सेकंड के ऑडियो इनपुट के साथ किसी भी व्‍यक्ति की आवाज को 85 प्रतिशत तक कॉपी कर सकती है। हालांकि इस फ्रॉड को पहचानना बेहद मुश्किल होता है लेकिन इससे बचने के कई उपाय हैं जिसे अपनाकर आप स्‍वयं को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
क्‍या है एआई वॉयस क्‍लोनिंग वॉयस क्‍लोनिंग के जरिए एआई स्‍कैम कॉल सेट किए जाते हैं। एक बार जब किसी स्‍कैमर को किसी व्‍यक्ति की आवाज की ऑडियो क्लिप ऑनलाइन मिल जाती है, तो वे इसे आसानी से एक ऑनलाइन प्रोग्राम पर अपलोड कर सकते हैं जो आवाज को कॉपी कर सकता है। ये ऐप्‍स सस्‍ते होने की वजह से स्‍कैमर्स की रीच में होते हैं। यदि आपको मुसीबत में फंसे किसी प्रियजन से संबंधित कॉल आती है तो उस व्‍यक्ति को उसके नंबर पर कॉल करके घटना की पुष्टि करें। यदि कॉल करने वाला संदिग्‍ध चैनलों के माध्‍यम से पैसे मांगता है जैसे वायरिंग, क्रिप्‍टोकरेंसी या गिफ्ट कार्ड तो समझ लीजिए ये फ्रॉड का संकेत है।
ऐसे करें वॉयस क्‍लोनिंग की पहचान वॉयस क्‍लोनिंग एक ऐसी समस्‍या है जिसे पहचानना बेहद मुश्किल होता है। कई बार आवाज को ऐसे कॉपी किया जाता है कि आप बिना सोचे समझे स्‍कैमर्स के चंगुल में फंस जाते हैं। इस समस्‍या से बचने के लिए वॉयस क्लोनिंग को इस प्रकार पहचाना जा सकता है।
– एआई टेकनीक से किसी व्‍यक्ति की आवाज को हुबहू कॉपी किया जा सकता है लेकिन उसके बोलने का अंदाज कॉपी नहीं किया जा सकता। किसी भी अंजान नंबर से कॉल आए तो उसके बोलने के अंदाज को ध्‍यान से सुनें – यदि आपके पास हर बार किसी नए नंबर से कॉल आती है तो सावधान हो जाएं। सबसे पहले नंबर की जांच करें फिर उसे दोबारा कॉल लगाकर बात करने का प्रयास करें। – यदि कॉल पर आपसे आपके करीबी रिश्‍तेदार का हवाला देकर पैसे मांगने का प्रयास किया जा रहा है तो समझ जाइए कि ये फ्रॉड कॉल है।
ऐसे करें वॉयस क्‍लोनिंग से बचाव – यदि कॉल के माध्‍यम से आपसे कोई बैंक या अकाउंट डिटेल मांगता है तो सतर्क हो जाएं और कॉल कट कर दें। – इस तरह के कॉल को ध्‍यान से सुनें क्‍योंकि रोबोटिक कॉल बिना किसी इमोशन के बात करता है। – इस बात का ध्‍यान रखें कि आप अपनी ऑडियो क्लिप को किसी भी ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म पर अपलोड न करें।
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