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एक बार दर्शन का आप भी बनाएं मन,चेन्नई के इस मंदिर में की जाती है देवी लक्ष्मी के 8 रूपों की पूजा

Teja
23 Nov 2021 12:21 PM GMT
एक बार दर्शन का आप भी बनाएं मन,चेन्नई के इस मंदिर में की जाती है देवी लक्ष्मी के 8 रूपों की पूजा
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एक बार दर्शन का आप भी बनाएं मन,चेन्नई के इस मंदिर में की जाती है देवी लक्ष्मी के 8 रूपों की पूजा

भारत में कई मंदिर हैं और हर मंदिर की अपनी एक मान्यता है। ऐसे में दक्षिण भारत को मंदिरों का गढ़ माना जाता है।यहां कई देवा देवताओं के मंदिर हैं, जो हर तरफ काफी प्रसिद्ध हैं।


जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत में कई मंदिर हैं और हर मंदिर की अपनी एक मान्यता है। ऐसे में दक्षिण भारत को मंदिरों का गढ़ माना जाता है।यहां कई देवा देवताओं के मंदिर हैं, जो हर तरफ काफी प्रसिद्ध हैं। इन मंदिरों के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। ऐसे में अगर बात हो चेन्नई के अष्टलक्ष्मी मंदिर की तो यह देवी लक्ष्मी के प्रमुख मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में देवी लक्ष्मी के 8 रूपों की पूजा की जाती है। दिवाली के मौके पर यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है। अगर आप भी देवी दर्शन करना चाहते हैं तो दिवाली पर आ रही छुट्टियों पर आप यहां जाने का प्लान कर सकते हैं। चेन्नई जाने के बाद आप आसानी से इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं। इस मंदिर को लेकर लोगों की अलग मान्यता है। जानते हैं समुद्र तट पर बसे इस मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य-
महिलाएं करती हैं पूजा
बसंत नगर के समुद्र तट पर बना ये मंदिर 4 तलों में बना है, जिसमें देवी लक्ष्मी की अलग-अलग प्रतिमाएं स्थापित हैं। मंदिर के दूसरे तर पर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। यहां महिलाएं तेल से पूजा करती हैं और फिर माता की आरती उतारती हैं। बात हो मंदिर की खूबसूरती की तो समुद्र किनारे बसा ये मंदिर काफी सुंदर दिखता है।
मंदिर में क्या है खास
इस मंदिर में प्रतिमाएं घड़ी की सुइयों की दिशा में आगे बढ़ने पर दिखाई देती हैं। इसके अलावा मंदिर में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की भी एक प्रतिमा है। कई लोग अपने विवाहित जीवन को खुशहाल बनाने के लिए यहां प्रार्थना करने आते हैं।
क्या चढ़ाया जाता है
65 फीट लंबे और 45 फीट चौड़े इस मंदिर की खूबसूरती हर किसी का मन मोह लेती है। श्रद्धालू यहां पर कमल का फूल चढ़ाते हैं। इस मंदिर को श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती स्वामिगल की इच्छा पर बनाया गया था। मंदिरके गर्भगृह में 5.5 फीट लंबा ऊंचा गोल्ड प्लेटेड कलश नवनिर्मित किया गया है।
कैसे पहुंचे
इसके लिए सबसे पहले चेन्नई पहुंचे इसके लिए हवाई जहाज या ट्रेन दोनों सुविधाओं में से किसी एक का सहारा लें। फिर चेन्नई से एक घंटे में इस मंदिर तक पहुंचा जा सकता हैं।


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