लाइफ स्टाइल

बड़े- बूढ़े कहते हैं कि जीवन में आशावादी होना बहुत जरूरी है, जाने ऐसा क्यों है?

Tulsi Rao
18 July 2021 6:52 AM GMT
बड़े- बूढ़े कहते हैं कि जीवन में आशावादी होना बहुत जरूरी है, जाने ऐसा क्यों है?
x
आप एक गिलास में आधा पानी भर लें और फिर किसी व्यक्ति को दिखाकर पूछिए कि गिलास की स्थिति क्या है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आप एक गिलास में आधा पानी भर लें और फिर किसी व्यक्ति को दिखाकर पूछिए कि गिलास की स्थिति क्या है. आशावादी लोग गिलास को आधा भरा हुआ बताएंगे और निराशावादी लोग गिलास को आधा खाली बताएंगे. किसी व्यक्ति के नजरिए को जानने का यह बहुत ही लोकप्रिय तरीका है. दरअसल, हम सभी को आशावादी होना चाहिए. यह हमारे लिए काफी फायदेमंद होता है. अब आप सोचेंगे कि यह फायदेमंद कैसे है. तो इसका जवाब आपको नीचे मिलेगा.

आशावादी नजरिया क्यों है जिंदगी के लिए जरूरी? (Optimism Benefits)
आशावादी होना सिर्फ नजरिया नहीं है, बल्कि जिंदगी को बेहतर तरीके से जीने का तरीका भी है. आइए इसके फायदों पर नजर डाल लेते हैं.
आशावादी नजरिया रखने वाले लोग मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी सफलता प्राप्त कर लेते हैं. दरअसल, जिस स्थिति में अन्य लोग सिर्फ परेशानियों पर ध्यान लगाते हैं, उस स्थिति में आशावादी लोग समाधान पर केंद्रित होते हैं. जिस कारण उन्हें सफलता मिलते की संभावना ज्यादा होती है.
आशावादी होने से आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है. ऐसे लोग मुश्किलों के कारण कम से कम तनाव लेते हैं और बेवजह चिंता नहीं करते हैं. क्योंकि, वह जानते हैं कि कोई भी स्थिति आपको कुछ सीखाकर ही जाती है.
मानसिक स्वास्थ्य मजबूत होने के कारण आशावादी लोग अपनी भावनाओं को बड़ी आसानी से नियंत्रित कर लेते हैं. देखिए हर किसी को गुस्सा, रोना, चिंता होती है, लेकिन उस स्थिति में वह अपनी भावनाओं को कैसे काबू में करता है. यह मायने रखता है. आशावादी लोगों को यह हुनर काफी आता है.
जब आप मानसिक और भावनात्क रूप से स्वस्थ होते हैं, तो उसका सीधा असर आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. आशावादी लोगों का स्वास्थ्य निराशावादी लोगों की तुलना में काफी बेहतर देखने को मिलता है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.


Next Story