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ऑयल पुलिंग आपके ओरल हेल्थ के लिए बहुत ही जरूरी है. इससे आपके मुंह की कई सारी बीमारियां ठीक हो जाती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 500 साल पहले भारत में पैदा हुए, इस टेक्नीक ने बैक्टीरिया को हटाने और मौखिक स्वच्छता को बढ़ावा देने में इसकी पर्पोर्टेड इफेक्टिवनेस की वजह से दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है.
दो बड़े चम्मच नारियल के तेल को मुंह में लेने और स्क्विशिंग की आसान टेक्नीक आपके मुंह के छिपे हुए कोने से बैक्टीरिया खींच सकती है जहां आपका ब्रश नहीं पहुंच सकता.
ऐसा करने से मसूड़ों को मॉइस्चराइज करने और लार के प्रोडक्शन को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है. अपनी ओरल हाइजीन को बनाए रखने के अलावा, ऑयल पुलिंग के कुछ शॉकिंग हेल्थ बेनेफिट्स भी हैं.
यहां 5 वजह बताए गए हैं कि आपको ऑयल पुलिंग को अपनी डेली रूटीन में क्यों शामिल करना चाहिए?
मौखिक स्वच्छता बनाए रखें
स्टडीज से पता चलता है कि तकरीबन 600 अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया हमारे मुंह में रहते हैं. उनमें से कुछ हेल्दी हैं, जबकि दूसरे दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारियों जैसी मौखिक समस्याओं की वजह बन सकते हैं.
सुबह नियमित रूप से ऑयल पुलिंग करने से मुंह में खराब बैक्टीरिया की संख्या को कम करने में मदद मिल सकती है. ये टेक्नीक बच्चों में मौखिक समस्याओं को कम करने में भी मदद कर सकती है, जो अक्सर छोटी उम्र से ही दांतों की सड़न से संबंधित समस्याओं से पीड़ित होते हैं.
कैविटी को रोकता है और मसूड़ों की सूजन को कम करता है
कैविटी दांतों की सड़न का एक आम मुद्दा है जो खराब मौखिक स्वच्छता की वजह से होता है और दांतों के आस-पास बैक्टीरिया का निर्माण होता है जिससे उनमें छेद हो जाता है.
बैक्टीरिया दांतों के इनेमल को नष्ट कर देते हैं और दांतों की सड़न की वजह बनते हैं. ऑयल पुलिंग ऐसे बैक्टीरिया को बाहर निकालता है, जिससे कैविटी का खतरा कम होता है.
इसके अलावा, ये मसूड़ों से खून बहने और सूजन वाले मसूड़ों के लिए भी एक प्रभावी उपाय है.
सांसों की दुर्गंध को कम करता है
तकरीबन 50 फीसदी आबादी में सांसों की दुर्गंध या मुंह से दुर्गंध आना एक आम मौखिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है. सांसों की दुर्गंध के प्रमुख वजहों में से एक पूअर ओरल हाइजीन और जीभ पर कोटिंग है, जो बैक्टीरिया को फंसाता है और सांसों की बदबू की वजह बनता है.
सांसों की दुर्गंध को कम करने के लिए जीभ को खुरचना और ऑयल पुलिंग दो सबसे अच्छे ऑप्शन हो सकते हैं. ऑयल पुलिंग मुंह से बैक्टीरिया को कम करने का एक प्राकृतिक तरीका है और काफी प्रभावी है.
पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है
अगर आप अक्सर अपच की समस्या से परेशान रहते हैं तो ऑयल पुलिंग एक बेहद कारगर घरेलू उपाय हो सकता है. आपके मुंह में तेल डालने से आपका पाचन तंत्र उत्तेजित हो सकता है, जो पाचन की प्रक्रिया को बढ़ावा दे सकता है और कब्ज के एपिसोड को कम कर सकता है.
एक दूसरा फायदा ये है कि ये दोषों को संतुलित कर सकता है और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है.
दिल की सेहत के लिए अच्छा
ऑयल पुलिंग के लॉन्ग टर्म बेनेफिट्स को समझने के लिए किए गए स्टडीज इस बात पर भी रोशनी डालते हैं कि प्राचीन घरेलू उपचार हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है. रिसर्च से पता चलता है कि पूअर ओरल हाइजीन खराब हृदय स्वास्थ्य की वजह बन सकती है.
जब आप ऑयल पुलिंग करते हैं, तो ये लार में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है, रिजल्ट के तौर पर, आप बेहतर भोजन ऑप्शन चुनते हैं जो आपके दिल को स्वस्थ रख सकते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं.
तेल का चुनाव
नारियल तेल के साथ ऑयल पुलिंग सबसे अच्छा काम करता है. आयुर्वेद के अनुसार, किसी भी दूसरी तरह के तेल जैसे जैतून का तेल, सूरजमुखी के तेल की तुलना में ऑर्गेनिक, एक्स्ट्रा-वर्जिन या अनरिफाइंड नारियल तेल ज्यादा प्रभावी है.
इसमें एंटी-इनफ्लामेट्री, एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबायल गुण हैं. साथ ही ये खाने योग्य और सुरक्षित भी है. कोशिश करें कि ऑयल पुलिंग जबरदस्ती न करें और तेल को निगलें नहीं. ऑयल पुलिंग करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट है.
ऑयल पुलिंग कैसे करें?
स्टेप 1: अपने मुंह में एक बड़ा चम्मच नारियल का तेल लें और इसे 1 मिनट के लिए चारों ओर घुमाएं.
स्टेप 2: तेल को बेसिन में थूक दें और अपना मुंह पानी से धो लें. आप 1 मिनट से शुरू कर सकते हैं और फिर अपना समय बढ़ा सकते हैं.
Shiddhant Shriwas
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