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आपके बालों के लिए ऑयल मसाज: बातें, जो आपको जाननी चाहिए

Kajal Dubey
5 May 2023 5:45 PM GMT
आपके बालों के लिए ऑयल मसाज: बातें, जो आपको जाननी चाहिए
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सेहतमंद और घने बालों के लिए अपने बालों और स्कैल्प की तेल से मसाज करने का राज़ भारतीय महिलाओं को पुराने समय से पता है. नियमित ऑयल मसाज से स्कैल्प और बालों को ढेरों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष फ़ायदे होते हैं, जैसे-रक्तसंचार में वृद्धि, गहराई से पोषण, सुकून का एहसास, तनाव में कमी आदि.
आइए, तेल मसाज के फ़ायदों के बारे में जानते हैं और साथ ही यह भी कि आपके बालों की ग्रोथ के लिए तथा उन्हें सेहतमंद बनाए रखने के लिए कौन-से तेल बेहतर होंगे और स्कैल्प की मसाज करने का सही तरीक़ा भी सीखते हैं!
ऑयल मसाज के फ़ायदे
बालों की वृद्धि प्रोत्साहित होती है
हमारे बाल प्रोटीन से बने हैं. अच्छी ग्रोथ के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में विटामिन्स और पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है. हेयर ऑयल पूरक का काम करते हैं, वे आपके बालों को ज़रूरी पोषण प्रदान करते हैं. अपने स्कैल्प की ऑयल से मसाज करने पर पोर्स खुल जाते हैं, जिससे तेल स्कैल्प में अच्छे से समा जाता है. नियमित ऑयल मसाज से केमिकल तथा दूसरे हेयर ट्रीटमेंट से बालों को हुए नुक़सान की भरपाई हो जाती है, रक्त का संचार बढ़ता है, जड़ें मज़बूत होती हैं और बालों की ग्रोथ प्रोत्साहित होती है. इंदुलेखा भृंगा ऑयल न केवल बालों का झड़ना कम करता है, बल्कि बालों को बचाता है और नए बालों की ग्रोथ में मदद करता है.
बाल मज़बूत बनते हैं
निस्तेज, सपाट, एकदम से रूखे या ज़रूरत से अधिक तैलीय, दोमुंहापन, बालों का टूटना ये सभी इस बात का संकेत देते हैं कि बालों की जड़ें कमज़ोर हो गई हैं. बालों की जड़ों के कमज़ोर होने के प्रमुख कारण हैं-ख़राब डायट, स्टाइलिंग टूल्स से गर्म करना, कुछ हेयर प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना आदि. जबकि रोज़ाना 100 से 150 बालों का टूटना सामान्य है, पर यदि आपके बाल इससे भी ज़्यादा टूटते हैं तब नियमित रूप से ऑयल मसाज करके आपको अच्छा नतीजा मिल सकता है. तेल से समाज करने पर स्कैल्प में रक्त का प्रवाह बढ़ता है, जिससे जड़ों तक पोषक तत्व पहुंचने में मदद मिलती है. इसके अलावा तेल स्कैल्प के पोर्स को खोल देता है, जिससे जड़ों की सेहत सुधरती है और बालों की अच्छी वृद्धि होती है.
ऑयल मसाज के फ़ायदे
बालों के शाफ़्ट सुरक्षित होते हैं
बाल प्राकृतिक रूप से पानी को दूर रखते हैं. ऐसा स्कैल्प पर निर्मित होनेवाले प्राकृतिक ऑयल के चलते होता है. हालांकि यह प्राकृतिक तेल बालों को मॉइस्चराइज़्ड और पोषित रखता है, पर मौसम में आनेवाले बदलाव, हेयर प्रॉडक्ट्स के केमिकल, हीट टूल्स, प्रदूषण, क्लोरीन की अधिकता वाला पानी और तमाम दूसरे कारकों के चलते बालों की सेहत बिगड़ती है और वे रूखे, सूखे और नाज़ुक बन जाते हैं. रूखे और बेजान से दिखनेवाले बाल आमतौर पर पोरस (छिद्रयुक्त) होते हैं, क्योंकि उनका बाहरी सुरक्षा आवरण क्षतिग्रस्त हो चुका होता है. नमी या बालों को धोने से पानी शाफ़्ट में चला जाता है और बालों को फूला देता है. चूंकि बालों का बाहरी आवरण, जिसे क्यूटिकल कहते हैं, का विस्तार आंतरिक लेयर की तरह नहीं हो सकता है, यह आगे की ओर से कर्ली हो जाता है, जिससे शाफ़्ट का टेक्स्चर एक समान होने के बजाय असमान हो जाता है और बालों की स्मूदनेस ख़त्म हो जाती है. वहीं जब आप बालों की नियमित रूप से ऑयल मसाज करते हैं, पानी उनके अंदर नहीं जा पाता है, जिससे आपके बालों को पानी से होनेवाला संभावित नुक़सान नहीं होता.
बालों की चमक बढ़ती है
सेहतमंद बालों की एक सबसे बड़ी पहचान होती है, उनकी चमक बड़ी आकर्षक होती है. हेयर ऑयल बालों की इस चमक को बढ़ाने का काम करते हैं. वे बालों के शाफ़्ट को हायड्रोफ़ोबिक (शाफ़्ट पर पानी टिकने नहीं देते) बना देते हैं, जिससे बाहरी क्यूटिकल्स फूलते नहीं और उनका टेक्स्चर भी ख़राब नहीं होता. स्मूद और चमकीले क्यूटिकल्स बालों को सेहतमंद बनाते हैं और उनमें नई दमक लाते हैं. गर्मी के चलते बाल कमज़ोर और दोमुंहे हो जाते हैं. नियमित रूप से ऑयल मसाज करने पर दोमुंहे बालों की समस्या से छुटकारा मिलता है, बालों का अंदर से पोषण होता है और बाल चमकदार और शानदार बनते हैं.
ऑयल मसाज के फ़ायदे
इन्फ़ेक्शन से बचाव होता है
जब स्कैल्प की त्वचा के पोर्स में गंदगी जम जाती है तब छोटी-मोटी समस्याओं से लेकर बड़ी समस्याएं तक परेशान कर सकती हैं, जैसे-इरिटेशन, बैक्टीरियल या फ़ंगल इन्फ़ेक्शन. इन्फ़ेक्शन्स से आगे चलकर डैंड्रफ़ की समस्या पैदा हो सकती है. इतना ही नहीं लीक की ग्रोथ के लिए मुफ़ीद माहौल तैयार होता है, जिससे अंतत: बाल झड़ते हैं. यह याद रखें‌ कि आपके स्कैल्प पर बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. जब आप शहद जैसे ऐंटी-बैक्टीरियल इन्ग्रीडिएंट्स की मौजूदगी वाले ऑयल से नियमित मसाज करती हैं, आपके स्कैल्प को न केवल पोषण मिलता है, बल्कि इन्फ़ेक्शन्स भी दूर होते है. यदि आपको अपने स्कैल्प पर किसी जगह हाथ लगाने पर दर्द होता हो या कहीं लाल चकत्ते बन रहे हों तो अपने डर्मैटोलॉजिस्ट के पास जाने में देर न करें.
डैंड्रफ़ से छुटकारा मिलता है
डैंड्रफ़ यानी रूसी बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है. जब सिर में रूसी हो, तभी मौसम में बदलाव आए या प्रदूषण बढ़ जाए तब मामला और ख़राब हो जाता है. स्कैल्प के रूखेपन के चलते रूसी होती है. रूसी से सिर में खुजली होना, जड़ों को नुक़सान पहुंचना, बालों का टूटना, झड़ना जैसी समस्याएं होती हैं. इतना ही नहीं रूसी लीक की वृद्धि के लिए अनुकूल माहौल बनाती है. रूसी मुख्य रूप से त्वचा की मृत कोशिका होती है. जिन लोगों का स्कैल्प रूखा सूखा होता है, उन्हें डैंड्रफ़ की समस्या ज़्यादा होती है. जब त्वचा पर मौजूद सिबेशियस ग्लैंड्स से प्राकृतिक तेल का निर्माण कम हो जाता है, या बंद हो जाता है, तब त्वचा ड्राय हो जाती है. नियमित रूप से ऑयल मसाज करने से न केवल स्कैल्प पोषित रहेगा, बल्कि ऑयल ग्लैंड्स को पर्याप्त मात्रा में ऑयल्स पैदा करने में मदद मिलेगी. यह बात याद रहे कि ज़रूरत से ज़्यादा ऑयल का प्रोडक्शन भी पोर्स को अवरुद्ध करके बालों की वृद्धि को रोक देता है. तो ऑयल मसाज करने के बाद बालों को सौम्य शैम्पू से धोएं, ताकि ऑयल का संतुलन बना रहे.
बालों का सफ़ेद होना रुकता है
इन दिनों युवाओं और वयस्कों में समय से पहले बालों का सफ़ेद होना एक आम समस्या बन चुकी है. ऐसा भोजन में विटामिन और प्रोटीन की कमी के चलते होता है. इसके अलावा भी बालों के असमय सफ़ेद होने के कई कारण होते हैं, उनमें से एक है आनुवांशिक कारण. जैसे मेलैनिन के चलते हमारी त्वचा का रंग निश्चित होता है, उसी तरह यह हमारे बालों के रंग के लिए भी ज़िम्मेदार है. मेलैनिन की जितनी अधिक मात्रा होगी, बालों का रंग उतना गहरा होगा. मेलैनिन की कमी बालों को सफ़ेद बनाती है. नियमित रूप से ऑयल मसाज करने से बालों का प्राकृतिक रंग बरकरार रहता है. चूंकि तेल बालों के इर्द-गिर्द सुरक्षा घेरा जैसा बना लेता है, बालों की प्रदूषण और बालों का रंग हल्का करनेवाली अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से रक्षा होती है.
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