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सिर्फ़ दाग़ ही नहीं, बैक्टीरिया भी अच्छे होते हैं!

Kajal Dubey
7 May 2023 1:21 PM GMT
सिर्फ़ दाग़ ही नहीं, बैक्टीरिया भी अच्छे होते हैं!
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सालों तक हम बैक्टीरिया को अपना शत्रु समझते रहे हैं, लेकिन कई शोध के बाद हमें पता चला कि सारे बैक्टीरिया हमारे शत्रु नहीं होते हैं. कुछ अच्छे बैक्टीरिया भी हैं जो हमारे शरीर में एक मित्र की तरह मौजूद हैं. ऐसे मित्र, जिनके बिना हमारा जीवन मुश्क़िल है. यह बैक्टीरिया हमारी आंतों में होते हैं और इनकी तादाद हमारी शरीर की कुल कोशिकाओं से 10 गुना ज़्यादा होती है, अर्थात इनकी तादाद 100 ट्रिलियन है. कई शोधों से यह भी पता चला है कि सभी इंसानों में अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया होते हैं. जब शरीर में अच्छे बैक्टीरिया नष्ट होने लगते हैं, तो हमें ‘डिसबायोसिस’ जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है.
क्या है डिसबायोसिस?
ऐंटीबायोटिक दवाओं के आविष्कार के बाद हमने बैक्टीरिया के ख़िलाफ़ जैसे युद्ध-सा छेड़ दिया और दवा निर्माता कंपनियों ने अपनी दवाइयों को बेचने के लिए बैक्टीरिया के डर का हव्वा खड़ा कर दिया. हर छोटी-मोटी समस्याओं में हम ऐंटीबायोटिक दवाएं धड़ल्ले से खाते और खिलाते हैं, जिसका सीधा असर इन अच्छे बैक्टीरिया पर होता है. ऐंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक और ग़लत तरीक़े से लिए गए डोज़ के कारण हमने कई बुरे बैक्टीरिया को इन दवाओं को इनरेजिस्टेंट (प्रतिरोधी) बना दिया है. जिससे ख़राब बैक्टीरिया तो नहीं मरते, लेकिन उन दवाओं से हमारे जीवन रक्षक बैक्टीरिया ज़रूर ख़त्म हो जाते हैं. इससे हमारे शरीर में इनकी कमी हो जाती है और इस स्थिति को ‘डिसबायोसिस’ कहते हैं. अर्थात अच्छे बैक्टीरिया की शरीर में कमी और हानिकारक बैक्टीरिया की वृद्धि.
ऐंटासिड भी करता है प्रभावित
ऐंटीबायोटिक के अलावा ऐंटासिड भी डिसबायोसिस के लिए ज़िम्मेदार होते हैं. वे आमाशय में एसिड की मात्रा कम करते हैं, जिससे बुरे बैक्टीरिया को नष्ट होने में मदद मिलती है. लेकिन होता उल्टा है. एसिड कम होने से बुरे बैक्टीरिया की तादाद बढ़ जाती है और वे मिलकर अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट करने लगते हैं. स्टेरॉइड, ऐंटीएलर्जिक दवाएं भी शरीर की इम्यूनिटी को कम करती हैं, जिससे बुरे बैक्टीरिया बढ़ते हैं और अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट करने लगते हैं. जंक फ़ूड, बहुत तेज़ मिर्च मसाला, शुगर, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और नॉनवेज ज़्यादा खाने तथा कच्चे फल और सब्ज़ियां, रेशेदार भोजन को कम खाना भी डिसबायोसिस की समस्या को बढ़ाता है.
अच्छे बैक्टीरिया हमारे लिए क्या करते हैं?
अच्छे बैक्टीरिया बुरे बैक्टीरिया को नष्ट करके हमें इंफ़ेक्शन से बचाते हैं और शरीर में फ़ंगस को नष्ट करते हैं. भोजन में मौजूद टॉक्सिन्स को नष्ट करते हैं, कब्ज़ से बचाते हैं, दस्त और पेचिश से रक्षा करते हैं, विटामिन बी और के का निर्माण करते हैं, मिनरल्स का एब्ज़ॉर्प्शन बढ़ाते हैं, प्रोटीन और वसा के पाचन में सहायता करते हैं, इम्यूनिटी बढ़ाते हैं. एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन निर्माण में हमारी सहायता करते हैं और कोलेस्टेरॉल को नियंत्रित करके दिल की समस्या से बचाते हैं. यह कैंसर के रोकथाम में भी सहायक होते हैं.
अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाने के उपाय
अच्छे बैक्टीरिया को बचाने व बढ़ाने के लिए कई बातों पर ध्यान देना चाहिए. बार-बार ऐंटीबायोटिक का प्रयोग करने से बचें, ऐंटासिड बहुत ज़रूरत हो तो ही लें और आर्टिफ़िशियल स्टेरॉइड से बचें. खाने में जंक फ़ूड की जगह नैचुरल, शाकाहारी और कच्चा भोजन खाएं. दवाओं में प्रोबायोटिक लें, ताकि अच्छे बैक्टीरिया की संख्या शरीर में बढ़ती रहे.
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