लाइफ स्टाइल

कोरोना का नया लक्षण, बदलाव दिखते ही फौरन करवाएं टेस्‍ट

Nilmani Pal
8 May 2021 11:39 AM GMT
कोरोना का नया लक्षण, बदलाव दिखते ही फौरन करवाएं टेस्‍ट
x
जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है, कोरोना के नए-नए लक्षण और मामले सामने आ रहे हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है, कोरोना के नए-नए लक्षण और मामले सामने आ रहे हैं। अब तक वायरस किडनी, लंग्स, जीभ और गले पर अटैक कर रहा था, लेकिन हाल में इसने त्वचा पर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। दूसरी लहर में स्कारियर के लक्षण सामने आए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि त्वचा पर किसी भी तरह का बदलाव कोरोना वायरस का संकेत हो सकता है। इसे मामूली समझने की भूल न करें। ऐसा होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


पिछले कुछ दिनों में 40 प्रतिशत कोविड रोगियों में त्वचा में बदलाव के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। इसमें सबसे पहले चेहरे पर सूजन दिखाई देती है। नए अध्ययनों में चेतावनी दी गई है कि नाखूनों पर भी इसके संकेत देखे जा सकते हैं। स्किन इंफेक्शन के लक्षणों वाले कोविड मरीजों को इससे पहले हल्का बुखार भी महसूस हुआ है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको त्वचा संक्रमण के 5 लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कहीं न कहीं कोरोना का संकेत देते हैं।
​कोरोनावायरस का स्किन पर अटैक
कोरोनावायरस एक ऐसी बीमारी है, जो त्वचा को भी प्रभावित कर सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वायरस सबसे पहले स्किन और फिर म्यूकस में ब्रेन के संपर्क में आता है। कई अध्ययनों से त्वचा पर दिखने वाले कोरोनावायरस के लक्षणों की जांच अलग-अलग रूपों में की जा रही है, जैसे चकत्ते, फफोले, जलन, डर्मेटाइटिस आदि। सैनेटाइजर और साबुन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल भी त्वचा की समस्याओं का कारण बन सकता है।
विशेषज्ञ कहते हैं कि त्वचा की इन समस्या से बचने के लिए सैनेटाइजर और साबुन का उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए। स्किन इंफेक्शन के रोगियों को सही दवा लेनी चाहिए , क्योंकि इन लोगों के वायरस से प्रभावित होने की संभावना सबसे ज्यादा है।
कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखने के कितने दिन बाद कराएं टेस्‍ट, कब करें खुद को क्वारंटाइन?
​होठों के आसपास सूखापन
वैसे तो होंठों का सूखना सामान्य है, लेकिन अगर इन दिनों आपके होंठ सूखने लगें, तो इस पर ध्यान दें। क्योंकि इसे भी संक्रमण का नया लक्षण माना जा रहा है। संक्रमण की शुरूआत में होंठ शुष्क और पपड़ीदार हो जाएंगे। सूखे होंठ तब भी हो सकते हैं, जब आप निर्जलित हों। डॉक्टरों ने इस समस्या पर दोगुनी सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।
चकत्ते और फफोले-
त्वचा पर दिखने वाले चकत्ते और फफोले भी कोरोना का लक्षण हैं। इसमें आप दर्द के साथ खुजली का भी अनुभव कर सकते हैं। ये आपकी बाहों, गर्दन के पीछे, जांघों से पैर की उंगलियों तक के हिस्से को प्रभावित करते हैं। ऐसा आमतौर पर तब होता है जब वायरस धमनियों और नसों पर हमला करना शुरू कर दे।
भी-कभी शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाने पर भी त्वचा में रूखापन आने लगता है। गर्दन और छाती के एक्जिमा से जूझ रहे लोगों के लिए यह वाकई चिंता की बात है। ये उन लोगों में भी बढ़ सकता है, जो हल्के संक्रमण से पीडित हैं।
कोरोना के बाद कहीं हार्ट अटैक से न हो जाए मौत, ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत करवा लें चेकअप

​नाखून और पैर की उंगलियों पर असर

कोविड नाखून और पैर की उंगलियां असामान्य लक्षण है । इसमें नाखूनों पर दिखने वाला एक विकृत निशान इस बात को दर्शाता है कि व्यक्ति को पहले कोविड हो चुका है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि वायरस इंफेक्शन और रिकवरी के बाद भी नाखूनों पर अपना असर छोड़ रहा है। तेजी से फैला वायरस मालिनीकरण और घावों के रूप में भी दिखाई दे सकता है। इसमें आपके पैर की उंगलियां नीली पड़ सकती है और दर्द का अनुभव कर सकते हैं।
​पित्ती
विशेषज्ञों के अनुसार, असामान्य रूप से पित्ती भी कोविड-19 होने का संकेत हो सकता है। इस कोविड लक्षण के बारे में अजीब बात ये है कि पित्ती घंटों के अंदर आ और जा सकती है। अध्ययन में पता चला है कि यह लक्षण कोरोनावायरस को हराने के बाद भी एक व्यक्ति में लंबे समय बाद सामने आ सकता है।
इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहे कोविड-19 से जुड़े ये 8 झूठ, WHO न खोली सबकी पोल
​त्वचा की संवेदनशीलता
कोरोना की दूसरी लहर के साथ देखे गए लक्षणों की लिस्ट में त्वचा की संवेदनशीलता भी शामिल है। ऊपरी पेट में अधिक संवेदनशीलता अब कोरेाना पॉजिटिव वाले रोगियों में देखी जा रही है। इस स्थिति में मरीजों का कपड़े पहनना भी मुश्किल हो सकता है।
​कोविड के लक्षण और त्वचा के संक्रमण में क्या अलग है-
शोधकर्ताओं के अनुसार, त्वचा के लक्षण संक्रमण के शुरूआत में दिखाई देते हैं और इसके बाद बुखार, खांसी के साथ कोविड-19 संक्रमण के अन्य लक्षण नजर आते हैं। इसलिए लक्षण महसूस होने पर टेस्ट कराएं। मधुमेह के रोगी, छोटे बच्चे और त्वचा की एलर्जी और संक्रमण की चपेट में आने वाले लोगों को दोगुना सावधानी बरतनी चाहिए।




Next Story