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वैज्ञानिकों का नया खुलासा: लगभग 150 साल तक हो सकती है इंसान की जिंदगी

Triveni
28 May 2021 3:15 AM GMT
वैज्ञानिकों का नया खुलासा: लगभग 150 साल तक हो सकती है इंसान की जिंदगी
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क्या आप जानते हैं कि इंसान कितने साल तक जिंदा रह सकता है?

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| क्या आप जानते हैं कि इंसान कितने साल तक जिंदा रह सकता है? आपने 114 या 116 साल की उम्र के सबसे अधिकतम शख्स के बारे में सुना होगा. वैज्ञानिकों को इसका अंदाजा लगाने में कामयाबी मिल गई है. नेचर कम्यूनिकेशन (Nature Communication) में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, इंसान की अधिकतम उम्र 150 साल है. जानिए वैज्ञानिकों ने ये गणना किस तरीके से की.

वैज्ञानिकों ने बनाए स्पेशल इंडिकेटर्स
बता दें कि सिंगापुर (Singapore) के वैज्ञानिकों (Scientists) ने मनुष्य की अधिकतम उम्र जानने के लिए स्पेशल इंडिकेटर्स (Indicators) बनाए हैं. इन इंडिकेटर्स को डायनेमिक ऑर्गेनिज्म स्टेट इंडिकेटर (Dynamic Organization State Indicator) या DOSI कहा जाता है. इडिकेटर्स किसी इंसान की अधिकतम उम्र बताने में सक्षम हैं.
अधिकतम 150 साल तक जिंदा रह सकता है इंसान
जान लें कि अधिकतम उम्र पता करने के लिए स्पेशल तरीके से खून की जांच की जाती है. वैज्ञानिकों ने खून की जांच के बाद इंडिकेटर्स के साथ उसे मैच करके देखा. इस शोध में ये पता चला कि अगर सेहत ठीक रहे और परिस्थितयां इंसान के शरीर के अनुकूल रहें तो वह अधिकतम 150 साल तक जिंदा रह सकता है.
रिसर्चर्स ने उम्र संबंधी वैरिएबल्स (Age Variables) और उम्र घटने के ट्रैजेक्टरी (Trajectory) को सिंगल मैट्रिक (Single Metric) में डालकर देखा. इससे संभावित अधिकतम उम्र का पता चला
वैज्ञानिक किसे मानते हैं उम्र का बढ़ना
गौरतलब है कि बायोलॉजी (Biology) की भाषा में उम्र का बढ़ना, शरीर के अंगों के कम काम करने को कहते हैं. इससे शरीर बीमारियों से घिरता जाता है. इनमें कैंसर, मानसिक परेशानी या दिल की बीमारियां हो सकती हैं. उम्र बढ़ने का दूसरा कारण शरीर के डीएनए (DNA) का लगातार विभाजन होना है. इसकी वजह से इंसान बीमारियों से संक्रमित हो जाता है और शरीर उसका साथ छोड़ने लगता है.
ऐसे किया गया शोध
इंसान की अधिकतम उम्र पता करने के लिए वैज्ञानिकों ने अलग-अलग उम्र के इंसानों के खून का सैंपल लिया. उनके कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC) की जांच की. इस टेस्ट में खून में उपस्थित सफेद रक्त कोशिकाओं (WBC), लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) और प्लेटलेट्स (Platelets) की मात्रा को देखा जाता है. फिर घटती उम्र की ट्रैजेक्टरी (Trajectory) और CBC के आंकड़ों को मिलाकर देखा गया. इससे पता चला कि इंसान को किस उम्र में कौन सी बीमारी हो सकती है और बीमारी उसके शरीर पर क्या असर डाल सकती है. शरीर को कितने तरह की बीमारियों से संघर्ष करना पड़ सकता है.


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