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इन बर्तन को कभी भी माइक्रोवेव के अन्दर न रखे

Teja
19 Sep 2021 3:33 PM GMT
इन बर्तन को कभी भी माइक्रोवेव के अन्दर न रखे
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क्या आप जानते हैं कि भोजन को प्लास्टिक के डब्बे में रखकर माइक्रोवेव ओवन में पकाने से कई तरह की बीमारियां हो सकती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। क्या आप जानते हैं कि भोजन को प्लास्टिक के डब्बे में रखकर माइक्रोवेव ओवन में पकाने से कई तरह की बीमारियां हो सकती है. आप बांझपन, मधुमेह, मोटापा, कैंसर आदि के शिकार हो सकते हैं. विभिन्न अध्ययनों में वैज्ञानिकों ने पाया है कि प्लास्टिक के डब्बे में भोजन को रखकर माइक्रोवेव ओवन में पकाने या गर्म करने पर उच्च रक्तचाप की समस्या पैदा हो सकती है. इससे प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है. मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को नुकसान पहुंचता है. दूसरी तरह के और कई भयावह दुष्प्रभाव सामने आते हैं. दरअसल, माइक्रोवेव ओवन में प्लास्टिक के बर्तन के गर्म होने पर उसमें मौजूद रसायनों का 95% तक रिसाव होता है.

जानिए किन किन बीमारियों के हो सकते हैं शिकार
प्लास्टिक के बर्तनों को बनाने के लिए औद्योगिक रसायन बिस्फेनोल ए का इस्तेमाल किया जाता है. इस रसायन का सीधा संबंध बांझपन, हार्मोन में बदलाव और कैंसर की बढ़ोतरी से है.
प्लास्टिक में पीवीसी, डाइऑक्सिन और स्टाइरीन जैसे कैंसरकारी तत्त्व पाए जाते हैं, जिनका सीधा संबंध कैंसर से होता है.
जब प्लास्टिक के बर्तन में भोज्यपदार्थों को रखकर माइक्रोवेव ओवन में पकाया जाता है तो प्लास्टिक के पात्र में मौजूद रसायन, ओवन की गर्मी से पिघलकर खाद्य पदार्थ पर अपना असर छोड़ता हैं. भोजन गर्म होने पर प्लास्टिक के गर्म बर्तन से निकलने वाले रसायनों के संपर्क में आता है और दूषित हो जाता है.
वहीं विभिन्न शोधों में पाया गया है कि माइक्रोवेव के इस्तेमाल के समय हानिकारक विकिरण निकलते हैं. हालांकि अधिकांश मामलों में यह जरूर पाया गया है कि माइक्रोवेव में भोजन पकाना या गर्म करना नुकसानदेह नहीं है. माइक्रोवेव में गलत बर्तन का प्रयोग आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए प्लास्टिक का इस्तेमाल करना छोड़ दें.
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