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नवरात्रि: "केसरियो रंग तने लाग्योल्या गरबा"पर नौ दिन गरबा खेलैया थिरकते आएंगे नजर

Tara Tandi
17 Oct 2020 3:37 PM GMT
नवरात्रि: केसरियो रंग तने लाग्योल्या गरबापर नौ दिन गरबा खेलैया थिरकते आएंगे नजर
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गुजरात के सबसे लोकप्रिय त्योहार नवरात्रि पर “केसरियो रंग तने लाग्योल्या गरबा”, खोडियार छे जोगमाया मां, माणी तारो गरबो घुमतो जाय.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| गुजरात के सबसे लोकप्रिय त्योहार नवरात्रि पर "केसरियो रंग तने लाग्योल्या गरबा", खोडियार छे जोगमाया मां, माणी तारो गरबो घुमतो जाय, जैसे गरबों पर नौ दिन घर-घर के आंगन में गरबा खेलैया थिरकते नजर आएंगे। आदिशक्ति मां अंबे और दुगार् की आराधना के पर्व नवरात्र के पहले दिन शनिवार को मां के भक्तों ने अपने-अपने घरों में घट स्थापन कर सात धान की बुवाई ( झवेरा वावी) की और झवेरा की देवी रूप में पूजा कर व्रत रखे। राज्यभर में बच्चे, जवान, बुजुर्ग सभी ने भक्ति और मां की शक्ति के आगमन के लिए पिछले एक महीने से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। हर घर में सफाई, रंग-रोगन, रोशनी की जा रही है। बाजारों और शॉपिंग काम्पलेक्सों में पूजा-अर्चना के सामान की दुकानें, फूल-फूल मालाओं, आशोपालव के तोरण, मिठाईयों और फलाहार की दुकानें सजी धजी हुईं हैं। जैसे मां के आगमन से बजारों में रौनक वापस लौट आयी है। चारों ओर खुशी का माहौल बना हुआ है जिससे लोगों के चेहरों पर खुशी का रक्त संचार होता साफ दिख रहा है।

आज से 25 अक्टूबर तक नवरात्रि के दौरान गली-गली में ढ़ोल-नगाडों की ताल पर लोग पूजा-अर्चना, आरती कर भक्तिभाव से गराबा करते नजर आएंगे। बाजारों में देवी मां के लिए छोटे-छोटे मंदिर, श्रृंगार का सामान, धूप-दीप, अगरबत्ती, प्रसाद के लिए स्थानीय सिंग-सांकरिया-रेवड़ी, पेडे खरीदने के लिए भीड़ देखने को मिली। छोटी-छोटी बालिकाओं के लिए माता-पिता चनरी-चोली और आभूषण खरीदते देखे गए। एक दुकानदार बताया कि हर साल की तरह इस साल ग्राहक नहीं है। ग्राहकी होती है तो मूड सही रहता है। पर कोरोना महामारी के चलते सभी व्यापारियों का यही हाल है। सभी परेशान हैं। दिनभर में खरीदी करने वाले ग्राहकों से ज्यादा ग्राहक आपकी तरह दाम पूछने आते हैं और हमारा हाल पूछ कर चल देते हैं। पिछले साल तक नवरात्र के समय हमें बात करने की फुरसत नहीं होती थी। आज हम सोच रहे हैं कि किसी तरह नौ दिनों में नवरात्र में बेचने के लिए दुकान में रखा सामान बिक जाए। नहीं तो इस सामान को एक साल तक संभाल कर रखना पड़ेगा।

नवरात्र के दौरान कई लोग नौ दिन व्रत करेंगे और घरों के आंगन में गरबा करेंगे। अष्टमी को चंडी पाठ देवी स्तुती , हवन आयोजित किए जाएंगे। नवमी के दिन लोग गाते, बजाते, गरबा करते घटस्थापन का नजदीक के मंदिर में विसर्जन करने जाएंगे। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि नवरात्रि के दौरान गरबा के सार्वजनिक आयोजन पर रोक के बावजूद मोहल्लों में पारम्परिक आरती-पूजा के आयोजन के लिए पुलिस की पूवार्नुमति अनिवार्य नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में शु्क्रवार शाम तक कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या 157474 पर पहुंच गयी है और इस वायरस के संक्रमण से अभी तक कुल 362० मरीजों की मौत हो चुकी है।

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