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सुई से नसों में डाला गया मशरूम का रस, अब उगने लगी, आई ये नौबत
jantaserishta.com
15 Jan 2021 4:29 AM GMT
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फाइल फोटो
आइए जानते हैं इस हैरान करने वाली घटना की पूरी कहानी...
अमेरिका के नेब्रास्का में एक 30 वर्षीय शख्स ने मशरूम का रस निकाल कर उसे अपने शरीर में इंजेक्ट कर लिया यानी सुई से नसों में डाल लिया. इसके कुछ घंटों बाद उसकी नसों में ये मशरूम उगने लगा. जिसकी वजह से उसकी ऑर्गन फेल्योर तक की नौबत आ सकी. बहुत मुश्किल से डॉक्टरों ने उसे बचाया लेकिन हिदायत दी कि अब उसे कई सालों तक एंटीफंगल दवाइयां खाती रहनी पड़ेंगी. आइए जानते हैं इस हैरान करने वाली घटना की पूरी कहानी...
हुआ यूं कि ये 30 वर्षीय शख्स बाइपोलर डिस्ऑर्डर नामक मानसिक बीमारी से ग्रसित है. काफी डिप्रेशन में रहता है. डॉक्टरों ने इसे साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) खाने के लिए कहा था. क्योंकि इस मशरूम में साइलोसाइबिन (Psilocybin) नामक तत्व होता है जो ऐसे मरीजों के दिमाग को शांत रखता है. इस शख्स ने साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) उबाला, उसका पानी कॉटन के कपड़े से छाना और फिर उसे सुई से अपनी नसों में इंजेक्ट कर लिया.
दो दिन के बाद वह बेहद थका हुआ महसूस कर रहा था. खून की उल्टियां कर रहा था. उसे पीलिया, डायरिया हो गया था. साथ ही वह कन्फ्यूजन की स्टेट में था. जब अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी जांच की तो पता चला कि इस शख्स ने जिस साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) का पानी अपने शरीर में डाला है उसके प्रभाव से इसकी नसों में वह मशरूम पैदा हो रहा है.
डॉक्टरों ने जांच के बाद पाया कि उसके लिवर में घाव हो गया है. उसके अंग निष्क्रियता यानी ऑर्गन फेल्योर की तरफ जा रहे हैं. तत्काल उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. उसके खून को तुरंत बदला गया. शरीर में बचे हुए खून से टॉक्सिन निकालने के लिए उसे अस्पताल में 22 दिन तक रखा गया. जब उसे अस्पताल से बाहर डिस्चार्ज किया गया तब उसे दो एंटीबायोटिक और एक एंटीफंगल दवा देकर भेजा गया. एंटीफंगल दवा उसे कई सालों तक खानी पड़ेगी.
साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) को खाने के बाद शरीर में हुए प्रभावों को लेकर एक रिपोर्ट जर्नल ऑफ द एकेडेमी ऑफ कंसलटेशन लायसन साइकेट्री में प्रकाशित हुई है. जो डॉक्टर इस शख्स का इलाज कर रहा था, उसने बताया कि इसे बाइपोलर डिस्ऑर्डर टाइप 1 था. यह कई बार मैनिएक और डिप्रेशन का शिकार हो चुका है. कभी हिंसक हो जाता था तो कभी एकदम शांत. इसलिए इसे साइलोसाइबिन (Psilocybin) नाम की दवा खाने की हिदायत थी.
डॉक्टर ने साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) खाने के लिए कहा था. क्योंकि ये मानसिक बीमारियों में मदद करता है. लेकिन उस शख्स ने इसे उबालकर इसके पानी को अपनी नसों में सुई से डाल लिया. साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) को मैजिक मशरूम भी कहते हैं. ये डिप्रेशन और एनजाइटी को खत्म करने में सहायक होते हैं. लेकिन इनकी डोज और टाइमिंग का सही इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह पर ही होना चाहिए.
साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) का उपयोग कैंसर के उन मरीजों पर भी किया जाता है जो मानसिक रूप से खुद को कमजोर महसूस करते हैं. या फिर वे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं. इसे लेकर जॉन हॉपकिंस और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में रिसर्च रिपोर्ट भी प्रकाशित हो चुकी है. जिन कैंसर मरीजों को साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) से मिलने वाले साइलोसाइबिन (Psilocybin) तत्व से बनी दवा दी गई उन्हें काफी आराम मिला था.
साइलोसाइबिन (Psilocybin) या इससे बनी दवा कभी भी इंजेक्ट नहीं की जाती. जिस शख्स ने मशरूम का पानी अपने शरीर में डाला आज वह यह बात सीख गया है. तीन हफ्ते अस्पताल में रहने के बाद उसकी हालत में काफी सुधार आया है लेकिन उसे सख्त हिदायत के साथ घर भेजा गया है.
डॉक्टरों ने बताया साइलोसाइबिन साइकेडेलिक मशरूम (Psychedelic Mushroom) का उपयोग सिर्फ पका कर खाने के लिए किया जा सकता है. इसका पाउडर या पानी बनाकर लेना नुकसानदेह हो सकता है. इसलिए मैजिक मशरूम के फायदा लेने के लिए उसे उसी तरीके से खाएं जिस तरीके से आपको डॉक्टर सलाह दे.
साइलोसाइबिन (Psilocybin) मशरूम्स के दुनिया भर में 180 से ज्यादा प्रजातियां है. जो मानसिक बीमारियों को ठीक करने में मदद करती हैं. इनसे दवाइयां भी बनती हैं. लोग इन्हें डॉक्टरी सलाह पर ऐसे भी पका कर खाते हैं. कई बार लोग इसका उपयोग नशे के लिए भी करते हैं लेकिन इसे लेकर दुनियाभर की सरकारें बेहद सख्त रवैया अपनाती हैं.
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