लाइफ स्टाइल

मच्छर निरोधकों में होता है भारी केमिकल, रोकथाम के लिए अपनाए यह घरेलू उपाय

Manish Sahu
13 Aug 2023 6:36 PM GMT
मच्छर निरोधकों में होता है भारी केमिकल, रोकथाम के लिए अपनाए यह घरेलू उपाय
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लाइफस्टाइल: यह साल का वह समय है जब हम डेंगू और मलेरिया के मामलों के बारे में सुनते हैं। मच्छर देर से वसंत, गर्मी और शुरुआती पतझड़ के महीनों के दौरान सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। और चूँकि अब गर्मी का मौसम है, मच्छरों का मौसम अपने चरम पर पहुँच जाता है, जिससे डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। उनके काटने पर खुजली होती है और उनकी भनभनाहट कष्टप्रद होती है। इसलिए, बिना एक पल भी सोचे हम खुद को मच्छरों के काटने से बचाने के लिए क्रीम, कॉइल और मैट जैसे मच्छर निरोधकों का इस्तेमाल करने लगते हैं। अधिकतर लोग अपने हाथों और पैरों पर क्रीम और ऑयल लगाते हैं। वहीं, कुछ लोग गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी क्रीम और ऑयल लगाते हैं।
मच्छर बीमारियाँ फैलाते हैं और मलेरिया और चिकनगुनिया फैलने का कारण बनते हैं। वे तेजी से प्रजनन करते हैं और फैलते हैं। मच्छरों के काटने से बचने के सबसे सुरक्षित और त्वरित तरीकों में से एक है त्वचा के खुले क्षेत्रों पर मच्छर निरोधक का उपयोग करना। मच्छरों की रोकथाम के लिए मार्केट में इस तरह के विभिन्न प्रोडक्ट उपलब्ध हैं लेकिन लोगों को इनके इस्तेमाल का सही तरीका नहीं पता होता है। वास्तव में इन चीजों में भारी केमिकल होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। ज्यादातर मच्छर निरोधकों में DEET होता है जो ज्यादातर मामलों में उपयोग करने के लिए सुरक्षित है। हालाँकि, रसायनों का नियमित और बार-बार उपयोग त्वचा और शरीर पर अप्रिय प्रभाव डाल सकता है।
बाजार में उपलब्ध मच्छर मारने या भगाने वाले उत्पादों की जगह आप कुछ घरेलू उपायों को अपनाते हुए मच्छरों से निजात पा सकते हैं। आइए डालते हैं एक नजर मच्छरों को भगाने वाले घरेलू उपायों पर—
घर में मच्छर भगाने वाले पौधे लगाएं
घर के आंगन, बालकनी, खिड़की, मेन गेट के आस पास ऐसे पौधे लगाएं, जिनसे मच्छर दूर भागते हैं। वन तुलसी (जिसे अफ्रीकी तुलसी के नाम से भी जाता है), मैरीगोल्ड, लैवेंडर, रोजमेरी, पुदीना, और लेमन ग्रास कुछ ऐसे ही पौधे हैं जो हवा को तो प्यूरिफाई करते ही हैं, साथ ही इन प्लांट्स की महक इतनी तेज होती है कि इससे मच्छर नहीं आते। साथ ही इन पौधों से घर में पॉजिटिविटी भी बनी रहती है।
नीम के पत्तों से करे धुआं, नीलगिरी का तेल भी असरदार
नीम के पत्ते के धुएं से मच्छर, कीड़े-मकौड़े दूर भागते हैं। इस उपाय को गांवों में अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा नीम के पत्ते को पानी में उबालकर उसका छिड़काव किया जा सकता है। नीलगिरी के तेल में बराबर मात्रा में नींबू मिलाकर उसे शरीर पर लगाने से इसकी गंध से भी मच्छर आपको नहीं काटेंगे।
लहसुन के उपाय का इस्तेमाल
मच्छरों को घर से भगाने के लिए आप लहसुन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप पहले लहसुन को उबाल लें। इसके बाद उसे कूटकर उसका घोल बना लें। फिर उस घोल को पानी से भरी बोतल में डाल लें। इसके बाद उस मिश्रण को उन जगहों पर छिड़कें, जहां पर मच्छर छिपने का शक हो। इस उपाय से मच्छर भाग जाते हैं।
तुलसी के पौधे से दूर भागते हैं मच्छर
तुलसी न केवल सनातन धर्म में पवित्र पौधा माना जाता है बल्कि यह आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर भी है. आप मच्छरों को घर से दूर रखने के लिए तुलसी का पौधा लगा सकते हैं। साथ ही तुलसी के सूखे पत्तों को जलाकर भी मच्छरों को भगा सकते हैं।
कपूर
कपूर का इस्तेमाल वैसे तो पूजन सामग्री के तौर पर किया जाता है लेकिन ये मच्छरों को घर से भगाने में भी काफी कारगर उपाय है। अगर शाम होते ही घर में मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है तो आप कमरे के सारे खिड़की दरवाजे पहले बंद कर दें और उसके बाद कपूर जला दें। कपूर का धुआं पूरे कमरे में फैलने दें। उसके बाद मेन दरवाजा खोल दें। ऐसा करने से सारे मच्छर धुएं की वजह से भाग जाएंगे।
एल्कोहल स्प्रे
मच्छरों से निजात पाने के लिए आप एल्कोहल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मच्छर एल्कोहल की गंध को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आप एक स्प्रे की बोतल में एल्कोहल को भरकर उसका स्प्रे कर दें तो मच्छर भाग जाएंगे।
पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल
एक कप पानी में कुछ बूंदें पेपरमिंट ऑयल की डालें और इसे एक स्प्रे कैन में भर लें। इस घोल को अपनी त्वचा पर स्प्रे करें। पेपरमिंट ऑयल में रासायनिक यौगिक होते हैं जो मच्छरों को दूर रख सकते हैं, जिससे आपको ताजी और मिन्टी की महक आती है।
लैवेंडर
यह न सिर्फ खुशबूदार है पर एक शानदार तरीका भी है मच्छरों से बचने का। इस फूल की खुशबू असरदार होती है जिससे मच्छर भाग जाते हैं। इस घरेलू उपाय के उपयोग के लिए लैवेंडर के तेल को एक कमरे में प्राकृतिक फ्रेशनर के रूप में छिड़कें।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदों को थोड़े से पानी में मिलाकर अपनी त्वचा पर लगाएं। यह एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल तेल न केवल मच्छरों को भगाने में उत्कृष्ट है, बल्कि यह मच्छरों के काटने का भी इलाज कर सकता है।
गोबर के कंडे
मच्छरों को घर से भगाने के लिए गोबर के कंडे का इस्तेमाल भी एक अच्छा घरेलू उपाय है। जिस वक्त कमरे में बहुत ज्यादा मच्छर हों उस वक्त घर के सभी खिड़की दरवाजों को बंद कर गोबर के कंडे का धुआं कर बाहर निकल जाएं। थोड़ी देर बाद आकर सारे खिड़की दरवाजें खोल दें। घर के सारे मच्छर भाग जाएंगे।
रोजमैरी
रोजमैरीके डंठल मच्छरों को दूर भगाने में बहुत अच्छे होते हैं। घर के अंदर बस कुछ डंठल जला दें, और आप प्रभावी रूप से घर से मच्छरों से छुटकारा पा सकते हैं।
लौंग और नींबू
यह उपाय मच्छरों को दूर रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है; यह काफी सरल भी है। कुछ नींबू को आधा काट लें और प्रत्येक आधे में कुछ लौंग चिपका दें। मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए इन्हें घर में जगह-जगह रख दें।
विंडो स्क्रीन स्थापित करें
सभी खिड़कियों और दरवाजों को ढकने के लिए महीन जाली वाली विंडो स्क्रीन का उपयोग करें। इससे मच्छरों को दूर रखते हुए ताजी हवा अंदर आएगी। दरारों और खुले स्थानों को सील करें। अपने घर की खिड़कियों, दरवाजों या दीवारों में किसी भी खाली जगह, दरार या खुलेपन का निरीक्षण करें। मच्छरों को प्रवेश करने से रोकने के लिए उन्हें ठीक से सील करें।
अजवाइन और सरसों का तेल
सरसों के तेल में अजवाइन पाउडर मिलाकर इससे गत्ते के टुकड़ों को तर कर लें और कमरे में ऊंचाई पर रख दें। मच्छर पास भी नहीं आएंगे।
नीम का तेल
नीम के तेल को हाथ-पैरों में लगाएं या फिर नारियल के तेल में नीम का तेल मिलाकर उसका दीया जलाएं।
पूरी बांह के कपड़े पहनें
मच्छरों को दूर भगाने के सारे उपाय करने के साथ उनके काटने से बचने के लिए घर में फुल अस्तीन की शर्ट या कुर्ती पहने। इससे मच्छरों के काटने से बहुत हद तक निजात मिल जाती है। इसके अलावा घर में या आसपास कहीं भी पानी को जमा होने न दें, क्योंकि मच्छरों का लार्वा इन पानी में ही पनपता है।
अपनी गतिविधियों का समय निर्धारित करें
मच्छर सुबह और शाम के समय सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। यदि संभव हो, तो मच्छरों के काटने के जोखिम को कम करने के लिए इन समयों के दौरान बाहरी गतिविधियों से बचें। याद रखें, मच्छरों को अपने घर से प्रभावी ढंग से दूर रखने और मच्छर जनित बीमारियों से खुद को बचाने के लिए निवारक उपायों के संयोजन का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
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