- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- प्रेग्नेंसी के 5 वे...
लाइफ स्टाइल
प्रेग्नेंसी के 5 वे सप्ताह में होती है मूड स्विंग की प्रॉब्लम, जानें इसके बारे में
Ritisha Jaiswal
16 July 2022 12:51 PM GMT

x
प्रेग्नेंसी एक से दो होने की खुशी को एन्जॉय करने का मौका होता है. होने वाले पैरेंट्स को जब इस बात की खबर मिलती है,
प्रेग्नेंसी एक से दो होने की खुशी को एन्जॉय करने का मौका होता है. होने वाले पैरेंट्स को जब इस बात की खबर मिलती है, तो उनका मन खिल उठता है. प्रेग्नेंसी के पांचवे सप्ताह का समय वो वक्त होता है, जब आपके पीरियड्स मिस हो चुके होते हैं और आप प्रेग्नेंट होने की बातें सोचने लगती हैं.
प्रेग्नेंसी के पांचवे सप्ताह में भ्रूण लगभग 2 एमएम के आकार का होता है, जिसमें उसकी कोशिकाओं की संख्या बढ़ने लगती है. इस चरण पर आप शायद कुछ भी अलग अनुभव हो, लेकिन आपके गर्भाशय के अंदर बड़े परिवर्तन हो रहे होते हैं. जिसका असर धीरे-धीरे बाहर भी दिखने लगता है. आइए जानते हैं शरीर में होने वाले उन बदलावों के बारे में.
प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने की शुरुआत कैसी होती है
व्हाटटूएक्सपेक्ट के अनुसार 5 सप्ताह की प्रेग्नेंसी में महिलाओं को मूड स्विंग्स की समस्या बहुत होती है. वो एक पल में खुश होती है, वहीं दूसरे पल में चिड़चड़ी हो जाती है. गर्भावस्था के पांचवे सप्ताह में अकेलेपन, उदासी, गुस्से, खुशी से लेकर असुरक्षा के भाव तक मूड स्विंग्स हो सकते हैं.
कभी-कभी यह सभी इमोशन एक- दो घंटे के अंदर महसूस हो सकते हैं. प्रेग्नेंसी के दौरान आपके शरीर में हॉर्मोन लेवल लगातार बढ़ रहे होते हैं. इसकी वजह से लगातार आपके इमोशन बदलते रहते हैं, लेकिन इसे लेकर परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि प्रेग्नेंसी में मूड स्विंग्स होना बहुत आम बात होती है.
5 सप्ताह की गर्भावस्था में भ्रूण विकास
5 सप्ताह की प्रेग्नेंसी में भ्रूण का आकार संतरे के एक बीज जितना बड़ा होता है. इस दौरान न्यूरल ट्यूब, जो शिशु के मस्तिष्क को उसके मेरुदंड से जोड़ेगी, बन चुकी होती है. इसके बाद ही शिशु का विकास होना शुरू होता है. आपके बच्चे का छोटा सा दिल वह पहला अंग होता है, जो विकसित होकर काम करने लगता है. हालांकि, पूर्ण विकसित हृदय में जहां चार चैंबर होते हैं, वहीं 5 सप्ताह की प्रेग्नेंसी में केवल एक ही चैंबर होता है. इस दौरान बच्चे का दिल धड़कन 100 प्रति मिनट की दर से धड़क रहा होता है.
5 सप्ताह की गर्भावस्था में महिलाओं को अपना बेहद ध्यान रखना होता है. इस दौरान आंतरिक विकास के साथ-साथ शिशु के बाहरी शरीर में भी विकास दिखाई देने लगता है. शिशु की बाजुओं के रूप में विकसित होने वाले उभार धुंधले नज़र आने लगते हैं. इसी दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट में दर्द महसूस होना भी शुरू होता है. इसी समय के आसपास डॉक्टर भी बच्चे के जन्म की संभावित तारीख बता देते हैं.

Ritisha Jaiswal
Next Story