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लाइफ स्टाइल
Monsoon Skin Care : बारिश के मौषम में त्वचा संबंधित समस्याओं से निजात पाने के लिए, आजमाए ये टिप्स
Tulsi Rao
17 July 2021 8:36 AM GMT
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बारिश के मौसम में नमी और अत्यधिक पसीने के कारण मुंहासे निकलने का खतरा बढ़ जाता है. मुंहासों के जोखिम को कम करने के लिए आप कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हम सभी को बारिश के मौसम का बेसब्री से इंतजार रहता है. सुहावना मौसम चिलचिलाती गर्मी से एक बहुत जरूरी ब्रेक देता है. लेकिन मॉनसून में आपको कई त्वचा संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में आपको मुंहासे भी हो सकते हैं. नमी और अत्यधिक पसीने के कारण त्वचा पर छिद्र अक्सर तेल और गंदगी से भर जाते हैं. इससे मुंहासे निकलने का खतरा बढ़ जाता है. ये न केवल ठीक होने में समय ले सकता है बल्कि रेडनेस और परेशानी भी पैदा कर सकता है. मॉनसून में मुंहासों के जोखिम को कम करने के लिए आप कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं.
दिन में दो बार अपना चेहरा धोएं
मॉनसून गर्मी से राहत देता है. ऐसे में आपके आस-पास की हवा नम और बैक्टीरिया से भरी होती है. ये त्वचा के छिद्रों को बंद कर सकती है. इससे मुंहासे और ब्रेकआउट हो सकते हैं. दिन में कम से कम दो बार अपना चेहरा धोने से आपको पसीना साफ करने में मदद मिलेगी. इससे त्वचा के छिद्रों से गंदगी और तेल निकल जाएगा. चेहरा धोना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये आपके छिद्रों को खोलेगा. इससे गंदगी निकलना आसान हो जाएगा. ये ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स निकालने में मदद करता है. इसलिए ये ब्रेकआउट को विकसित होने से रोकता है. फेस वॉश का इस्तेमाल ब्रेकआउट से लड़ने में मदद करेगा. संतरे के छिलके और गुलाब जल के फेस वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें विटामिन सी होता है. ये ऑयली त्वचा को साफ करने और इसका इलाज करने में मदद करता है. ये एंटीबैक्टीरियल गुण मुंहासों को दूर करते हैं और निशान हटाते हैं.
अपने रोमछिद्रों को बंद रखने के लिए डबल क्लींजिंग का इस्तेमाल करें
डबल क्लींजिंग आपके चेहरे को दो क्लींजर से अच्छी तरह साफ करने में मदद करती है. इसमें एक ऑयल बेस्ड क्लींजर होता है और दूसरा वॉटर बेस्ड क्लींजर होता है. ऑयल बेस्ड क्लींजर ऑयल बेस्ड क्लींजर मेकअप, सनस्क्रीन और प्रदूषण के कारण होने वाली अशुद्धियों को दूर करने में मदद करता है. वॉटर बेस्ड क्लींजर पसीने को हटाने और सुस्त त्वचा को फिर से एनर्जेटिक बनाने में मदद करता है. अपनी हथेली पर ऑयल बेस्ड क्लींजर लगाकर शुरुआत करें और अपनी उंगलियों से गोलाकार मोशन में धीरे से मालिश करें. गुनगुने पानी का इस्तेमाल करते हुए क्लींजर को अपने चेहरे से धो लें. इसके बाद वॉटर बेस्ड क्लींजर को पहले की तरह ही लगाएं.
एंटीबैक्टीरियल गुणों वाले प्राकृतिक फेस मास्क का इस्तेमाल करें
प्राकृतिक सामग्री से बने फेस मास्क एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं. ये आपकी त्वचा को फ्रेश रखता है. ये आम समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं जैसे मुंहासे, ऑयल और निशान आदि. फेस मास्क त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद कर सकते हैं. त्वचा को साफ और त्वचा के रोमछिद्रों को साफ कर सकते हैं, जिससे गंदगी और अधिक तेल निकल सकता है.
ब्रेकआउट से बचने के लिए नीम आधारित फेस मास्क एक अच्छा विकल्प है. नीम विटामिन ई, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है. ये आपकी त्वचा को स्वस्थ रखता है. नीम त्वचा को हाइड्रेट करने, कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. ये मुंहासों के इलाज और निशान को कम करने में मदद कर सकते हैं. आप नीम के तेल के साथ कॉफी का पाउडर मिला सकते हैं. इसे पूरे चेहरे पर लगा सकते हैं. इसे 15 मिनट तक के लिए लगा रहने दें. इसके बाद गुनगुने पानी से धो लें.
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