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इस काली चीज के सामने लाखों की दवाएं भी फेल, एक झटके में तोड़ देगी पुरानी कब्ज
![इस काली चीज के सामने लाखों की दवाएं भी फेल, एक झटके में तोड़ देगी पुरानी कब्ज इस काली चीज के सामने लाखों की दवाएं भी फेल, एक झटके में तोड़ देगी पुरानी कब्ज](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/08/25/3347652-y24.webp)
कब्ज एक गंभीर : कब्ज एक गंभीर समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं। खराब खानपान जैसे जंक फूड्स का अधिक सेवन, खाने में फाइबर की कमी, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, स्ट्रेस, स्मोकिंग और शराब का सेवन इसके बड़े कारण हैं। कब्ज का इलाज किया जाना जरूरी है क्योंकि लंबे समय तक बने रहने से यह बवासीर का रूप ले सकता है।कब्ज के लक्षण क्या हैं? कब्ज होने होने पर आपका मल सख्त हो जाता है जिसकी वजह से बाहर नहीं आ पाता या पास होने में समस्या होती है। ऐसा होने से आपको पेट फूला महसूस होना, पेट दर्द, मतली, उल्टी आदि लक्षण महसूस हो सकते हैं।कब्ज का इलाज या घरेलू उपाय क्या हैं? कब्ज के इलाज के लिए कई दवाएं हैं लेकिन आप आप अपने खाने-पीने में बदलाव करके भी इस समस्या से राहत पा सकते हैं। कब्ज होने पर आपको सूखा आलूबुखारा का खूब सेवन करना चाहिए। क्रिटिकल रिव्यूज़ इन फ़ूड साइंस एंड न्यूट्रिशन में एक अध्ययन के अनुसार, यह कब्ज को तोड़ने और उसके लक्षणों को कम कर सकता है। चलिए जानते हैं कैसे कब्ज के कारण किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी में शामिल नहीं होना कम फाइबर वाला खाना ज्यादा सफर करना डेयरी उत्पादों को अधिक सेवन कुछ दवाएं भी इसका कारण बन सकती हैं गर्भावस्था, आईबीएस या तंत्रिका संबंधी विकार कब्ज ठीक करने के लिए क्या खाएं कब्ज़ से मुक्ति पाने के लिए खाएं ये 7 चीजें
कब्ज का इलाज विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। रोजाना कसरत करना, अधिक पानी पीना और बाथरूम में थोड़ा ज्यादा समय देने से आपको मदद मिल सकती है। कब्ज से राहत पाने के लिए अपने खाने में रेचक वाली चीजें शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। कुछ ओवर-द-काउंटर मेडिसिन और नैचुरल ट्रीटमेंट भी सहायक हो सकते हैं। आप मल मुलायम करने वाले पदार्थ, साइलियम और फाइबर से भरे उत्पाद भी ले सकते हैं। सूखा आलूबुखारा कब्ज का रामबाण इलाज सूखा आलूबुखारा खाने से कब्ज से राहत मिल सकती है। सूखे आलूबुखारे को साबू खाने और उसका जूस पीने से कब्ज को रोकने में मदद मिल सकती है, साथ ही कोलन कैंसर से बचाव हो सकता है। इतना ही नहीं, सूखे आलूबुखारा में पाए जाने वाले पोषक तत्व मोटापा, डायबिटीज और हार्ट डिजीज को भी कंट्रोल करने में भी मदद कर सकते हैं। आलूबुखारा का जूस भी है फायदेमंदशोध से यह भी पता चलता है कि आलूबुखारा का जूस कब्ज केलिए मौजूद सभी उपायों और दवाओं की तुलना में अधिक प्रभावी हो सकता है। एलिमेंटरी फार्माकोलॉजी एंड थेरेप्यूटिक्स में एक अध्ययन में कहा गया है कि यह साइलियम वाली दवाओं से भी बेहतर काम करता है।आलूबुखारा जूस कितनी मात्रा में पिएंआलूबुखारा जूस बच्चों और वयस्कों दोनों में कब्ज के लिए एक प्रभावी उपाय है। मेयो क्लिनिक के अनुसार, कब्ज होने पर किसी शिशु को एक बार में 2 से 4 औंस से ज्यादा जूस नहीं दिया जाना चाहिए जबकि वयस्कों को हर सुबह 4 से 8 औंस रस पीना चाहिए।