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शिशु की जैतून तेल से मसाज करने से मिलते है कई फायदे

Ritisha Jaiswal
17 March 2022 9:41 AM GMT
शिशु की जैतून तेल से मसाज करने से मिलते है कई फायदे
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एक्सपर्ट अनुसार, शिशुओं की तेल मसाज करने से उनका बेहतर तरीके से विकास होता है।


एक्सपर्ट अनुसार, शिशुओं की तेल मसाज करने से उनका बेहतर तरीके से विकास होता है। मगर अक्सर बच्चे की मसाज करने को लेकर पेरेंट्स सोच में पड़ जाते हैं कि कौन सा तेल उनके लिए फायदेमंद रहेगा। ऐसे में आप ऑलिव ऑयल यानि जैतून तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। पोषक तत्वों व एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर जैतून तेल शिशु की स्किन को कोमल, मुलायम व पोषित बनाए रखने में मदद करेगा। चलिए जानते हैं शिशु की जैतून तेल से मसाज करने के फायदे...

हर मौसम में फायदेमंद
अक्सर पेरेंट्स इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि गर्मियों में शिशु के लिए कौन सा तेल फायदेमंद रहेगा। हालांकि कि कई तेल गर्मी और सर्दी के मौसम तक सीमित रहते हैं। ऐसे में इन्हें गलत मौसम में इस्तेमाल करने से शिशु की स्किन व सेहत को नुकसान हो सकता है। मगर जैतून तेल किसी भी मौसम के लिए फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में आप बिना किसी परेशानी के गर्मियों में ही जैतून तेल से शिशु की मसाज कर सकते हैं। बस इसे अधिक मात्रा में लेने से बचें।
स्किन करे मॉइस्चराइज
शिशु की स्किन कोमल व नाजुक होती है। ऐसे में आप उनके शरीर की मसाज करने के लिए जैतून तेल इस्तेमाल कर सकती हैं। मॉइस्चराइजिंग गुणों से भरपूर ऑलिव ऑयल शिशु की स्किन को कोमलता से पोषित करने में मदद करेगा। इसमें स्क्वैलिन होता है जो एक हाइड्रेटिंग एजेंट है। यह बच्चे की त्वचा को मुलायम बनाए रखने में भी मदद करता है।
क्रैडल कैप में मददगार
क्रैडल कैप की स्थिति में शिशु के स्कैल्प की स्किन सूखी व परतदार होने लगती है। ऐसे में आप शिशु की इस समस्या को दूर करने के लिए ऑलिव ऑयल इस्तेमाल कर सकते हैं। यह क्रैडल कैप से बनने वाली पपड़ी को ढीला करने में मदद करता है। इसके लिए गुनगुने जैतून तेल को शिशु के स्कैल्प पर मसाज करते हुए लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें। बाद में माइल्ड शैम्पू से बच्चे के बाल धो लें। इसके बाद कंघी की मदद से फ्लेक्स को हटा लें।
डायपर रैशेज से दिलाएं छुटकारा
अक्सर घंटों डायपर पहनने से शिशु को डायपर रैशेज की समस्या हो जाती है। इस परिस्थिति में बच्चे को जैतून तेल लगाना फायदेमंद माना गया है। इसके लिए ऑलिव ऑयल को हल्का गर्म करके शिशु के रैशेज वाली जगह पर धीरे से मसाज करते हुए लगाएं। इससे डायपर रैशेज दूर होने के साथ शरीर में दाने आने की समस्या से भी बचाव रहेगा।
अच्छी नींद दिलाने में मददगार
शिशु के लिए अच्छी व पूरी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। इससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। इसके लिए आप बच्चे के शरीर की मसाज करते दौरान उसके तलवों की मसाज भी जरूर करें।
बालों के लिए फायदेमंद
विटामिन ई से भरपूर जैतून तेल बच्चे के बालों की ग्रोथ करने में मदद करता है। इससे शिशु के स्कैल्प की मसाज करने से बाल सुंदर, घने, मजबूत व मुलायम होते हैं। आप शिशु को नहलाने से 1 घंटा पहले उसके सिर की ऑयली ऑयल से मसाज कर सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
. अगर शिशु को किसी तरह की कोई एलर्जी हैं तो जैतून तेल लगाने से उसकी समस्या बढ़ सकती हैं। ऐसे में इससे बच्चे की मसाज करने से बचें।
. अगर इससे शिशु के शरीर की मसाज करने पर उसकी स्किन पर रैशेज पड़ने लगते तो इसका तुरंत इस्तेमाल करना बंद कर दें।
तेज खरीदने से पहले इसकी शुद्धता की जांच जरूर कर लें। नहीं तो इससे शिशु को एलर्जी हो सकती है।


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