लाइफ स्टाइल

रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर है मकोय, बढ़ाता है पौरुष शक्ति

Tara Tandi
18 May 2023 7:04 AM GMT
रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर है मकोय, बढ़ाता है पौरुष शक्ति
x
शहरी क्षेत्रों के लिए मकोय एक अलग सा फल है. यह झाड़ियों में उगता है और इसका आकार मटर के दानों से कुछ ही छोटा होता है. इसका स्वाद टमाटर जैसा होता है और जिसको इसकी जानकारी होती है, वह इसे खूब खाते हैं. असल में मकोय को शरीर के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है. इसका सेवन शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. मकोय को पीलिया से बचाव के लिए भी लाभकारी माना जाता है. आयुर्वेद में इसे पौरुष बल बढ़ाने वाला बताया गया है. भारत में हजारों वर्षों से इसका सेवन किया जा रहा है.
लुभाता है लाल-पीला और बैंगनी काला रंग
मकोय को असल में एक खरपतवार माना जाता है, जो कहीं भी उग जाता है. जंगलों में तो यह नजर आता ही है, साथ ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की मेड़ में भी इसकी झाड़ी खूब नजर आएगी. शहरी क्षेत्रों के पार्क में जो ट्रेक बनाए जाते हैं, उसके दोनों तरफ बनी झाड़ियों में भी मकोय खूब दिखता है. इसका आकार मटर के दानों से कुछ छोटा होता है. फल कच्‍चा होने पर छोटे हरे मटर जैसा दिखता है और जब पक जाता है तो इसका कलर लाल, पीला या बैंगनी काला जैसा नजर आने लगता है.
यह बेहद चिकना और रसदार होता है. इसमें बहुत सारे छोटे-छोटे बीज होते हैं. लाल और पीले रंग वाला मकोय टमाटर के स्वाद जैसा होता है, जबकि बैंगनी-काले का स्वाद मीठा होता है. ग्रामीण क्षेत्रों में इसे इसे काकमाची और भटकोइंया के नाम से भी जाना जाता है. यह भारत के हर राज्य में नजर आ जाएगा. आम लोग इसे फल की श्रेणी में रखते हैं, लेकिन आयुर्वेद में इसे शाकवर्ग: में रखा गया है.
मकोय सब्जी या फल बाजार में न मिलता हो और लोगों को इसके बारे में जानकारी कम हो, लेकिन इसका इतिहास बेहद प्राचीन है. यह हजारों सालों से दुनिया में उगाया और खाया जा रहा है. पश्चिमी देशों में इसे गार्डेन नाइटशेड (Garden nightshade), ब्लैक नाईटशेड (Black nightshade), हाऊन्ड्स बेरी (Hound`s berry) आदि नामों से जाना जाता है. फूड हिस्टोरियन मकोय को यूरोशिया का मूल निवासी मानते हैं. उनका मानना है कि यह भारत समेत साउथ व मध्य एशिया, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में हजारों वर्षों से उग रहा है. कुछ क्षेत्रों में मकोय और इसके पत्तों की सब्जी बनाकर खाया जाता है तो इसके कुछ हिस्सों का प्रयोग औषधि के रूप में भी होता है.
Next Story