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घर में प्रदूषण के असर को कम करने के लिए करें ये बदलाव

Triveni
26 Nov 2020 6:58 AM GMT
घर में प्रदूषण के असर को कम करने के लिए करें ये बदलाव
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कोरोना के साथ ही वायु प्रदूषण लोगों के लिए दुसरी बड़ी समस्या बनता जा रहा है। सर्द मौसम दस्तक दे रहा है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कोरोना के साथ ही वायु प्रदूषण लोगों के लिए दुसरी बड़ी समस्या बनता जा रहा है। सर्द मौसम दस्तक दे रहा है और दुसरी तरफ पराली जलाने से लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। घर से लेकर बाहर तक आप इस दूषित हवा में सांस लेने के लिए मजबूर है। दूषित हवा से बचने के लिए हम बाहर निकलने से परहेज करते हैं लेकिन आप जानते हैं आपका घर भी महफूज नहीं है। हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है, जिसकी वजह से हानिकारक रसायन हमारी सांसों के जरिए बॉडी में दाखिल हो रहे हैं। ये जहरी गैसें आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी खास कर अस्थमा के मरीजों के लिए दम घोटने वाली परेशानियां पैदा कर रही हैं।

जहरीली गैसों से भरी हवा आपके घर में भी आपकी सेहत को नुक्सान पहुंचा रही हैं, इसलिए जरूरी है कि इस दूषित हवा से बचने के उपाय खोजे जाएं। हम आपको कुछ प्राकृतिक तरीके बताते हैं जिन्हें अपनाकर आप घर की हवा को प्यूरीफाई कर सकते हैं।

घर में वेंटिलेशन बढ़ाएं ताकि हवा शुद्ध हो सके:

जहरीली गैसें घर में भी आपका पीछा नहीं छोड़ती, इसलिए घर की हवा को प्यूरिफाई करें। आज कल फ्लेट में लोग रहते हैं जहां हवा पानी का आवागमन बिल्कुल नहीं है। कमरे में वेंटिलेशन नहीं होने की वजह से जो गैसें कमरे में घुस जाती हैं, वो वहीं रह जाती है जो सेहत के लिए नुकसानदायक है। वेंटिलेशन घर में मॉश्चर का स्तर कम करता है।

घर में सबसे ज्यादा दूषित हवा किचन में मौजूद होती हैं, क्योंकि किचन में लगातार कुकिंग का काम होता है। इसलिए जरुरी है कि किचन में वेंटिलेशन की व्यवस्था जरूर करें और एक्जास फैन जरुर लगाएं, ताकि हवा लगातार शुद्ध होती रहे।

मोमबत्तियां:

आप जानते हैं मोमबत्तियां भी हवा को शुद्ध करती हैं। आप घर में बिना धुआ दिये जलने वाली मोमबत्तियों का चयन करें। अगर आप घर में खुशबू वाली मोमबत्तियां लगाना पसंद करती हैं तो पैराफिन वाली मोमबत्तियों से परहेज करें, ये मोमबत्तियां पेट्रोलियम उत्पन्न करती हैं और बेंजीन, टोल्यूनि और हवा में कालिख छोड़ती हैं। मोमबत्तियां भी प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर का काम करती हैं। मोम की बनी हुई मोमबत्तियां धीरे-धीरे चलती है इसलिए इन्हें जल्दी बदलने की जरूरत नहीं है। आप उन्हीं मोमबत्तियों का चुनाव करें जो शुद्ध हों। यानी कि जो बिना धुएं के जलें और गंध रहित हों। ऐसी मोमबत्तियां अस्थमा के रोगियों को लिए और हवा से धूल जैसी एलर्जी को दूर करने में सहायक होती हैं।

नमक का लैंप करेगा घर की हवा शुद्ध

नमक का लैंप भी हवा को शुद्ध करने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। नमक में मौजूद क्रिस्टल हवा में मौजूद नमी को खींचकर हवा से दूषित कणों को कम करता है। हिमालयन गुलाबी नमक एक प्राकृतिक आयनिक एयर प्यूरिफायर है जो पर्यावरण से जहरीली गैसों को कम करता है।

आप इस लैंप को रात को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ये लैंप रात को आपकी नींद को डिस्टर्ब नहीं करता। इसकी गुलाबी रोशनी नींद के हार्मोन को नष्ट नहीं करती।

चारकोल का इस्तेमाल करें

एक प्राकृतिक एयर प्यूरिफायर के रूप में सक्रिय चारकोल का उपयोग करें। इनडोर हवा को शुद्ध करने का एक शानदार तरीका है लकड़ी का कोयला है, जिसे सक्रिय कार्बन भी कहा जाता है।

यह गंधहीन है, और हवा से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने के साथ अद्भुत काम करता है। घर पर प्राकृतिक रूप से हवा को शुद्ध करने का एक और शानदार तरीका है बांस की लकड़ी का कोयला।

हवा को शुद्ध करना है तो घर के कालीन को रोजाना साफ करें।

घर के सामान पर धूल बैठती हैं तो उसे झाड़े नहीं बल्कि गीले कपड़े से पोछे।

अगर आपके घर पर पौधे हैं, तो गंदगी से छुटकारा पाने के लिए नियमित रूप से पत्तियों को साफ करें।

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