लाइफ स्टाइल

त्‍योहार में जरूर बनाए, लेकिन खाइए थोड़ा संभलकर

Shiddhant Shriwas
4 Nov 2021 12:28 PM GMT
त्‍योहार में जरूर बनाए, लेकिन खाइए थोड़ा संभलकर
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ये दिवाली खूब सारी रौशनी, दियों और सुंदर कपड़ों के साथ जरूर मनाएं, लेकिन अपने खान-पान पर थोड़ा नियंत्रण रखें

कोई भी त्‍योहार का मौसम आते ही सबसे पहला असर हमारे रोजमर्रा के खानपान पर पड़ता है. अगर आप साधारण दिनों में अपने भोजन को लेकर संयमित रहते हैं या डाइटिंग करते हैं तो त्‍योहार के समय डाइटिंग पर ब्रेक लग जाता है. इतनी सारे स्‍वादिष्‍ट और तरह-तरह के पकवान हमारे सामने मौजूद होते हैं कि ऐसे में अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रख पाना थोड़ा मुश्किल होता है. इसलिए त्‍योहार का मौसम खत्‍म होने के बाद कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं.

इस दिवाली को खूब सारी रौशनी, दियों और सुंदर कपड़ों के साथ जरूर मनाएं, लेकिन अपने खान-पान पर थोड़ा नियंत्रण रखें. ऐसा करना क्‍यों जरूरी है, यह समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि ज्‍यादा और बेलगाम तरीके से खाने का हमारे स्‍वास्‍थ्‍य पर क्‍या नकारात्‍मक असर पड़ता है.
आइए जानते हैं ओवर इटिंग के कुछ नुकसान.
गैस और ब्‍लॉटिंग –
ओवर ईटिंग करने की वजह से शरीर में गैस और ब्‍लॉटिंग की समस्‍या हो सकती है. त्‍योहारों के भोजन वैसे भी खूब तेल-मसाले वाला होता है. तेल मसाले वाला खाना खाने से पेट में गैस बन सकती है. शरीर में ब्‍लॉटिंग हो सकती है. कई बार भारी भोजन कई-कई दिनों तक हमारी आंतों में अटका रहता है और कब्‍ज करता है.
हेल्थ टिप्स
इंफ्लेमेशन की समस्‍या-
लोग अकसर शिकायत करते हैं कि त्‍योहार के मौसम में बहुत सारा खाने के कारण उनका वजन बढ़ गया है. यह वजन दरअसल बॉडी के भीतर हो रहा इंफ्लेमेशन होता है यानि की आपका शरीर भीतर से फूल जाता है. आपने कई बार महसूस किया होगा कि जब हम सुबह उठते हैं तो हमारा पेट पिचका हुआ होता है और दोपहर-शाम होते-होते पेट फूट जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि शरीर के भीतर इंफ्लेमेशन हो रहा होता है. फास्टिंग करने और लिक्विड डाइट का पालन करने से इंफ्लेमेशन की इस समस्‍या से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है.
अपच और कब्‍ज –
ओवर ईटिंग के कारण अपच और कब्‍ज दोनों ही समस्‍याएं हो सकती हैं. ज्‍यादा तेल-मसाले वाला खाना कई बार गरिष्‍ठ होता है और पेट में आसानी से पचता नहीं. साथ ही मैदे और कार्ब वाली कई चीजें ऐसी भी होती हैं, जो हमारी आंतों में जाकर चिपक जाती हैं और कब्‍ज करती हैं. यह दोनों ही दिक्‍कतें ओवर ईटिंग के कारण होती हैं. यदि संतुलन में और संभालकर खाया जाए तो इन सारी समस्‍याओं से दूर रहा जा सकता है.


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