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घर पर बनाएं आटा पंजीरी, जानें रेसिपी

Bhumika Sahu
9 March 2022 7:27 AM GMT
घर पर बनाएं आटा पंजीरी, जानें रेसिपी
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घर में जब भी नन्हा मेहमान आता है तो घर की बुजुर्ग महिलाएं नई मां को आटे की पंजीरी बनाकर खाने के लिए देती हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। पर क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं, आखिर आटे की पंजीरी में ऐसा क्या होता है कि डिलीवरी के तुरंत बाद आटे की पंजीरी खाने की सलाह दी जाती है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। घर में जब भी नन्हा मेहमान आता है तो घर की बुजुर्ग महिलाएं नई मां को आटे की पंजीरी बनाकर खाने के लिए देती हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। पर क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं, आखिर आटे की पंजीरी में ऐसा क्या होता है कि डिलीवरी के तुरंत बाद आटे की पंजीरी खाने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं डिलीवरी के बाद आटे की पंजीरी खाने के क्या हैं फायदे।

आटे की पंजीरी नई मां के लिए क्यों है जरूरी-
नई मां की सेहत डिलीवरी के बाद काफी कमजोर हो जाती है। डिलीवरी के समय उसके शरीर से ढेर सारा खून निकल जाता है और कई अंग घायल हो जाते हैं, जिसके कारण अगले कुछ समय तक शारीरिक कमजोरी और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं उन्हें परेशान करती रहती हैं। ऐसे में जरूरी है कि उनकी डाइट ऐसी हो जिससे उन्हें भविष्य में किसी भी तरह की मानसिक-शारीरिक परेशानी का सामना न करना पड़ सके। प्रसव के बाद शिशु को स्तनपान कराने वाली महिलाओं के आहार में आटे की पंजीरी को शामिल किया जाता है। इसे सप्लीमेंटरी स्नैक्स और शरीर को उचित पोषण देने वाला आहार माना जाता है। पंजीरी में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन प्रचूर मात्रा में मौजूद होते हैं। यही वजह है कि यह शरीर को ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता है।
डिलीवरी के बाद पंजीरी खाने के फायदे-
पौष्टिक-
आटे की पंजीरी में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे जरूरी मिनरल्स के साथ ही फैट, फाइबर, ऐश भी मौजूद होते हैं, जो उसे सेहत के लिए काफी पौष्टिक बनाते हैं।
कब्ज-
पंजीरी में मौजूद घी में विटामिन ए, बी, ई और के पाया जाता है। यह कब्ज ठीक करने में सहायक है।
पोस्टपार्टम डिप्रेशन से निपटने में मददगार-
पंजीरी में मौजूद गोंद न सिर्फ नई मां के लिए लाभदायक है बल्कि स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए भी लाभकारी है। यह एंटी-डिप्रेसेंट है, मन को शांत रखता है। यह पोस्टपार्टम डिप्रेशन के लिए सहायक है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है।
एनर्जी-
पंजीरी नई मां के शरीर को स्वस्थ्य व ऊर्जावान बनाए रखने में भी मदद कर सकती है।
ओवर इटिंग से बचाव-
काजू आंखों, बालों के लिए अच्छा है। यह कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करता है। काजू खाने से पेट भरे होने का अहसास होता है, जिससे आप ओवर इटिंग से बच सकती हैं।
रिकवरी-
डिलीवरी के बाद नई मां के शरीर में कई बदलाव होते हैं। जिनकी रिकवरी में लगभग 6 माह तक का समय लग सकता है। रिसर्च बताते हैं कि पंजीरी खाने से नई मां का स्वास्थ्य जल्दी से रिकवर हो सकता है।


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