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खाते-खिलाते बनाएं करियर

Admin2
14 May 2023 2:54 PM GMT
खाते-खिलाते बनाएं करियर
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पहले फ़ूड इंडस्ट्री में शेफ़ बनने का इकलौता विकल्प नज़र आता था, लेकिन इंटरनेट की उपलब्धता और मोबाइल के इस दौर में फ़ूड इंडस्ट्री में कई रोचक और अच्छी आय वाले रोज़गार के विकल्प मौजूद हैं. फ़ूड ब्लॉगिंग से लेकर कुकबुक के प्रकाशन तक, फ़ूड स्टाइलिस्ट से लेकर फ़ूड फ़ोटोग्राफ़ी तक, कैटरिंग से लेकर ऑर्गैनिक फ़ार्मिंग तक के विकल्प सामने हैं. फ़ूड टेक्नोलॉजी में बीएससी, बीटेक, एमटेक, पीजी डिप्लोमा या एमबीए करने के बाद तो करियर उड़ान भरता ही है, लेकिन कुछ ऐसे भी करियर विकल्प हैं, जहां कलिनरी आर्ट की बेसिक ट्रेनिंग भी आसमान छूने के लिए काफ़ी होती है. मुंबई इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग के प्रोफ़ेसर असित मिश्रा का कहना है कि होटल मैनेजमेंट की डिग्री लेने के बाद दो स्तर पर करियर की शुरुआत की जा सकती है. पहला रूम डिविज़न, फ्रंट सर्विस, हाउसकीपिंग और दूसरा फ़ूड ऐंड बेवरेज में, इसमें प्रोडक्शन, सर्विस और किचन की ट्रेनिंग होती है.
फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट
खाद्य व कृषि मामलों के विशेष जानकार छतरपुर यूनिवर्सिटी, दमोह के प्रोफ़ेसर रणजीत सिंह यादव कहते हैं,“भारत जहां दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फल और सब्ज़ी उत्पादक देश है, वहीं यहां की लगभग 30 करोड़ की आबादी प्रोसेस्ड और डिब्बा बंद खाद्य-पदार्थों का इस्तेमाल करती है. मौजूदा स्थिति यह है कि आज देश में सिर्फ़ 10 प्रतिशत कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग की जा रही है. इस सेक्टर में 100 फ़ीसदी एफ़डीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) की अनुमति से विदेशी कंपनियां भारत आ रही हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि भारत में फ़ूड टेक्नोलॉजी का भविष्य कितना सुनहरा है. किसी फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट को फ़ूड प्रोसेस के सभी काम करने होते है इसमें उस फ़ूड की गुणवत्ता, स्वाद और रंग-रूप का ख़्याल रखना होता है. फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट्स की प्रॉडक्ट डेवलपमेंट मैनेजर, रिसर्चर, क्वॉलिटी अश्योरेंस मैनेजर, लेबोरेट्री सुपरवाइज़र, फ़ूड पैकिंग मैनेजर, फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नीशियन, फ़ूड इंस्पेक्टर आदि के रूप में नियुक्ति होती है.
शेफ़
करियर काउंसलर संजना राणे कहती हैं,“कुकिंग का शौक़ रखनेवालों के लिए शेफ़ बनना बेहतर विकल्प है. इससे जहां कुकिंग का पैशन पूरा होता है, वहीं तरक़्क़ी के तमाम दरवाज़े खुलते हैं. आज देश में फ़ूड चैनल्स तेज़ी से दस्तक दे रहे हैं. यहां विशेष शो में हिस्सा लेने के लिए शेफ़ को अच्छी-ख़ासी रकम मिलती है.” संजना के मुताबिक़, इंटरनेट के इस दौर में फ़ूड इंडस्ट्री में ऊंचाई पर पहुंचने के लिए शेफ़ होना ही ज़रूरी नहीं है. अगर खाने के प्रति आप में पैशन है, तो कई और मज़ेदार विकल्प आपके सामने मौजूद हैं.
फ़ूड फ़ोटोग्राफ़र
खाने के शौक़ीन और कुछ क्रिएटिव करने के लिए बेताब रहनेवालों के लिए फ़ूड फ़ोटोग्राफ़ी अच्छा विकल्प है. फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, पिनट्रेस्ट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर विज़ुअल फ़ूड कंटेंट काफ़ी लोकप्रिय हो रहे हैं. ऐसे में फ़ूड फ़ोटोग्राफ़र की मांग भी ख़ूब बढ़ रही है. बतौर फ़ूड फ़ोटोग्राफ़र आप किसी होटल, मैगज़ीन या वेबसाइट के लिए काम कर सकते हैं.
फ़ूड स्टाइलिस्ट
बेहतरीन भोजन वह होता है जिससे पेट ही नहीं दिल भी भर जाए. और यह काम फ़ूड स्टाइलिस्ट का होता है. टेस्टी खाने को क्रिएटिव बनाकर पेश करना प्रतियोगिता के इस दौर में काफ़ी मायने रखता है. इसे ध्यान में रखते हुए फ़ूड ऐंड बेवरेज रीटेल इंडस्ट्री का दायरा बढ़ने के साथ ही फ़ूड स्टाइलिस्ट की डिमांड भी बढ़ रही है. भारी-भरकम डिग्री के बजाय कलिनरी आर्ट की बेसिक ट्रेनिंग लेकर भी फ़ूड स्टाइलिस्ट बना जा सकता है. हालांकि इसमें सारी सफलता आपकी क्रिएटिविटी पर टिकी होती है. जिसका प्रेज़ेंटेशन जितना बेहतर होता है, उस फ़ूड स्टाइलिस्ट की उतनी अधिक मांग होती है. फ़ूड संबंधी रिऐलिटी शोज में फ़ूड स्टाइलिस्ट की ख़ासी डिमांड रहती है.
फ़ूड क्रिटिक व ब्लॉगर
यदि आप खाना बनाने के साथ-साथ उसकी ख़ूबियों का वर्णन करने और उसके बारे में लिखने का शौक़ रखते हैं, तो फ़ूड क्रिटिक बनना बेहतर ऑप्शन है. डिजिटल, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ-साथ बड़े होटलों में इनकी बड़ी मांग रहती है. मार्केट में आए नए प्रॉडक्ट्स, किसी होटल की फ़ेमस डिश, उसकी सर्विस आदि का ब्यौरा लोगों तक पहुंचाना फ़ूड क्रिटिक का महत्वपूर्ण काम होता है. फ़ूड ब्लॉगिंग के ज़रिए भी करियर चमकाया जा सकता है. अक्सर यह देखने में आता है कि लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शौक़िया ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन यदि आप ईमानदारी से किसी ख़ास डिश के बारे में, किसी ख़ास मसाले के बारे में, किसी ख़ास परंपरा के बारे में लिखते हैं, तो आपका ब्लॉग एक अलग पहचान बना लेता है.
Career options in food industry
कलिनरी ट्रेंडोलॉजिस्ट
आदर्श ग्रुप ऑफ़ होटल्स के डायरेक्टर जगदीश पुरोहित कहते हैं,“आज का दौर बदलते ट्रेंड को फ़ॉलो करने पर ज़्यादा ज़ोर देता है. फ़ूड इंडस्ट्री में ख़ासकर बड़े होटल्स और पैकेज्ड फ़ूड बनानेवाली कंपनियों में कलिनरी ट्रेंडोलॉजिस्ट की बड़ी मांग रहती है. लोग क्या खाना पसंद कर रहे हैं, किस होटल की कौन-सी डिश लोगों को ख़ूब भाती है, इसका सारा डेटा ये तैयार करते हैं.” फ़ूड इंडस्ट्री में होनेवाले बदलावों पर जितनी ज़्यादा नज़र होगी, उतनी अधिक इन्हें क़ामयाबी मिलती है. आज हर बड़ी फ़ूड कंपनी और सभी बड़े होटल अपने यहां ऐसे लोगों की भर्ती करते हैं जो उन्हें ग्राहकों के बदलते ट्रेंड से अवगत करा सकें.
आइस क्रीम टेस्टर व चॉकलेटियर
आजकल सभी स्टार रेस्तरां और आइस क्रीम पार्लर में आइस क्रीम टेस्टर का होना लगभग अनिवार्य हो चला है. आइस क्रीम टेस्टिंग का जॉब अच्छा नाम और पैसा देता है. आइस क्रीम टेस्टिंग के साथ यदि आप में चॉकलेट टेस्ट करने की भी ख़ूबी है, तो इसका दोहरा लाभ मिल सकता है. दरअस्ल, चॉकलेट और आइस क्रीम के कॉम्बिनेशन पर आजकल ज़्यादा ज़ोर दिया जा रहा है. हालांकि सिर्फ़ चॉकलेटियर के रूप में भी आप तरह-तरह की कन्फ़ेक्शनेरीज़ को तैयार करने के काम में अच्छा करियर बना सकते हैं.
बेकर
मॉल संस्कृति के विस्तार के साथ अच्छे बेकर की डिमांड भी बढ़ी है. केक, कुकीज़ जैसे बेकिंग प्रॉडक्ट अब सिर्फ़ बेकरी में नहीं, बल्कि सुपर स्टोर से लेकर परचून की दुकानों तक में मिलते हैं. ऐसे में एक अच्छे बेकर के लिए रोज़गार की कोई कमी नहीं है.
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