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प्रेम, धोखा और हत्‍या किन लक्षणों को देखकर हो जाएं सतर्क?

Teja
18 Feb 2023 4:14 PM GMT
प्रेम, धोखा और हत्‍या किन लक्षणों को देखकर हो जाएं सतर्क?
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प्रेमी धोखा और हत्‍या। पिछले कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की इतनी क्रूरता से हत्‍या कर दी कि लोगों को भरोसा ही नहीं हुआ. यही नहीं, उन्‍होंने हत्‍या के बाद सबूतों को मिटाने की भी पूरी कोशिश की. पिछले साल आफताब और श्रद्धा का मामला लंबे समय तक सुर्खियों में रहा था. इस मामले में आफताब ने पहले अपनी प्रेमिका श्रद्धा की गला दबाकर हत्‍या की. इसके बाद उसके 35 टुकड़े किए और कई दिन इन्‍हें फ्रिज में रखने के बाद ठिकाने लगाया.

अभी कुछ दिन पहले फिर ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें साहिल ने अपनी प्रेमिका निक्‍की यादव की गला घोंटकर हत्‍या की और चेहरे पर बिना कोई शिकन लिए घरवालों की पसंद की लड़की से शादी करने चला गया. कुछ ऐसा ही मामला कुछ समय पहले अलीगढ़ से भी सामने आया था, जिसमें प्रेमी ने फिल्‍मी अंदाज में पहले प्रेमिका की हत्‍या की. फिर अपनी भी जान दे दी.

इन सभी मामलों में एक बात कॉमन है, पहले प्‍यार, फिर धोखा और अंत में हत्‍या. ये बड़ा सवाल है कि कोई व्‍यक्ति उसकी अचानक इतनी क्रूरता से हत्‍या कैसे कर सकता है, जिससे वो कुछ समय पहले तक बेहद प्‍यार करता रहा हो. कैसे प्‍यार इतनी नफरत में बदल जाता है कि किसी की हत्‍या पर जाकर खत्‍म होता है. इस बारे में दुनियाभर में कई शोध व अध्‍ययन हुए हैं. वहीं हमने मनोचिकित्‍सकों से बात कर ये जानने की कोशिश की कि प्रेम, धोखा और फिर हत्‍या के पीछे का विज्ञान क्‍या है? मस्तिष्‍क में ऐसा कौन-सा रसायन बनता है, जो हत्‍या के लिए प्रेरित कर देता है? या इसके पीछे कुछ दूसरे ही कारण होते हैं?

कैसे होता दो लोगों को एकदूसरे से गहरा प्रेम?

सबसे पहले जानते हैं कि दो लोगों को आपस में प्रेम होने के पीछे का विज्ञान क्‍या है? जर्नल दो लोगों के बीच प्रेम मनुष्‍य के दिमाग में बनने वाले रसायनों की वजह से होता है. जब दो लोग प्रेम करते हैं तो उनके दिमाग में खास केमिकल रिएक्‍शन होता है. इसकी वजह से धीरे-धीरे दोनों ज्‍यादा से ज्‍यादा समय एकदूसरे के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं. दोनों को एकदूसरे के अलावा अपने आसपास के बाकी लोग कम अच्‍छे या खराब लगने लगते हैं. आर्काइव ऑफ सेक्‍सुअल बिहेवियर जर्नलमें प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो लोग शरीर में डोपामाइन के बहुत ज्‍यादा बनने के कारण सिर्फ एकदूसरे के बारे में सोचते हैं.

क्‍यों सिर्फ एकदूसरे के बारे में ही सोचते हैं प्रेमी?

डोपामाइन हमारे दिमाग को एक दिशा में लगातार सोचने को मजबूर कर देता है. यही केमिकल उसके अलावा बाकी सबको गलत ठहराने के लिए भी जिम्‍मेदार होता है. अक्‍सर देखा जाता है कि दो प्रेम करने वाले लोग ज्‍यादातर समय अपने पार्टनर की बातें करना पसंद करते हैं या सिर्फ उनके बारे में ही सोचते रहते हैं. जर्नल ऑफ पर्सनालिटी एंड सोशल साइकोलॉजीमें प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेम में पड़े दो लोगों के शरीर में सेंट्रल नोरेपाइनफ्रिन केमिकल का रिसाव ज्‍यादा होने की वजह से दोनों की एकदूसरे को लेकर मोमोरीज रिपीट होती रहती हैं.

क्‍यों और कैसे दो प्रेमी देते हैं एकदूसरे को धोखा?

दो एकदूसरे से बहुत ज्‍यादा प्रेम करने वाले लोगों को एकदूसरे से उम्‍मीदें भी सामान्‍य से ज्‍यादा होती हैं. इसीलिए अक्‍सर देखा जाता है कि प्रेमी जोड़ों में छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने लगते हैं. दरअसल, वे अपने प्रेमी की छोटी सी गलती भी नजरअंदाज नहीं कर पाते. इससे उन्‍हें उनकी गलती बड़ी लगने लगती है और उन्‍हें बुरा लगने लगता है. शोध के मुताबिक, इसकी वजह डोपामाइन उत्‍सर्जित करने वाले न्‍यूरॉन्‍स का सामान्‍य से ज्‍यादा सक्रिय होना होता है. न्‍यूरॉन्‍स के ज्‍यादा सक्रिय होने के कारण प्रेमी के दिमाग का एक हिस्‍सा कहना शुरू कर देता है कि उसका पार्टनर अच्‍छा इंसान नहीं है. ऐसे में आप किसी तीसरे व्‍यक्ति की तरफ आकर्षित होने लगते हैं.

कैसे कोई तीसरा आ जाता है दो प्रेमियों के बीच में?

दोनों प्रेमियों से तीसरे व्‍यक्ति की तरफ आकर्षित पार्टनर को पुराने या मौजूदा साथी की कितनी भी अच्‍छाइयां गिनाई जाएं, वो नए साथी को या तो अपनी बातों के जरिये बीच में ले आता है या दिमाग में उसके बारे में ख्‍याल बुनने लगता है. नए प्रेमी को पाने की चाहत या उसके बारे में ही सोचने को मनोविज्ञान में ऑब्‍सेसिव बिहेवियर कहा जाता है. साइकोफिजियोलॉजी जर्नलमें छपे एक अध्‍ययन की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑब्‍सेसिव बिहेवियर का बड़ा कारण दिमाग में सेरोटोनिन हार्मोन के स्‍तर में कमी आना होता है. ये एक तरह की दिमागी बीमारी है, जिसे ऑब्‍सेसिव कंपल्सिव डिस्‍ऑर्डर कहा जाता है.

क्‍यों प्रेमी कर देते हैं पार्टनर की हत्‍या?

अब सवाल उठता है कि दो प्रेम करने वाले लोगों का अलग होना या किसी तीसरे की तरफ आकर्षित होना आजकल सामान्‍य बात है तो बात हत्‍या तक कैसे पहुंच जाती है. इस पर मनोचिकित्‍सक डॉ. विपुल त्‍यागी का कहना है कि किसी प्रेमी का प्रेमिका की हत्‍या करने के कई कारण हो सकते हैं. इसे किसी एक केमिकल के सैग्रीगेशन की वजह से होने वाली प्रतिक्रिया के तौर पर सीमित करना या बांध देना गलत होगा. ये हाइपर एंजायटी की वजह से हो सकती है. कई बार परिस्थितिजन्‍य कारणों जैसे ईर्ष्‍या, विवाहेत्‍तर संबंधों में पत्‍नी को प्रेमिका के बारे में पता लगने के डर के कारण या दूसरे कारणों से हो सकता है. कई बार किसी दूसरे व्‍यक्ति के साथ देख लेने पर शक भी इसका कारण बन सकता है. कुल मिलाकर हर ऐसे मामले में हत्‍या के कारण अलग हो सकते हैं. डॉक्‍टर्स का कहना है कि पार्टनर में इनमें कोई भी लक्षण नजर आने पर सतर्क हो जाना चाहिए.

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