लाइफ स्टाइल

Lifestyle: जानिए क्यों हीटर वाले कमरे में पानी से भरी बाल्टी रखनी चाहिए

Renuka Sahu
3 Jan 2025 6:54 AM GMT
Lifestyle: जानिए क्यों हीटर वाले कमरे में पानी से भरी बाल्टी रखनी चाहिए
x
Lifestyle: हालांकि रूम हीटर से कई तरह की सैकड़ों परेशानियां भी होती हैं, जिनमें स्किन इरीटेशन से ले कर सांस लेने में तकलीफ होना तक शामिल है। ऐसे में छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि हीटर का इस्तेमाल आपके लिए कोई परेशानी ना खड़ी कर दे। इससे बचने के लिए कुछ लोग कमरे में पानी से भरी बाल्टी रखते हैं, आइए जानते हैं ऐसा करना क्यों जरूरी है।
हीटर के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान
रूम हीटर इस्तेमाल करने से पहले उससे होने वाले नुकसान आपको जरूर जान लेने चाहिए। दरअसल इलेक्ट्रिक हीटर हवा में मौजूद नमी को सोख लेते हैं, जिससे हवा और भी ड्राई हो जाती हैं। हवा में मॉइश्चर खत्म होने के चलते स्किन ड्राई होने लगती है, जिससे स्किन इरीटेशन और खुजली की समस्या होने लगती है। इसके अलावा हीटर से रूम में मौजूद
ऑक्सीजन
लेवल भी थोड़ा कम हो जाता है, जिससे जिन लोगों को सांस लेने में कोई तकलीफ होती है उन्हें और भी ज्यादा सफोकेशन फील होने लगती है। हीटर के लगातार इस्तेमाल से आंखों में भी ड्राइनेस काफी बढ़ने लगती है, जिससे खुजली और आंखों में पानी आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हीटर वाले कमरे में क्यों रखें पानी से भरी बाल्टी?
हीटर से होने वाली इन्हीं समस्याओं से बचने के लिए कमरे में एक पानी से भरी बाल्टी रखने की सलाह दी जाती है। दरअसल हीटर से हवा में जो नमी खत्म हो जाती है, उसे ये पानी से भरी बाल्टी बैलेंस करने का काम करती है। ये इवेपोरेशन के सिद्धांत पर काम करती है, जिससे हीटर के इस्तेमाल से हवा का जो मॉइश्चर खत्म होता है वो थोड़ा बैलेंस हो जाता है। हालांकि इसके अलावा भी आपको कुछ और बातों का ध्यान भी रखना चाहिए।
हीटर के इस्तेमाल में रखें इन बातों का ध्यान
रूम हीटर का इस्तेमाल करते हुए ध्यान रखें कि हीटर हमेशा नॉर्मल टेंपरेचर पर ही सेट करें। इसके अलावा रूम को पूरी तरह से सील ना कर दें। कोई न कोई खिड़की या दरवाजा खुला जरूर छोड़ें, जिससे बाहर की हवा अंदर आती रहे और एक प्रॉपर वेंटिलेशन बनी रहे। हीटर की रेगुलर सर्विसिंग का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। सर्विसिंग से हीटर की ट्यूब, कॉइल और बाकी हिस्से सही रहेंगे। इनकी खराबी से रूम में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ सकती है, जो जानलेवा भी हो सकती है।
Next Story