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Lifestyle : सेहत से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करता है जीरा

22 Dec 2023 1:00 AM GMT
Lifestyle : सेहत से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करता है जीरा
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चाहे मसाला हो या दही भल्ला का स्वाद बढ़ाना हो, जीरा हर जगह बहुत फायदेमंद है। लेकिन आज फूड एक्सपर्ट नीरा कुमार बता रही हैं कि जीरे का इस्तेमाल आप खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर सेहत बनाए रखने तक कैसे कर सकते हैं। भोजन में स्वाद और सुगंध जोड़ता है जीरा- जीरा शाकाहारी भोजन …

चाहे मसाला हो या दही भल्ला का स्वाद बढ़ाना हो, जीरा हर जगह बहुत फायदेमंद है। लेकिन आज फूड एक्सपर्ट नीरा कुमार बता रही हैं कि जीरे का इस्तेमाल आप खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर सेहत बनाए रखने तक कैसे कर सकते हैं।

भोजन में स्वाद और सुगंध जोड़ता है जीरा-

जीरा शाकाहारी भोजन की जान है। मुझे जीरे के बारे में लिखते हुए कई वर्षों पूर्व की एक घटना याद आ रही है। मेरे घर एक बुजुर्ग रिश्तेदार आए और उन्होंने कहा कि दाल के तड़के में जीरा मत डालना क्योंकि यह मेरे दांतों में फंसता है। मैं परेशान कि क्या करूं? दाल व सब्जी में जीरे का तड़का तो लगाना ही था। तो मैंने थोड़ा सा जीरा पाउडर बना लिया और घी में मिर्च के साथ मिलाकर तड़का लगा दिया। दाल,सब्जी का स्वाद भी बढ़ गया और उन्हें भी यह महसूस नहीं हुआ कि जीरा उनके दांतों में फंस जाएगा। मैं उपरोक्त घटना का जिक्र इसलिए कर रही हूं कि कुछ लोग जीरे को साफ नहीं करते हैं। ऐसे में उसके किनारे की फांस मसूढ़े में चुभ जाती है,जो तकलीफ देती है।

जीरा एक लोकप्रिय मसाला है, जिसके इस्तेमाल से दाल, सब्जी,रायता,चावल,चटनी आदि का स्वाद और खुशबू दोनों ही बढ़ जाते हैं। सिर्फ स्वाद और सुगंध ही नहीं, जीरा भोजन को सुपाच्य और तृप्तिदायक बनाता है।

दो तरह का होता है जीरा-

मोटे रूप से जीरा दो प्रकार का होता है- एक साधारण जीरा, दूसरा काला जीरा या शाह जीरा। पर, रोजमर्रा की कुकिंग में शाह जीरे का इस्तेमाल नहीं होता। यह महंगा भी मिलता है। मैं तो दाल,सब्जी,चावल,कढ़ी और रायते के अलावा दलिया, खिचड़ी, उपमा और इडली आदि के तड़के में भी जीरा डालती हूं। जीरे की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में इसका उपयोग ज्यादा किया जाता है। पर, भूनने के बाद इसकी तासीर बदल जाती है।

सेहत से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करता है जीरा-

जीरा सेहत का भी रखवाला है। भुने जीरे का सेवन करने से कब्ज से छुटकारा मिलने के साथ पेट ठीक रहता है। डायबिटीज,गैस, बदहजमी और कोलेस्ट्रॉल आदि से भी जीरा राहत दिलाता है।

-एसिडिटी होने पर पानी में नमक,चीनी और नींबू के साथ भुना जीरा पाउडर डालकर पिएं। आराम मिलेगा। -पेट दर्द, जी मिचलाना आदि में थोड़ा सा जीरा चबा-चबा कर खाएं। मैं तो इसकी चूरन की गोली बनाकर भी इसका प्रयोग करती हूं।

-भुने जीरे के पाउडर में थोड़ा सा गुड़ और अमचूर पाउडर डालकर गोली बनाएं और अपच होने पर खाने के बाद एक दो गोली खाकर गुनगुना पानी पी लें।

-दूध पिलाने वाली महिलाओं को तो जीरे के लड्डू,जीरे का पानी देने का रिवाज ही है।

-ध्यान रहे ज्यादा मात्रा में इसका सेवन न करें क्योंकि इससे यूरिक एसिड भी बढ़ सकता है। भुने जीरे का

ऐसे करें इस्तेमाल- जीरे को सूखे मसाले जैसे चाट मसाला, गरम मसाला, अचार मसाला पाउडर आदि में तो डाला ही जाता है, पर इसको दो तरीके से भूनकर रख सकती हैं-

1- धीमी आंच पर जीरे को एक कड़ाही में भूनिए। जब खुशबू आने लगे तो गैस बंद कर दें। इसको ठंडा करके पाउडर बना लें। शकरकंदी की चाट, फ्रूट चाट आदि में ऊपर से बुरक कर खाएं। स्वाद अच्छा आएगा।

2- जीरा जब हल्का भुन जाए तो उसमें थोड़ी हींग भी मिलाएं। खुशबू आने के बाद गैस बंद करें। ठंडा करके पाउडर बनाकर रखें। दही के रायते में, छाछ में प्रयोग में लाएं। स्वाद के साथ-साथ सेहत भी दुरुस्त रहेगी।

3-दही में पौष्टिक तत्व जैसे कैल्शियम,प्रोटीन आदि पाए जाते हैं, जो भुना जीरा मिलाने से पेट को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं ।

यूं लगाएं जीरे का तड़का-

1-जीरा राइस बनाना हो तो थोड़े से तेल में जीरा भूनकर तेजपत्ता आदि डालें। फिर चावल व नमक डालकर पकाएं। अच्छा स्वाद मिलेगा।

2-पकी दाल में तड़का लगाना हो या कढ़ी में… जीरा, साबुत लाल मिर्च और हींग को घी में भूनकर तड़का लगाएं और ढक दें। खुशबू अंदर तक समा जाएगी।

3-रायता या छाछ में तड़का लगाना हो तो हींग व जीरे को घी में भूनकर मिला दें।

4-कुछ सब्जियों जैसे जीरा आलू बनाना हो या हरी मटर मेथी आदि तो तेल या घी में हींग व जीरे का तड़का लगाकर छौंक लगाएं। खुशबू अंदर तक समा जाएगी।

5-इडली, उपमा, अप्पे आदि में राई, करी पत्ते के साथ थोड़ा जीरा डालकर तड़का लगाएं। स्वाद और अच्छा हो जाएगा।

6-कुछ लोग हींग पसंद नहीं करते। ऐसे में जीरे के साथ लहसुन प्याज का तड़का भी दाल में लगा सकती हैं। सब्जी छौंकते समय भी हींग की जगह लहसुन आदि डाल सकती हैं।

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