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आइए जानते हैं,नीम के जूस के फायदों के बारें में

Kajal Dubey
25 July 2022 6:30 PM GMT
आइए जानते हैं,नीम के जूस के फायदों के बारें में
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नीम की पत्तियां कई तरह की आयुर्वेदिक औषधियों से भरपूर होती हैं,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नीम (Neem) की पत्तियां कई तरह की आयुर्वेदिक औषधियों से भरपूर होती हैं, जिसका इस्तेमाल कई रोगों को दूर करने के लिए वर्षों से किया जा रहा है. नीम दर्द, बुखार, इंफेक्शन ठीक करती है. नीम की टहनियों से आज भी लोग दांतों को साफ करते हैं. इसकी ना सिर्फ पत्तियां उपयोगी होती हैं, बल्कि, जड़, फल, बीज, टहनी, छाल, फूल सभी बेहद फायदेमंद होते हैं. नीम में लगभग 140 एक्टिव कम्पाउंड होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी असर करते हैं. नीम की पत्तियों (Neem Leaves benefits) का इस्तेमाल अल्सर, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज, मस्तिष्क संबंधित समस्याओं, त्वचा रोग, बालों की समस्या, लिवर, किडनी डिजीज आदि दूर करने के लिए किया जाता है. नीम की पत्तियों की ही तरह इससे तैयार जूस भी काफी लाभ देता है. यह स्वाद में बेहद कड़वा लगता है, लेकिन इससे कई रोगों से बचाव होता है. आइए जानते हैं नीम के जूस के फायदे (Neem ke juice ke fayde) क्या-क्या होते हैं.

नीम जूस के फायदे
ओन्लीमाईहेल्थ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, नीम जूस शरीर में रक्त को साफ करता है. साथ ही यह बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है. यह बालों के गिरने, रूसी की समस्या को भी दूर करता है. यह कम उम्र में होने वाले सफेद बालों और गंजा होने से बचाता है. यदि आप नीम के जूस को स्कैल्प में लगाएंगे, तो ये हेल्दी रहेंगी. किसी भी तरह की फंगल इंफेक्शन दूर होगी.
यदि आप पीलिया, मलेरिया, डेंगू जैसे रोगों से पीड़ित हैं, तो नीम का सत या जूस इन रोगों के जोखिम को कम कर सकता है. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज मलेरिया को अधिक गंभीर नहीं होने देते हैं, साथ ही लिवर को मजबूत बनाता है. पीलिया को ठीक करने के लिए नीम के जूस में थोड़ा सा शहद मिलाकर पिएं.
नीम का जूस पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. यह जूस एंटीवायरल की तरह काम करता है, ऐसे में वायरल बुखार में इसका सेवन कर सकते हैं. यह कार्डियक संबंधित समस्याओं को भी ठीक करता है.
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी आप नीम का जूस प्रतिदिन पी सकते हैं. रात-दिन मोबाइल, कंप्यूटर का इस्तेमाल करके आंखों में दर्द, सूजन की समस्या होने लगती है. इनसे निकलने वाली ब्लू किरणें आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं. आंखों की देखने की क्षमता प्रभावित होती है. नीम जूस पित्त और कफ दोष (Doshas) को बैलैंस करके पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने का यह बेहतर और आसान तरीका है. यदि आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं, तो प्रतिदिन नीम का थोड़ा सा जूस पीने से शुगर लेवल बहुत अधिक नहीं बढ़ेगा. इससे आपके डायबिटीज होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी. यदि डायबिटीज है, तो भी इसके सेवन से शुगर लेवल को मेंटेन रख सकते हैं.
नीम का पानी (Neem water) मुंहासों को भी दूर करता है. इस पानी से चेहरे को साफ करें. पानी से चेहरे को मसाज करने से चेहरे की नमी बरकरार रहती है. स्किन ग्लो बढ़ाता है. ब्लेमिशेज, दाग-धब्बे, एग्जिमा, फोड़ा-फुंसी दूर करता है.
गर्भावस्था के दिनों में नीम का पानी पीने से वेजाइना में होने वाले दर्द को कम करता है. डिलीवरी के बाद नीम का पानी कुछ दिन पीने से कई तरहे के इंफेक्शन से बचाव होता है. हालांकि, गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक नीम के जूस के सेवन से बचना भी जरूरी है.
दांतों और मसूड़ों से खून आने की समस्या दो दूर करता है. पानी में नीम की छाल, टहनियों या फिर पत्तियों को उबालें और इससे कुल्ला करें. इससे दांत और मसूड़े स्वस्थ बनेंगे.


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