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आइये जानते हैं शहद किस तरह हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता

SANTOSI TANDI
23 Aug 2023 10:45 AM GMT
आइये जानते हैं शहद किस तरह हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता
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स्वास्थ्य को प्रभावित करता
शहद एक मीठा तरल मधुमक्खियों द्वारा निर्मित अमृत है जो ग्लूकोज़, फलशर्करा (fructose) और खनिजों जैसे लोहा, कैल्शियम, फॉस्फेट, सोडियम, क्लोरीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम से बना है। यह विटामिन बी 1, बी 2, बी 3, बी 5 और बी -6 में भी काफी समृद्ध है। शहद को भारत में ही नहीं दूसरी सभ्यताओं में भी बहुते पुराने समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। आज तो मेडिकल साइंस भी इसके गूणों पर शोध कर रही है और इसके गुणों को स्वीकर करने लगी है। आइये जानते हैं शहद किस तरह हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता हैं।
खून के लिए अच्छा : अगर शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पिया जाए तो उसका खून में लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) की संख्या पर लाभदायक असर पड़ता है। लाल रक्त कोशिकाएं मुख्य रूप से शरीर के विभिन्न अंगों तक खून में ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। शहद और गुनगुने पानी का मिश्रण खून में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है, जिससे एनीमिया या खून की कमी की स्थिति में लाभ होता है।
इम्युनिटी बढ़ाये : लहसुन और शहद एक बहुत ही पुरानी दवा है, जिसे बडे़ बडे़ रोगों को दूर करने के लिये खाया जाता था। अगर आप हर वक्त बीमार रहते हैं और थकान की वजह से आपका मन किसी काम में नहीं लगता तो, इसका साफ मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो गया है।
पाचन तंत्र के लिए : शहद एक प्रभावी रोगाणुरोधी एजेंट है जो कि पूरे पाचन तंत्र को लाभ देता है। शहद में मौजूद एंज़ाइम (ग्लूकोज़ ऑक्सीडेस) हाइड्रोजन पेरोक्साइड की छोटी मात्रा का उत्पादन करता है जो कि गैस्ट्राइटिस का इलाज कर सकता है।
कीमोथैरेपी में असरदायक : इसके भी कुछ प्रारंभिक प्रमाण हैं कि शहद कीमोथैरेपी के मरीजों में श्वेत रक्त कोशिकाओं (डब्ल्यूबीसी) की संख्या को कम होने से रोक सकता है। एक छोटे प्रयोग में कीमोथैरेपी के दौरान कम डब्ल्यूबीसी संख्या के जोखिम वाले 40 फीसदी मरीजों में उपचार के तौर पर दो चम्मच शहद पीने के बाद वह समस्या फिर से नहीं उभरी।
गले की खराश दूर : करे इस मिश्रण को लेने से गले का संक्रमण दूर होता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं। यह गले की खराश और सूजन को कम करता है।
दिल की सुरक्षा करे : इस मिश्रण को खाने से हृदय तक जाने वाली धमनियों में जमा वसा निकल जाता है, जिससे खून का प्रवाह ठीक प्रकार से हृदय तक पहुंच पाता है। इससे हृदय की सुरक्षा होती है।
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