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कहीं आप पर भारी ना पड़ जाए ओवरस्लीपिंग की आदत, जानें इसके नुकसान

SANTOSI TANDI
15 Aug 2023 12:20 PM GMT
कहीं आप पर भारी ना पड़ जाए ओवरस्लीपिंग की आदत, जानें इसके नुकसान
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जानें इसके नुकसान
सोना हमारी दैनिक दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन 7 से 8 घंटे सोना हर किसी के लिए जरूरी है। सुबह जब आप भरपूर नींद लेकर जागते हैं, तो आप एनर्जी से भरपूर रहते हैं। लेकिन, कुछ लोग होते हैं जो ओवरस्लीपिंग करते हैं और लिमिट से कई घंटे अधिक सो जाते हैं। देर तक सोना आपके लिए तब तक ही अच्छा है जब तक आपको इसकी आदत ना हो। अगर आप ओवरस्लीपिंग की आदत बना लेते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक स्थिति पैदा करता हैं। आवश्यकता से अधिक सोना सेहत को हानि पहुंचाने का काम करता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसी से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...
मोटापे की समस्या
नींद और मोटापे के बीच सीधा संबंध है। शरीर की जरूरत से बहुत कम या बहुत अधिक नींद लेने से व्यक्ति कोे मोटापा हो सकता है। दरअसल, जब आप बहुत अधिक सोते हैं तो इसका अर्थ है कि आपका शरीर लंबे समय के लिए शारीरिक रूप से निष्क्रिय हैं। कम शारीरिक गतिविधि के कारण आपका शरीर कम कैलोरी बर्न करता है, जिससे वजन बढ़ सकता है। 2010 में सोशल साइंस एंड मेडिसिन में प्रकाशित के एक अध्ययन में यह पाया गया कि एक दिन में 8 घंटे से अधिक नींद लेने से व्यक्ति को मोटापे, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग के जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
दिल की बीमारी
एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि ज्यादा नींद लेने से दिल की समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा सोना आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है। जर्नल पीएलओएस में प्रकाशित इस स्टडी में ये भी दावा किया गया है कि यदि आप 9 से 11 घंटे की नींद लेते हैं तो आपको दिल का रोग होने की संभावनाएं 38 प्रतिशत तक बढ़ जाती हैं।
पीठ दर्द
ऑफिस में डेस्क वर्क करने वाले लोग अपना ज्यादातर समय कुर्सी पर बैठकर गुज़ारते हैं जिससे उन्हें काफ़ी थकान हो जाती है और वे लंबे समय तक सोते हैं। लंबे समय तक सोने के चलते उन्हें पीठ दर्द , गर्दन और कंधों में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
डायबिटीज का रिस्क
जरूरत से ज्यादा सोना आपके ब्लड शुगर लेवल के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। दरअसल, जब आप अधिक नींद लेते हैं तो इससे आपकी बॉडी की शुगर को प्रोसेस करने की क्षमता प्रभावित होती है। जिसके कारण व्यक्ति को टाइप 2 मधुमेह होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा, बहुत अधिक नींद का मतलब है कि आप कम शारीरिक रूप से सक्रिय हैं और यह भी मधुमेह के जोखिम को बढ़ाता है। 2009 में स्लीप मेडिसिन के एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग बहुत अधिक या कम सोते हैं, उन्हें टाइप 2 मधुमेह विकसित होने का अधिक खतरा काफी अधिक होता है।
सिर दर्द
सुबह देर तक सोकर उठने के बाद या फिर 7-8 घंटे से ज्यादा सोने से अक्सर कई लोगों को सिर दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। इसके अलावा अगर आप ज्यादा देर तक सोकर उठते हैं तो अचानक भूख और प्यास लग जाती है, इससे भी सिर दर्द की समस्या हो सकती है। इसलिए समय पर सोना और समय पर उठना ही सेहत के लिए लाभदायक होता है।
डिप्रेशन
आपको सुनने में शायद अजीब लगे, लेकिन लगातार जरूरत से ज्यादा सोने से आपके मूड पर असर पड़ता है। यहां तक कि इससे व्यक्ति को डिप्रेशन भी हो सकता है। दरअसल, नींद मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करती है। बहुत अधिक नींद लेने से व्यक्ति की शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन और सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने के लिए व्यक्ति का फिजिकल रूप से एक्टिव होना बेहद आवश्यक है। इससे आपके मूड भी बेहतर होता है।
थकान
बहुत ज्यादा सोने का सबसे बड़ा साइड इफेक्ट यह भी हो सकता है कि आपको हर समय सोने का मन करे। ऐसा थकान के कारण हो सकता है। दरअसल, ज्यादा सोने से बॉडी क्लॉक बिगड़ जाता है, जिसका प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है और ऐसे में थकान महसूस होने लगती है, कुछ करने का मन ही नहीं करता
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