लाइफ स्टाइल

जानें फलों से जुड़े 6 मिथक और उनकी सच्‍चाई, खाली पेट फल खाने चाह‍िए या नहीं

Manish Sahu
18 July 2023 12:59 PM GMT
जानें फलों से जुड़े 6 मिथक और उनकी सच्‍चाई, खाली पेट फल खाने चाह‍िए या नहीं
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लाइफस्टाइल: फलों के ब‍िना हेल्‍दी डाइट अधूरी है। बात जब भी फलों को खाने की आती है, तो हमें आसपास के लोग कई तरह की नसीहतें दे डालते हैं। और अक्‍सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा क‍ि इस समय फल नहीं खाना चाह‍िए, इस फल को आपके कि खाने के साथ फल खाने से गैस और एसिडिटी खत्‍म हो जाती है। फल को भोजन के साथ खाने से पाचन क्रिया थोड़ी धीमी हो जाती है क्योंकि फलों में फाइबर की मात्रा पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकती है लेकिन इससे पाचन संबंधी समस्याएं होंगी यह सत्य नही है। 2. मिथक: खाली पेट फल नहीं खाना चाह‍िए? फैक्‍ट: बहुत से लोगों का यह मानना है कि अगर खाली पेट फल खाया जाए तो वह ज्यादा फायदेमंद होता है। दरअसल इसके पीछे यह माना जाता है क‍ि अगर फल को भोजन के साथ खाया जाए तो पाचन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और इस वजह से पेट में गैस, पेट फूलना और बदहजमी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। हालांकि फ्रूट्स में फाइबर होता है और पचने में देर लगने की वजह से फल खाने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती, जिससे आप उल जुलूल खाने से बच जाते हैं। इसल‍िए खाली पेट फल खाने से कोई दिक्‍कत नहीं है। स्नैक में आपको फल खाना अच्‍छा लगता होगा लेकिन ध्‍यान दें क‍ि आप इन्‍हें अधिक मात्रा में भी ना खाएं। अधिकांश फलों में फ्रैकटोज के रूप में नेचुरल शुगर होतीहै
जिसका अधिक सेवन करने से कैलोरी इन्टेक को बढ़ा सकता है और जो वजन बढ़ने की वजह बन सकता है। इसल‍िए फलों का सेवन करने से पहले उसमें मौजूद कैलोरी के बारे में जा लें। 4. मिथक: सोने से पहले फल नहीं खाने चाह‍िए? फैक्‍ट : सोने से पहले या फिर बीच रात में फल खाने से समस्‍या नहीं होती है। अमेरिका के नेशनल स्लीप फाउंडेशन की मानें तो सोने से ठीक पहले अगर एक केला खाया जाए तो
नींद अच्छी आती है और बीच रात में पैरों में ऐंठन की समस्या भी दूर होती है क्योंकि केले में पोटैशियम होता है। इसके अलावा ऐप्रिकॉट्स और डेट्स जैसे फल जिनमें मैग्नीशियम अधिक होता है, अगर इनका सेवन सोने से पहले किया जाए तो शरीर रिलैक्स हो जाता है और नींद अच्छी आती है 5. मिथक: फलों को दोपहर में खाना चाह‍िए? फैक्‍ट : फल को क‍िस समय खाना चाह‍िए, इसे लेकर ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, जो इस बात को साबित कर सकें। अक्सर कहा जाता है कि दोपहर में मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और ऐसे में तेज शुगर वाले फूड का सेवन करना चाहिए। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम बूस्ट होता है। ये बात बिल्कुल गलत है। इसलिए ऐसा करना समझदारी नहीं होता। इसलिए डाइजेशन को बूस्ट करने की कोई जरूरत नहीं होती, जैसे ही आप फूड का सेवन करते हैं वो ऑटोमेटिक बूस्ट हो जाता है।

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