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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सुबह उठने के बाद थोड़ी नींद आना आम बात है। कई लोगों के लिए, एक कप कॉफी या शॉवर समस्या का समाधान कर सकता है। हालांकि, अगर आपको अक्सर सुबह के समय पर सुस्ती होती है, खासकर अगर आपको दिन भर थकान महसूस होती हैं तो आपको इसके पीछे की वजह को जरूर जानना चाहिए। अगर आपकी नींद लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह आपके जीवन को पूरी तरह से जीने की क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करना शुरू कर सकता है। यहां जानिए कि आखिर ऐसा होता ही क्यों है।
क्यों सुबह नींद से उठने के बाद होती है थकान
स्लीप एक्सपर्ट डॉ. माइकल ब्रूस ने अपने हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में उन कारणों के बारे में बताया है जो आपको सुबह नींद से उठने के बाद सुस्त और थका बना देते हैं।
1) गलत समय पर सोना- याद रखें कि आपकी एक अलग लाइफस्टाइल है जिसमें कुछ लोग जल्दा सोना तो कुछ रात भर जगना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप किसी ऐसे समय पर उठते हैं जो रोजाना से अलग है तो आपको सुस्ती लग सकती है।
2) बहुत देर तक बिस्तर पर रहना- कई लोग सुबह उठने की कोशिश में 4 से 10 बार झपकी लेते हैं, जो बिल्कुल गलत है। बार-बार अपने अलार्म को बंद करने पर आप टूटी, खंडित नींद लेते हैं। जो चिढचिढेपन और थकान का कारण बनता है। अपने अलार्म को आखिरी मिनट के लिए तब तक सेट करें जब तक आपको उठने की जरूरत न हो। वहीं अगर आपको स्नूज करना है, तो इसे एक बार तक करें।
3) बेडरूम का माहौल- कई अलग-अलग चीजें हैं जो आपके बेडरूम में आपकी नींद को प्रभावित कर सकती हैं। जैसे रूम का तापमान आपकी नींद की क्वालिटी के लिए जरूरी है, इसलिए आरामदायक नींद के लिए एसी कूलिंग को एडजस्ट करें। आप नीली लैंप का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि नीली रोशनी मेलाटोनिन को बनने से रोकेगी, जो अच्छे आराम के लिए जरूरी है।
4) आपका बेड पार्टनर- अगर आप खर्राटे लेने वाले साथी के साथ सोते हैं तो आप हर रात एक घंटे की नींद खो देते हैं।इसके अलवा अगर पार्टनर बार-बार करवटे बदलता है तो एक मेमोरी फोम गद्दे पर सोएं, ये आपको डिस्टर्ब होने से बचा सकता है।
5) खान पान- शराब और कैफीन से दूर रहें। ये गहरी नींद से दूर रखती है, जिससे आप सुबह थकान महसूस करते हैं। कैफीन भी यही काम करता है। दोपहर 2 बजे तक कैफीन बंद कर दें और सोने से 3 घंटे पहले शराब बंद कर दें।
6) नींद की बीमारी- इस बीमारी के लक्षण हल्के हो सकते हैं, कई नींद विकार हैं जो नींद की क्वालिटी को प्रभावित कर सकते हैं। एक विशिष्ट स्लीप एपनिया है, लेकिन अन्य में नार्कोलेप्सी, अनिद्रा और बेचैन पैर सिंड्रोम शामिल हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh
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