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जानिए प्रॉपर नींद क्यों है जरूरी

Ritisha Jaiswal
4 April 2022 5:01 PM GMT
जानिए प्रॉपर नींद क्यों है जरूरी
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पूरे नौ महीने एक प्रेग्नेंट महिला को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.

पूरे नौ महीने एक प्रेग्नेंट महिला (Pregnant woman) को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. डाइट से लेकर भरपूर नींद लेने की जरूरत होती है, ताकि गर्भवती महिला (pregnancy) के साथ ही शिशु की भी सेहत अच्छी बनी रहे, उसका प्रॉपर विकास हो. हालांकि, बच्चे को जन्म देने के बाद भी पहली बार बनीं मांओं की परेशानियां यहीं खत्म नहीं होती हैं. उन्हें पोस्ट डिलीवरी (post pregnancy) भी अपने साथ-साथ अपने शिशु की रात-दिन अच्छी तरह से देखभाल करनी होती है. कई बार कुछ बच्चे रात में ही कम सोते हैं, जिससे मां की नींद पूरी नहीं हो पाती है. सारा दिन बच्चे की देखभाल और फिर रात में प्रॉपर नींद ना मिलने के कारण कुछ महिलाएं काफी थकान, लो एनर्जी, सुस्ती सा महसूस करने लगती हैं. बेशक, प्रेग्नेंट होने से लेकर पोस्ट प्रेग्नेंसी के कुछ महीने मेंटली और फिजिकली थका देने वाले होते हैं. लेकिन, आपको फिर भी अपने साथ ही अपने शिशु का ध्यान तो रखना ही है. ऐसे में आप भरपूर नींद लेना चाहती हैं, ताकि दिन भर एनर्जेटिक बनीं रहें, तो कुछ टिप्स को जरूर फॉलो करें.

प्रॉपर नींद क्यों है जरूरी
ओन्लीमाईहेल्थ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप प्रत्येक दिन पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो इससे शारीरिक और मानसिक सेहत पर नाकारात्मक असर पड़ सकता है. इससे मूड, रिश्ते हर कुछ प्रभावित हो सकते हैं. यदि आप हाल ही में मां बनी हैं और प्रॉपर नींद नहीं ले पा रही हैं, तो इसके कुछ नकारात्मक एफेक्ट्स आपकी सेहत पर इस प्रकार नजर आ सकते हैं-
आपको सारा दिन इर्रिटेशन महसूस हो सकता है. आप अपने जीवनसाथी, दोस्तों आदि से सही से बात भी नहीं करेंगी.
पोस्ट प्रेग्नेंसी में कम सोने से आपको पोस्टपार्टम डिप्रेशन की समस्या हो सकती है.
नींद की कमी के कारण आपका पेरेंटिंग स्किल भी नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है. अत्यधिक तनाव, चिंता में रहने से आपका अपने बच्चे की तरफ प्यार, भावनात्मक लगाव, जुड़ाव कम हो सकता है.
डिलीवरी के बाद यूं ले सुकून भरी नींद
यदि आप हाल ही में मां बनी हैं, तो शिशु के साथ ही आपको भी प्रॉपर नींद लेने की जरूरत है, क्योंकि डिलीवरी के बाद शरीर काफी कमजोर होता है. ऐसे में पर्याप्त आराम की जरूरत होती है. आप अपने लिए एक डेली स्लीप रूटीन बनाएं.
सोने से पहले गुनगुने पानी से स्नान करें. दिल को सुकून पहुंचाने वाला संगीत सुनें, अच्छी किताबें पढ़ें, जिसे पढ़ने के बाद पॉजिटिव महसूस हो.
यदि आपका बेबी सो गया है, तो आप इधर-उधर की काम करने में व्यस्त ना रहें, उसी समय आप भी सोने की कोशिश करें. कमरे की लाइट बंद कर दें. फोन को पास में ना रखें. बार-बार मोबाइल देखने से भी नींद टूटती रहती है.
दिन में जब भी आपको मौका मिले आप थोड़ी देर आराम कर लें. प्रत्येक दिन एक वयस्क को 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए. लेकिन, नई बनी मांओं के लिए यह संभव नहीं हो पाता है, ऐसे में आपको जब भी समय या मौका मिले, आप एक झपकी जरूर ले लें. सिर्फ 30 मिनट की नींद से ही आपको फ्रेश महसूस होगा.
अपनी खान-पान की आदतों को भी सुधारें. रात में


Ritisha Jaiswal

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