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जानिए बच्चे के लिए जूते की जोर बांधना क्यों है जरूरी?

Tara Tandi
22 July 2022 6:04 AM GMT
जानिए बच्चे के लिए जूते की जोर बांधना क्यों है जरूरी?
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जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता जाता है, उसे अपने काम खुद करना सिखाएं. हो सकता है कि वह हर काम में आपकी मदद ले रहा हो लेकिन अब आपको उसकी यह आदत धीरे-धीरे बदलनी होगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता जाता है, उसे अपने काम खुद करना सिखाएं. हो सकता है कि वह हर काम में आपकी मदद ले रहा हो लेकिन अब आपको उसकी यह आदत धीरे-धीरे बदलनी होगी. जूते बांधना भी एक ऐसा काम है, जो बहुत से बच्चों को नहीं आता है. अगर बच्चा छोटे-छोटे काम भी खुद कर लेता है तो उसे लक्ष्य पूरा करने की फीलिंग महसूस होती है जो उसके अंदर कॉन्फिडेंस जगाती है. ऐसा बच्चों के डेवलपमेंट के लिए भी जरूरी होता है.

कुछ बच्चे खुद से काम पूरा करने में नखरे करने लगते हैं. तो ऐसे बच्चों को आसान तरीके से जूते बांधना सीखाएं ताकि उनकी आदत बदले. आइए जानते हैं कैसे बच्चों को खुद के जूतों की डोर बांधना सीखा सकते हैं.
बच्चे के लिए जूते की जोर बांधना क्यों है जरूरी?
मॉम्सजंक्शन के अनुसार 5 साल के बच्चे को डोर बांधना सिखाना शुरू कर देना चाहिए. इससे बच्चे को आगे अपने काम खुद करने का मनोबल हासिल होगा.
कैसे सिखाएं
-उसे डोर बांधने के एक से ज्यादा तरीके सिखाएं ताकि अगर वह एक तरीके को न समझ पाएं तो दूसरा तरीका पकड़ सके
-मज़े-मज़े में डोर बांधना सिखाएं. पहले खुद डोर बांधे और फिर बच्चे को हर स्टेप को फॉलो करने को कहें.
-उन जगहों पर निशान लगा दें जहां से डोर को मोड़ना या फिर बांधना है. इससे बच्चे के लिए स्टेप्स याद कर पाना बहुत आसान रहेगा.
-पूरी प्रक्रिया के स्टेप्स की एक कविता बना सकते हैं जिससे बच्चे को याद रह सके.
-बार-बार प्रैक्टिस करने को जरूर बोलें ताकि अगर वह सीख जाए तो उसे यह लंबे समय तक याद रह सके.
-उन्हें मजेगार तरीकों में पहले नॉट बांधना फिर रैबिट ईयर बनाना सिखाएं. उसके बाद डोर को रैप करना, बनी ईयर बनाना और व्हिस्कर्स जैसे स्टेप्स भी सिखा दें.
-हो सकता है बच्चा थोड़ा समय ले पर अगर शांति से सिखाएंगे तो वह जरूर सीखेगा.
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