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जानिए रिश्ते में पार्टनर की सराहना करना क्यों है ज़रूरी?

Tara Tandi
24 July 2022 5:10 AM GMT
जानिए रिश्ते में पार्टनर की सराहना करना क्यों है ज़रूरी?
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एक रिश्ता तब तक सुखी, हेल्दी रह सकता है, जब तक कि उसमें आपसी विश्वास, प्यार, एक-दूसरे के प्रति केयरिंग नेचर जैसी छोटी-छोटी मगर महत्वपूर्ण भावनाएं शामिल हों

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एक रिश्ता तब तक सुखी, हेल्दी रह सकता है, जब तक कि उसमें आपसी विश्वास, प्यार, एक-दूसरे के प्रति केयरिंग नेचर जैसी छोटी-छोटी मगर महत्वपूर्ण भावनाएं शामिल हों. यदि आप अपने लाइफ पार्टनर को इज्जत देते हैं, तो आपको भी उतना ही सम्मान, इज्जत मिलेगा. यदि ये सभी बातें सिर्फ एक तरफा होंगी, तो रिश्ते को टूटकर बिखरने में जरा भी वक्त नहीं लगेगा. अपने पार्टनर के साथ किस तरह से डील करना है, ये हर किसी को जानना-समझना चाहिए, फिर चाहे वह पति-पत्नी का रिश्ता हो, फियॉन्से हो या फिर प्रेमि-प्रेमिका. जब आप एक-दूसरे की सराहना करते हैं, तो जिंदगी जीने का मजा बढ़ जाता है. रिश्ते में और भी ज्यादा गहराई, प्यार और विश्वास कायम हो जाता है.

ओन्लीमाईहेल्थ डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, जब आप अपने साथी के द्वारा किए गए किसी भी कार्य को, उसके प्रयासों की सराहना करते हैं, तो इससे रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत बनता है. अक्सर महिलाएं कहती हैं कि उनका पार्टनर अब उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाता, उनकी बात नहीं सुनता. यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा है, तो इसे जल्द से जल्द सॉल्व करें, क्योंकि इससे आपके जीवनसाथी के मन में ये भावना बैठ सकती है कि अब आप उनकी सराहना नहीं करते, उनकी बातों को अनदेखा करते हैं. ये छोटी-छोटी चीजें रिश्ते को कमजोर बनाने के लिए काफी हैं.
सराहना, प्रशंसा किसे नहीं पसंद?
आपने देखा होगा कि जब भी आप किसी की प्रशंसा करते हैं या उसके द्वारा किए गए काम की सराहना करते हैं, तो वह व्यक्ति खुश हो जाता है. यदि आप अपने रिश्ते को आजीवन मजबूत बनाए रखना चाहते हैं, तो एक-दूसरे की तारीफ करें, उनके कामों की सराहना करें. इससे व्यक्तिगत स्पर्श की भावना महसूस होती है, जिसकी ज़रूरत हर किसी को हमेशा रहती है. समय-समय पर अपने साथी को स्पेशल फील कराते रहने से प्यार बढ़ता है.
पार्टनर से विनम्रता से करें बात
रिश्ते के बीच मजबूत बॉन्ड बनाए रखने के लिए बेहद ज़रूरी है कि आप अपने पार्टनर से विनम्रता से बातचीत करें. घर के मुद्दे हों या रिश्तेदारों से संबंधित, अकेले कोई भी निर्णय ना करें. ज़रूरी नहीं कि आप दोनों की राय, विचार एक समान हों, पर बात करने से मसले हल होते हैं. बार-बार पार्टनर की भावनाओं, विचारों, पक्षों को गलत ठहराने की बजाय सराहें भी.
कभी-कभी देते रहें सरप्राइज
यदि आप रिश्ता शुरू होने से पहले अपने पार्टनर को किसी ना किसी तरीके से सरप्राइज किया करते थे, तो उसे रिश्ता बनने के बाद भी फॉलो करें. छोटी-छोटी चीजें करने से आपसी बॉन्ड सदा बनी रहती है. अपनी भावनाओं को बार-बार व्यक्त करें, यह दूसरे व्यक्ति के लिए प्रशंसा दर्शाता है. इससे आप एक-दूसरे के और करीब आते हैं.
पार्टनर की सफलताओं को सराहें
करियर हो, पढ़ाई हो या किसी भी क्षेत्र में आपका पार्टनर अच्छा कर रहा है, तो उसे सराहें. उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें. यदि आप दोनों एक ही ऑफिस या एक ही फील्ड में काम करते हैं और आपका पार्टनर अधिक कामयाबी की ऊंचाइयां छू रहा है, तो उससे चिढ़ें या गुस्सा ना करें, बल्कि प्राउड फील करें. उसकी सफलताओं को जितना सराहेंगे, आप दोनों के बीच का रिश्ता भी गहरा होता जाएगा.
अकेले कोई भी फैसला ना लें
कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने साथी को बताएं. उससे भी चर्चा करें. खासकर, अगर फैसले आप दोनों से संबंधित हों. अधिकांश पुरुष निर्णय लेने से पहले अपनी पत्नी या गर्लफ्रेंड से पूछना या बताना तक ज़रूरी नहीं समझते हैं. ऐसी हरकतें विश्वास में बाधा उत्पन्न करती हैं. याद रखें कि एक रिश्ता दोतरफा प्रक्रिया है और जब आप अपने साथी को हर फैसले में शामिल करते हैं, तो वह आपके प्रयासों की सराहना करता है.
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