लाइफ स्टाइल

जानिए किन दवाओं को कॉफी के साथ बिलकुल ना खाएं

Tara Tandi
16 Oct 2022 4:58 AM GMT
जानिए किन दवाओं को कॉफी के साथ बिलकुल ना खाएं
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आमतौर पर लोग सुबह में एनर्जी बूस्ट करने के लिए कॉफी पीना पसंद करते हैं. लेकिन अगर आप अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करें तो ये लिवर कैंसर की वजह भी बन सकता है. लेकिन यह भी पाया गया है कि कॉफी हार्ट डिजीज को दूर कर लंबी आयु के लिए भी फायदेमंद होता है. इस तरह हम कह सकते हैं कि इसके फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं. हालांकि अगर आप किसी तरह की दवाओं का सेवन कर र‍हे हैं तो आपको कॉफी पीते वक्‍त अधिक सतर्क रहने की जरूरत होती है. बेस्‍ट लाइफ के मुताबिक, कुछ दवाओं को आप सुबह की कॉफी के साथ नहीं ले सकते. ऐसा करने से इसका नुकसान आपको उठाना पड़ सकता है.

किन दवाओं को कॉफी के साथ बिलकुल ना खाएं
एमएसपीएस के वेंडी डी. जोन्स, फार्मडी, का कहना है कि कॉफी के साथ एंटीडिप्रेसेंट लेना दो तरह से असर कर सकता है. या तो कॉफी ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स (टीसीए) के साथ दवा का अवशोषण कम कर दे, जिससे रोगी को निर्धारित पूरी खुराक नहीं मिल पाती. इसके अलावा, यह कैफीन के प्रभाव को बढ़ाने का भी काम कर सकता है. इसलिए जो लोग बड़ी मात्रा में कैफीन पीते हैं वे दिल की धड़कन बढ़ने, बीमार महसूस करने, बेचैनी और अनिद्रा जैसे लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं.
स्टिमुलेंट(Stimulants)
हालांकि अगर आप थोड़ी मात्रा में कॉफी पीते हैं तो एडरल स्टिमुलेंट पर इसका असर नहीं पड़ता लेकिन हो सकता है‍ कि ऐसा करने से उच्च रक्तचाप, उच्च हृदय गति, घबराहट महसूस करना और सोने में परेशानी जैसे दुष्प्रभावों का खतरा बढ़ सकता है.
विटामिन और मिनरल्‍स(Vitamins and supplements)
विशेषज्ञों का कहना है अगर आप विटामिन या मिनरल सप्लीमेंट का इस्‍तेमाल करते हैं साथ में कॉफी भी पी रहे हैं तो कॉफी शरीर में कई विटामिन और मिनरल के अवशोषण को कम कर सकता है. मसलन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी, विटामिन सी आदि का प्रभाव शरीर में नहीं पड़ेगा और इन्‍हें बॉडी आसानी से फ्लश कर शरीर से बाहर निकाल देता है.एंटी डायबिटीज दवाएं(Anti-diabetes medications)
कॉफी कुछ लोगों के शरीर में रक्त शर्करा को बढ़ा सकती है, जो मधुमेह दूर करने वाली दवाओं का सेवन करते हैं उन पर इसके प्रभाव कम हो सकते हैं. ऐसे में अगर आप मधुमेह रोगी हैं और कॉफी पीना पसंद करते हैं, उनके रक्त शर्करा की सावधानीपूर्वक निगरानी की जानी चाहिए और आवश्यकता हो तो दवा की खुराक को बदल कर सकते हैं.

न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh

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