लाइफ स्टाइल

जानें, आपकी स्किन टोन के लिए कौन-सा ब्लश शेड बेस्ट रहेगा

Kajal Dubey
27 April 2023 11:51 AM GMT
जानें, आपकी स्किन टोन के लिए कौन-सा ब्लश शेड बेस्ट रहेगा
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एक अच्छा परफ़्यूम आपके मूड को ख़ुशगवार रखता है. आपसे आनेवाली ख़ुशबू उन लोगों को भी भाती है, जो आपसे मिलते हैं. यही कारण है कि हम सभी अच्छा परफ़्यूम चुनने के लिए काफ़ी मेहनत करते हैं. अगर आप चाहते हैं कि परफ़्यूम लगाने के बाद मनचाहा प्रभाव मिले तो इन चार बातों को गांठ बांध लें.
पहली बात: परफ़्यूम को रगड़ें नहीं
कई दफ़े हम परफ़्यूम को अपनी स्किन पर छिड़कने के बाद वहां की त्वचा को रगड़ देते हैं. हमें लगता है कि इससे ख़ुशबू त्वचा में समा जाएगी. पर यह तरीक़ा वैज्ञानिक रूप से बिल्कुल ग़लत है. जब आप परफ़्यूम को रगड़ते हैं, तब उसके मॉलिक्यूल्स यानी यौगिक के बॉन्ड्स टूट जाते हैं. जिसका नतीजा यह होता है कि उसकी ख़ुशबू बिगड़ जाती है. तो गांठ बांधनेवाली पहली बात यह है कि परफ़्यूम को स्प्रे करना है, रगड़ना नहीं है.
दूसरी बात: जब परफ़्यूम कुछ ज़्यादा ही स्ट्रॉन्ग हो, तब यह तरीक़ा अपनाएं
कई बार हमें महसूस होता है कि हमारा परफ़्यूम कुछ ज़्यादा ही स्ट्रॉन्ग है. उसे डायरेक्टली स्प्रे करना मतलब उसकी ख़ुशबू को ख़ुद ही नहीं सह पाने जैसी हालत हो जाएगी. कुछ लोगों को तो स्ट्रॉन्ग परफ़्यूम से सिरदर्द होना, नाक बहना जैसी समस्याएं हो जाती हैं. अगर आपका परफ़्यूम भी कुछ ज़्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया हो तो उसे हवा में स्प्रे करें. स्प्रे करते हुए परफ़्यूम की वॉल यानी दीवार बना दें. और उसके बाद उसके बीच से गुज़रें. ऐसा करने से ख़ुशबू आपके शरीर के हर हिस्से में समान रूप से समा जाएगी और परफ़्यूम स्ट्रॉन्ग भी नहीं रह जाएगा.
तीसरीब्लश एक ऐसा मेकअप आइटम है, जो आपकी ख़ूबसूरती को निखारने में कभी असफल नहीं होता है. उसे चाहे आप मेकअप के ऊपर लगाएं या सिर्फ़ स्किनकेयर बेस लगाने के बाद, चिक्स पर लगाएं या चिक्सबोन पर, इसके जुड़ते ही आपके चेहरे पर एक अलग तरह की चमक आ जाती है और चेहरे का ग्लो बढ़ जाता है. शुरुआती दौर में ब्लश का ख़्याल महिलाओं के रोज़ी रेड चिक्स पाने की इच्छा ज़ाहिर करने के बाद आया, लेकिन अब यह अन्य कलर और शेड्स में उपलब्ध हैं, जिन्हें अलग-अलग स्किन टोन्स को ध्यान में रखकर बनाया जाता है. हालांकि किसी भी ब्लश शेड को चुनने से पहले समझदारी इसी में है कि आप यह जान लें कि कौन-सा ब्लश शेड आपकी स्किन टोन के लिए बेस्ट रहेगा और आपके चेहरे की बनावट को सही ढंग से उभारने का काम करेगा. सही ब्लश-शेड की पहचान हो जाने से ज़ूम कॉल मेकअप या ग्लैम मेकअप लुक तैयार करना भी आपके लिए आसान हो जाएगा. नीचे के आर्टिकल में हर स्किन टोन के हिसाब से ब्लश शेड्स दिए गए हैं.
हल्की पीली रंगत (पेल स्किन)
पीची ब्लश, इस स्किन टोन के लिए सबसे बेस्ट होता है. एक सौम्य ग्लो पाने के लिए पाउडर फ़ॉर्मूला बेहतर विकल्प है और अगर हाइलाइटर स्किप करनेवाली हैं तो शिमर मिला हुआ पीची ब्लश परफ़ेक्ट रहेगा.
फ़ेयर टू मीडियम स्किन (पिंक अंडरटोन)
इस तरह की स्किन टोन पर फ्रूट पिंक ब्लश काफ़ी जंचते हैं. ये स्किन के नैचुरल पिंक अंडर टोन को भी उभारने का काम करते हैं. ब्रॉन्ज़र इस्तेमाल करने की योजना बना रही हैं, तो डार्क पिंक ब्लश को रिज़र्व करके रख लें.
फ़ेयर टू मीडियम स्किन (ऑलिव अंडरटोन)
ऑलिव स्किन टोन पर एप्रिकॉट ब्लश अद्भुत नज़र आता है. इसे लगाते ही चेहरे पर तुरंत निखार आ जाता है. यह ख़ूबसूरत ग्लो के साथ स्किन टोन को और बेहतर बना देता है.
नैचुरल स्किन (पिंक ऐंड ऑलिव अंडरटोन)
इस स्किन टोन पर लगभग सभी ब्लश शेड्स जंचते हैं, क्योंकि इसकी अंटरटोन पिंक और ऑलिव दोनों होती है. पिंक और एप्रिकॉट जैसे ब्राइट कलर इस स्किन पर अच्छी तरह से काम करते हैं.
मीडियम स्किन टोन
रोज़ी कलर के साथ थोड़ा ब्राउन शेड मिलाकर तैयार किया गया शेड मीडियम स्किन टोन के लिए कॉम्प्लिमेंट की तरह काम करता है. कोरल कलर भी इस स्किनटोन के लिए एक बढ़िया चुनाव साबित होता है.
गहरे रंगत वाली स्किन
इस तरह की स्किन टोन के लिए प्लम और रेड कलर्स बहुत बढ़िया साबित होते हैं. त्वचा की रंगत थोड़ी गहरी होती है, तो डार्क कलर उसपर काफ़ी जंचते हैं. बेरी कलर्स और फ़ुशिया शेड्स भी इस स्किन टोन पर ख़ूबसूरत लगेंगे.रफ़्यूम को कपड़े पर छिड़क लेना वह कॉमन ग़लती है, जो ज़्यादातर लोग करते ही हैं. पर परफ़्यूम लगाने का यह तरीक़ा पूरी तरह से ग़लत है. परफ़्यूम को त्वचा पर स्प्रे करने के लिए बनाया जाता है. कपड़े पर छिड़कने से मनमुताबिक़ प्रभाव नहीं मिलेगा. यदि आप चाहते हैं कि आपका महंगा परफ़्यूम आपको सही प्रभाव दे तो सीधे त्वचा पर स्प्रे करें.
चौथी बात: दूसरी की देखा-देखी परफ़्यूम न ख़रीदें
अक्सर हम किसी के परफ़्यूम की ख़ुशबू से प्रभावित होकर वही वाला परफ़्यूम ख़रीद लाते हैं, पर अरोमा एक्सपर्ट्स की मानें तो परफ़्यूम की ख़ुशबू कॉपी नहीं की जा सकती. इसका सीधा कारण यह है कि हर किसी के शरीर की बनावट अलग-अलग होती है. जिसके चलते हर किसी के शरीर की अपनी विशिष्ट ख़ुशबू होती है. किसी को ज़्यादा पसीना आता है, किसी को बहुत कम तो किसी को न के बराबर. तीन अलग-अलग तरह के लोगों पर एक ही तरह का परफ़्यूम कैसे एक जैसा इफ़ेक्ट पैदा कर सकता है. तो परफ़्यूम चुनते समय इस बात का ख़ास ख़्याल रखें कि आपका परफ़्यूम आपके शरीर की नैचुरल ख़ुशबू को कॉम्प्लिमेंट करता हो. उदाहरण के लिए अगर आपको ज़्यादा पसीना आता हो तो आपको स्ट्रॉन्ग नोट्स वाले परफ़्यूम की ज़रूरत होगी.
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