लाइफ स्टाइल

जान‍िए डायबिटीज के मरीजों को मटन या चिकन खाना चाहिए या नहीं

Manish Sahu
19 July 2023 12:07 PM GMT
जान‍िए डायबिटीज के मरीजों को मटन या चिकन खाना चाहिए या नहीं
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लाइफस्टाइल: डायब‍िटीज जो आजकल लोगों में बहुत सामान्‍य सी बात हो गई है। ये एक ऐसा डिसऑर्डर है, जिसमें रक्त शर्करा का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है, क्योंकि एक व्यक्ति का शरीर पर्याप्त इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है। मधुमेह वाले लोगों को भी डेली रुटीन में एक हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल के साथ हेल्‍दी फूड हैबिट्स की जरुरत होती है। डायबिटीज में कम से कम कार्बोहाइड्रेड और सैचुरेटेड फैट का सेवन करना चाह‍िए। कई बार डायब‍िटीज मरीज इस बात पर कंफ्यूज हो जाते है क‍ि डायब‍िटीज में मटन खाना ज्‍यादा हेल्‍दी होता है या चिकन। आइए जानते है क‍ि इनमें से कौन सा बेहतर है! रेड मीट रेड मीट में पोर्क, बीफ, मटन, बकरी और भेड़ का मांस शामिल होता हैं। इनमें मटन भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला रेड मीट है। जब हम मटन कहते हैं, तो भारत में इसका मतलब बकरी का मांस होता है, भेड़ का नहीं। रेड मीट लोगों को खूब पसंद होता है क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की भरमार होती है जैसे: लोहा जस्ता फास्फोरस राइबोफ्लेविन विटामिन बी 12 रेड मीट का सेवन मधुमेह और हृदय रोगों के मरीजों को कम करना चाह‍िए, क्योंकि इसमें मौजूद संतृप्त वसा हृदय रोगों का कारण बन सकता है। रेड मीट में सोडियम और नाइट्राइट इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह का कारण बनते हैं।
यह शरीर में सूजन की भी वजह बन सकता है। जिससे कुछ प्रकार के कैंसर हो सकते हैं। हालांकि, मटन के मामले में ये जोखिम कम हो सकते हैंनए शोध से पता चलता है कि बकरी के मांस में वास्तव में अधिक पोषक तत्व हो सकते हैं और यह पोल्ट्री की तुलना में स्वास्थ्यवर्धक है। अन्य रेड मीट की तुलना में बकरी का मांस एक बेहतर विकल्प माना जाता है। इसमें सोडियम की तुलना में अधिक पोटेशियम होता है और इसलिए मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि, अगर आपको मधुमेह है, तो संयम से खाएं और खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। दाढ़ी-मूंछ के बाल होने लगे है सफेद, काला और घना करने के ये हैं 10 टिप्स अब जानिए क्या डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं चिकन? चिकन मधुमेह वाले लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है क्योंकि चिकन प्रोटीन का एक उच्च स्रोत है और इसमें वसा की मात्रा बहुत कम होती है। अगर हम चिकन को हेल्दी तरीके से पकाते हैं तो चिकन डाइबिटीज डिसऑर्डर वाले लोगों के लिए हेल्दी ऑप्शन बन सकता है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू कम होता है। तो हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल कभी नहीं बढ़ेगा। चिकन प्रोटीन से भरपूर और वसा में कम होता है और आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिजों और विटामिन बी, ए और डी जैसे विटामिनों से भरपूर होता है। मधुमेह में बेहतर मटन या चिकन क्या है? जैसा कि आप समझ ही गए होंगे कि मटन मूल रूप से रेड मीट है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए स्वस्थ नहीं है। लेकिन फिर भी, आप इसे कम मात्रा में खा सकते हैं। चिकन की बात करें तो इसमें ऐसी कोई समस्या नहीं है। इसका मतलब है कि आप बिना किसी झिझक के चिकन खा सकते हैं और मटन कम खा सकते हैं!

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