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हेल्दी और ग्लोइंग स्किन की चाहत किसे नहीं होती है. इसके लिए लोग तरह की ट्रिक्स आजमाते हैं. कहीं महंगे-महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हेल्दी और ग्लोइंग स्किन की चाहत किसे नहीं होती है. इसके लिए लोग तरह की ट्रिक्स आजमाते हैं. कहीं महंगे-महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है, तो कहीं लोग महंगे डाइट प्लान के जरिए स्किन की देखभाल करते हैं. स्किन की केयर (Skin care tips) के लिए मार्केट में प्रोडक्ट्स की भरमार है, लेकिन इनमें मौजूद केमिकल उसके लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है. प्रोडक्ट्स की ओर से दावा किया जाता है कि ये किसी भी तरीके से नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, लेकिन केमिकल के कारण साइड इफेक्ट का खतरा बना रहता है. क्या आप भी स्किन केयर में प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये आदत स्किन को कुछ समय के लिए चमकदार बनाए रख सकती है, लेकिन आगे चलकर आपको स्किन प्रॉब्लम्स को फेस करना पड़ सकता है.
स्किन केयर के लिए दूसरे नेचुरल तरीके भी अपनाएं जा सकते हैं और इन्हीं में से एक है स्किन फास्टिंग. (Skin fasting) देखा जाए, तो ये ट्रेंड में है और लोग इसे फॉलो भी कर रहे हैं. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्किन फास्टिंग होती क्या है और ये किस तरह स्किन को डिटॉक्स करती है.
क्या होती है स्किन फास्टिंग?
आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ट्रेंड में चल रही स्किन फास्टिंग क्या है, तो चलिए हम आपको बताते हैं. दरअसल, ये स्किन केयर का एक तरीका है, जिसमें मार्केट में मिलने वाले प्रोडक्ट्स को स्किन पर न लगाने की सलाह दी जाती है. स्किन फास्टिंग के दौरान आपको धीरे-धीरे चेहरे या अन्य हिस्सों की स्किन पर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने की आदत को छोड़ना पड़ता है. इसमें नेचुरल तरीके से स्किन की देखभाल करने की सलाह दी जाती है. अब ये नेचुरल तरीका है, तो जाहिर सी बात है कि इसके नुकसान भी नहीं होंगे. इस तरह की प्रक्रिया में नेचुरल चीजों के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है, जैसे स्किन को मॉइस्चराइज करने के लिए नेचुरल कोकोनट ऑयल ही लगाना चाहिए.
इस तरह करती है स्किन को डिटॉक्स
जब आप इस तरह की प्रक्रिया को अपने रूटीन का हिस्सा बनाते हैं, तो स्किन नेचुरली रिपेयर होने लगती है. आप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें, लेकिन घरेलू नुस्खों के जरिए स्किन केयर रूटीन को फॉलो करना न भूलें. ये तरीका स्किन को अंदर से रिपेयर करता है और यहीं डिटॉक्सिफाइंग कहलाता है. स्किन को डिटॉक्स करने में पानी भी अहम रोल निभाता है. स्किन फास्टिंग जैसी ट्रेंडिंग प्रक्रियाओं में ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है.
ऐसे अपनाएं ये रूटीन
हर तरह की रूटीन को फॉलो करने में जल्दबाजी नहीं बरतनी चाहिए. स्किन फास्टिंग में सलाह दी जाती है कि इसे धीरे-धीरे फॉलो करना चाहिए. प्रोडक्ट्स यूज जरूर बंद करें, लेकिन इसके लिए धीरे-धीरे खत्म करें. जब आपको स्किन को नए ट्रेंड की आदत हो जाए, तब प्रोडक्ट्स को लगाना बंद करें.
Tara Tandi
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