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Heart attack के खतरा से छुटकारा पाने के लिए जाने ये बाते

Sanjna Verma
10 Aug 2024 12:02 PM GMT
Heart attack के खतरा से छुटकारा पाने के लिए जाने ये बाते
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हार्ट अटैक Heart Attack: सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के ऐसे कई देश हैं जहां लोग हृदय से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। अक्सर अपने ऐसा देखा या सुना होगा कि किसी व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक आया और अस्पताल ले जाते समय या उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।साओल जो भारत का एक प्रमुख हार्ट केयर सेंटर है वहां के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर ​बिमल छाजेड़ के अनुसार व्यक्ति हार्ट अटैक से बच सकता है अगर उसे अपने दिल के बारे में सही जानकारी हो
लेफ्ट मेन में ब्लॉकेज
साओल के डॉक्टर का कहना है कि अगर व्यक्ति को पहले सी पता हो कि उसके Left Men में ब्लॉकेज है तो वह अधिक सतर्क रहेगा और इससे अचानक हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना भी कम काफी रहेगी। इसके लिए जरूरी है व्यक्ति को समय समय पर अपने पूरे शरीर की जांच करवाने की। इससे सही समय पर आपके अंदर पल रही बीमारी का पता लग जाएगा और इलाज से आप ठीक भी हो सकते है। जिस तरह से युवाओं में दिल की बीमारी का खतरा बढ़ रहा है इसे देखते हुए डॉक्टर्स 25 से 30 की उम्र में शरीर की जांच करवाने की सलाह देते हैं।
क्या है लेफ्ट मेन कोरोनरी आर्टरी?
हार्ट पूरी बॉडी को ब्लड सप्लाई करने का काम करता है। खुद के लिए जो यह तीन ट्यूब लेता है उनमें से एक लेफ्ट मेन कोरोनरी आर्टरी यानी एलएमसीए (LMCA) आती है और एक राइट मेन आती है। राइट वाली ट्यूब को आरसीए कहते हैं। यह हार्ट की ट्यूब को करीब 30% ब्लड सप्लाई करता है और जो लेफ्ट है वो 70% ब्लड सप्लाई करता है
दो डिविजन में डिवाइड करता है लेफ्ट मेन
एक इंच का यह ट्यूब होता है यानी यह एक इंच लंबा होता है जो दो भाग में
Divide
होता है। एक सामने चली जाती है और एक पीछे चली जाती है। जो सामने चली जाती है उस एलएडी (LAD) कहते हैं जो हार्ट को 50% पावर सप्लाई करती है। वहीं एलसीएक्स जो पीछे जाती है वह हार्ट को 20% पावर सप्लाई करती है। यदि लेफ्ट मेन बंद हो जाता है तो एलएडी और एलसीएक्स दोनों खराब हो जाते हैं। इससे हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ जाता है।
क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले?
हार्ट से जुड़ी बीमारियों के कई कारण हो सकते हैं जैसे गलत लाइफस्टाइल, खाने पीने में गड़बड़ी, तनाव आदि।
कोरोना
महामारी के बाद हार्ट अटैक के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। चूंकि कोरोना काल में लोग अपने घरों में ही कैद रहने को मजबूर थे ऐसे ज्यादा फिजिकल एक्विटी ना हों पाने के कारण भी लोग साइलेंट डिसीस का शिकार हो रहे हैं। डॉक्टर्स के अनुसार जिन लोगों के परिवार में हृदय रोग का इतिहास रहा है उन्हें हार्ट डिसीस होने की संभावना अधिक रहती है। सही लाइफस्टाइल और हल्के फुल्के व्यायाम से हम हार्ट से जुड़ी बीमारियों के अलावा और भी कई गंभीर रोगों से बचा सकते हैं।
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