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लाइफ स्टाइल
जानिए कम वजन वाले बच्चे के जन्म के पीछे ये हो सकते हैं कारण
Tara Tandi
30 Aug 2022 11:44 AM GMT
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कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान मां को अच्छा पोषण न मिलने की वजह से या डिलीवरी समय से पहले हो जाने के कारण बच्चा अंडरवेट रह जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान मां को अच्छा पोषण न मिलने की वजह से या डिलीवरी समय से पहले हो जाने के कारण बच्चा अंडरवेट रह जाता है और आमतौर पर उन्हें हार्ट, पेट और इंफेक्शन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं. ऐसी स्थिति से बचने के लिए मां को बच्चे के जन्म से पहले रेगुलर टेस्ट, योग और अच्छी डाइट लेनी चाहिए. पैदा होते समय बच्चों का सामान्य वजन 3.6 किलोग्राम (8 पाउंड) रहता है. अगर ये वजन 2.26 किलोग्राम (5 पाउंड) से कम हो तो बच्चे को अंडरवेट माना जाता है. बच्चे के अंडरवेट होने का मतलब है बच्चे का सही विकास ना होना. ऐसे में ज़रूरी है कि बच्चे के अंडरवेट होने के कारणों को अच्छी तरह से समझा जाए ताकि उनसे बचाव हो सके. आइए जानते हैं बच्चे के अंडरवेट होने के मुख्य कारण.
अंडरवेट बच्चा पैदा होने के पीछे हो सकते हैं यह कारण :
प्रीमेच्योर बर्थ: मॉम जंक्शन डॉट कॉम के मुताबिक 37 हफ्तों से पहले पैदा हुए बच्चे प्रीमेच्योर और अंडरवेट होते हैं क्योंकि आखिरी हफ्तों में ही बच्चों का वजन बढ़ता है. ऐसे में बच्चों का जल्दी पैदा होना उन्हें अंडरवेट बनाता है.
डायबिटीज: मां को डायबिटीज होने के कारण कई बार प्रीमेच्योर बर्थ की समस्या हो जाती है, जिसकी वजह से बच्चा अंडरवेट रह जाता है.
हाई बीपी: हाई बीपी में प्लेसेंटा से बच्चे को ब्लड सर्कुलेट करना मुश्किल हो जाता है, जिसकी वजह से पैदा होते समय बच्चे का वजन कम होता है.
अनहेल्दी यूटर्स: फाइब्रॉएड या यूटर्स में समस्याओं के होने से बच्चे की ग्रोथ रुक जाती है जिससे उसका वजन सही से नहीं बढ़ पाता है.
अनहेल्दी डाइट: बच्चे को ग्रोथ के लिए पोषण अपनी मां से मिलता है और अगर मां को सही न्यूट्रिएंट्स ना मिलें तो बच्चा कमज़ोर, अनहेल्दी और अंडरवेट रह जाता है.
अंडरवेट बच्चों को हो सकती हैं ये समस्याएं
अंडरवेट बच्चे अक्सर लो ब्लड शुगर, थिक ब्लड और इंट्रावेंट्रीकुलर हैमरेज जैसी समस्याओं से जूझते हैं. ऐसे में बच्चे को स्वस्थ्य बनाने के लिए जन्म के बाद सही न्यूट्रिएंट्स और रेगुलर चेकअप की मदद ली जा सकती है. डॉक्टर इस बारे में पैरेंट्स को गाइड कर सकते हैं.
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