- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- साइबर सिकनेस के लक्षण,...
x
लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में लोगों की खराब जीवनशैली के चलते कई तरह की बीमारियां दस्तक देती हैं।
जनता से रिश्ता वेबडस्क | लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में लोगों की खराब जीवनशैली के चलते कई तरह की बीमारियां दस्तक देती हैं। इनमें एक बीमारी साइबर सिकनेस है। इसका प्रमुख कारण लंबे समय तक मोबाइल और लैपटॉप यूज करना है। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग दिनभर लैपटॉप पर काम करते हैं। वहीं, रात में देर तक मोबाइल स्क्रॉलिंग करते हैं। इस दौरान आंखों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता है। इसके चलते साइबर सिकनेस की समस्या होती है। इस दौरान व्यक्ति को आंखों में चुभन, मितली और चक्कर आदि लक्षण देखे जाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो देर रात तक मोबाइल स्क्रॉलिंग से न केवल नींद प्रभावित होती है, बल्कि मानसिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। इसके लिए आंखों को पर्याप्त आराम जरूर दें। आइए, साइबर सिकनेस के बारे में सबकुछ जानते हैं-
साइबर सिकनेस क्या है
विशेषज्ञों की मानें तो मस्तिष्क को इन्द्रियों से एकसाथ सिग्नल मिलते हैं। जब संकेत अलग-अलग मिलने लगता है, तो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को कार्य प्रणाली समझने में दिक्कत आती है। साइबर सिकनेस में भी इस तरह की समस्या होती है। लंबे समय तक स्क्रीन के साथ चिपके रहने से आंखों में चुभन, चक्कर आना और मितली की शिकायत होती है। आसान शब्दों में कहें तो साइबर सिकनेस में आंखों में तेज चुभन होती है। स्क्रीन पर नजर पड़ते ही आंखों में सुई जैसी चुभन होने लगती है। साथ ही मानसिक भटकाव की स्थिति भी पैदा होती है। इस दौरान चक्कर आ सकता है।
साइबर सिकनेस के लक्षण
-आंखों में चुभन
-आंखों का लाल होना
-चक्कर आना
-मितली
-आंखों से पानी टपकना
साइबर सिकनेस से बचाव
-काम करने के दौरान 20 फीट दूर वस्तु को 20 सेकेंड तक देखें। अब नजर हटाकर दूसरी चीज को देखें और फिर पहली वस्तु को 20 सेकेंड तक देखें। इससे साइबर सिकनेस में आराम मिल सकता है।
-अपनी आंखों को बंद कर तीन बार ऊपर-नीचे करें। इसके बाद बाएं और दाएं तरफ करें। अंत में फर्श पर देखें। इससे साइबर सिकनेस में राहत पहुंचता है।
-गंभीर मामलों में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
Ritisha Jaiswal
Next Story