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जानिए कैविटी के संकेत और लक्षण

Tara Tandi
9 Nov 2022 12:01 PM GMT
जानिए कैविटी के संकेत और लक्षण
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बच्चों में कैविटी की समस्या बेहद आम होती है. कैविटी में दांतों में सड़न होने लगती है और अगर यह ज्यादा दिन तक रहे तो इससे दांत कमजोर होने का भी डर बना रहता है. कैविटी छोटे बच्चों के दांतों या फिर किसी बड़े व्यक्ति के दांतों दोनों में हो सकती है. दातों में सड़न तब होती है जब बच्चा खाना शुरू करता है और शुगर दांतों में रह जाती है. धीरे धीरे बैक्टीरिया दांतों में जमा होने लगते हैं और बाहरी परत को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देते हैं. वयस्कों की तुलना में छोटे बच्चों या फिर शिशुओं में कैविटी होने का खतरा अधिक होता है.


नियमित रूप से ब्रश करना और कम मिठाई खाना इसका एक इलाज हो सकता है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि इसके बाद कैविटी होगी नहीं. वेरीवेलहेल्थ के अनुसार बच्चों और शिशुओं में कैविटी कई वजहों से हो सकती है लेकिन कई बार जागरूकता में कमी की वजह से भी यह समस्या तेजी से बढ़ती है. अन्य देशों के विपरीत, भारत में पानी के फ्लोराइडेशन की सख्त सुविधा नहीं है जो बच्चों को अपने आहार में फ्लोराइड की कमी की भरपाई के लिए फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट पर निर्भर करती है.

शिशुओं में कैविटी की वजह

कैविटी या दांतों की सड़न वास्तव में एक मौखिक जीवाणु रोग है. हमारे मुंह में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। जब मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, तो ये एसिड छोड़ते हैं जो नुकसान का कारण बनता है.
दांतों को चीनी से बहुत नुकसान होता है क्योंकि यह दांतों में सड़न को बढ़ाता है. हानिकारक बैक्टीरिया चीनी पर फीड करते हैं और सड़न को कई गुना बढ़ा देते हैं.

सिर्फ सफेद चीनी ही दांतों में सड़न का कारण नहीं होती बल्कि दांतों में सड़न मीठा पेय और नमकीन पदार्थ से भी होती है. अगर आपके बच्चे को कैंडी और फ्राइज़ पसंद हैं, तो कोशिश करें कि उन्हें बार बार वह न खाने दें. यदि आपके बच्चे को अक्सर कैविटी हो जाती है, तो इस बारे में किसी हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें.
सफेद ब्रेड, चिप्स आदि जैसे खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट होता हैं जो शर्करा में टूट जाते हैं और बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं. बच्चें जितना अधिक भोजन को अपने मुंह में रखते हैं उतना ही अधिक कैविटी होने की संभावना बढ़ जाती है.

दांतों में कैविटी का एक बड़ा कारण है उनकी ठीक से सफाई न होना. जब बच्चा ठीक से दांतों की सफाई नहीं करता तो कैविटी जमा होने लगती है और यह सड़न में बदल जाती है. माता-पिता बच्चे के 6 महीने के उम्र से ही डेंटल पेशेवर चेकअप के बारे में सोचना चाहिए. अगर बच्चे को दूध देते हैं तो जरूरी है कि इसके बाद उनके मुंह की सफाई जरूरी है.

कैविटी के संकेत और लक्षण
कैविटी दांतों की एक सामान्य समस्या है. लेकिन यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह दांतों के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है. छोटे बच्चों के या फिर शिशुओं के दांतों में कैविटी होने पर निम्न संकेत मिलते हैं.

दांतों में दर्द होना
दांतों पर सफेद और काले धब्बे
बच्चों का कुछ खाने पर रोना
ठंडे खाद्य पदार्थ खाने पर झन्नाहट होना
मुंह में सूजन का आना
मसूड़ों में सूजन आना

न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh

Tara Tandi

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