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तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम जानिए

Apurva Srivastav
3 May 2023 2:14 PM GMT
तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम जानिए
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कॉपर शरीर के लिए एक धातु है जो आपके शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) बनाने में मदद करता है और तंत्रिका कोशिकाओं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखता है। यह कोलेजन, हड्डियों और ऊतकों के निर्माण में भी मदद करता है। इसके अलावा, कॉपर एक एंटीऑक्सीडेंट भी है जो कोशिकाओं और डीएनए को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों को कम कर सकता है।
क्‍योंकि यह शरीर में कॉपर टॉक्सिसिटी पैदा कर सकता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इतना ही नहीं इस बोतल को रोजाना पानी से भरकर रखने से जंग भी लग सकता है, जिससे समस्या और बढ़ सकती है।होता ये है कि जब आप रोज तांबे की बोतल में पानी पीना शुरू करते हैं तो कॉपर खून में मिलने लगता है और किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचाता है। साँस लेने पर तांबे के कण या क्रिस्टल आपकी नाक और गले में जलन पैदा कर सकते हैं। इसके कारण आपको चक्कर आना और सिरदर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
तांबे के बर्तन में पानी पीने के नियम
तांबे के बर्तन में पानी से जुड़े नियमों के बारे में जानना बहुत जरूरी है। सबसे पहले तांबे की बोतल में 6-8 घंटे के लिए रात भर पानी भरकर रख दें और सुबह इसे पी लें। इसके अलावा आप इस बोतल का पानी दिन में 2 से 3 बार ही लें। दिन भर इसका पानी न पिएं, नहीं तो आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
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