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जानें हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथ्स

Gulabi
5 March 2022 2:38 PM GMT
जानें हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथ्स
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हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथ्स
पर्सनैलिटी को निखारने में बालों ( Hair care in Hindi ) का अहम रोल रहता है. बाल अगर घने और हेल्दी हैं, तो पर्सनैलिटी में चार चांद लग जाते हैं. वहीं कुछ लोगों को इसके विपरीत बालों से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बालों की झड़ना ( Hair fall ) अब आम बात हो गई है और एक समय पर प्रभावित व्यक्ति को गंजेपन ( Hair loss ) जैसी गंभीर समस्या को झेलना पड़ता है. गंजेपन के बाद सिर पर फिर से बाल लाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. आजकल हेयर ट्रांसप्लांट जैसी तकनीक को अपनाकर सिर पर फिर से बाल लाए जा रहे हैं.
इसमें नए शिरे से बालों को सिर पर लगाया जाता है. इस तकनीक से लोगों को फायदा मिलता है. वहीं कई लोग हेयर ट्रांसप्लांट ( hair transplant ) को सही नहीं मानते हैं और इस कारण वे गंजेपन के साथ ही जीना पसंद करते हैं. हेयर ट्रांसप्लांट को लेकर कई मिथ्स बनी हुई हैं, जिसके कारण लोग इसे अपनाने से कतराते हैं. हम आपको इन्हीं मिथ्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
दर्दनाक प्रक्रिया
ज्यादातर लोगों में ये मिथ बनी हुई है कि हेयर ट्रांसप्लांट एक दर्दनाक प्रक्रिया है, जबकि एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इसे कराते समय किसी भी प्रकार का दर्द नहीं होता. टेक्नोलॉजी इस कदर बढ़ी हुई है कि हेयर ट्रांसप्लांट में किसी भी तरह का दर्द नहीं होता. हालांकि, इसे करते समय एनेस्थीसिया दवा का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका असर खत्म होने के बाद हल्का सा दर्द हो सकता है.
दिमाग पर असर
कई लोगों को ऐसा लगता है कि इस प्रक्रिया का बुरा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है. हेयर ट्रांसप्लांट का दिमाग पर कोई नेगेटिव इफेक्ट नहीं पड़ता. इसे स्कैल्प पर किया जाता और इसका दिमाग के अंदर कुछ भी लेना देना नहीं है.
यंगस्टर के लिए
एक मिथ यह भी फैली हुई है कि हेयर ट्रांसप्लांट सिर्फ यंगस्टर्स यानी युवाओं के लिए कारगर है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका उम्र से कोई लेना देना नहीं है. इसे युवाओं से लेकर बुजुर्ग भी करा सकते हैं. हालांकि, जो युवा कम उम्र में गंजेपन का शिकार हो जाते हैं, उन्हें कई बार इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है.
प्रभावी नहीं है
जो लोग हेयर ट्रांसप्लांट के नेगेटिव छवि अपने मन में बनाकर बैठे हुए हैं, उन्हें यह भी लगता है कि ये ज्यादा समय तक प्रभावी नहीं रहती है. उन्हें लगता है कि हेयर ट्रांसप्लांट कराने वाले लोगों के बाल एक दिन भी नहीं टिकते हैं. इसे एक्सपर्ट्स की देखरेख में कंप्लीट किया जाता है. साथ ही एक्सपर्ट्स की सलाह पर बालों को रूटीन फॉलो किया जाए, तो बेस्ट रिजल्ट पाए जा सकते हैं.
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