लाइफ स्टाइल

वर्ल्ड साइकिल डे पर जानें, साइक्लिंग के फ़ायदे

Kajal Dubey
26 April 2023 6:00 PM GMT
फ़िटनेस और फ़न एक साथ चाहिए, तो आप साइक्लिंग करें! साइक्लिंग आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के साथ ही आपका आत्मविश्वास भी बढ़ाएगी. साइकिल की एक और अच्छी बात है कि यह आपके बजट और पर्यावरण के अनुकूल होती है. साइकिल की इन सारी ख़ूबियों को देखते हुए पिछले तीन साल से विश्व साइकिल दिवस भी मनाया जा रहा है. इस दिन का उद्देश्य यह बताना है कि साइकिल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए तो बेहतर है ही, साथ ही यह पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए भी काफ़ी फ़ायदेमंद है. अगर आपने ध्यान दिया होगा तो महसूस किया होगा कि पिछले कुछ सालों से साइकिल की चमक कुछ फीकी पड़ने लग गई थी, लेकिन कोरोना महामारी ने फिर से उसमें वापसी करा दी है. लोग इसे फ़िटनेस टूल के तौर पर पहले से अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं.
अप्रैल 2018 में, संयुक्त राष्ट्र सभागार में 56 देशों ने 3 जून को ‘विश्व साइकिल दिवस’ के रूप मनाने पर सहमति जताई. हर साल वर्ल्ड साइकिल डे पर एक थीम तय होती है, जिसे ये देश फ़ॉलो करते हैं. इस साल की थीम ‘यूनीकनेस, वर्सेटैलिटी, लॉन्गिविटी ऑफ़ द बाइसिकल एंड सिंपल, सस्टेनेबल, एफ़ोर्डेबल मीन्स ऑफ़ ट्रांसपोर्टेशन’ रखी गई है. इसका मतलब है कि साइकिल चलाना किफ़ायती है, इससे ईंधन बचाने में मदद मिलती है. यह पर्यावरण के अनुकूल है, साथ ही यह स्वास्थ्य बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाती है. इसके अलावा साइकिल कम बजट में आ भी जाती है और इसे चलाने के लिए किसी तरह के ईंधन पर ख़र्चा नहीं करना पड़ता है.
महिलाओं के लिए साइक्लिंग के फ़ायदे
दिल संबंधित रोगों से छुटकारा
आजकल कम उम्र के लोग दिल संबंधित कई परेशानियों से जुझ रहे है, महिलाएं भी इससे अछूती नहीं रही हैं. रोज़ाना 30 से 45 मिनट की साइक्लिंग, आपको दिल संबंधित बीमारियों, जैसे ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और कई तरह की परेशानियों से राहत पाने और बचाव करने मददगार साबित होगी.
इम्यून सिस्टम में सुधार
महामारी के इस दौर में हमारा इम्यून सिस्टम ही है, जो हमें संक्रमण से बचाए रख सकता है. उम्र के साथ इम्यून सिस्टम भी कमजोर पड़ने लगता है. रोज़ाना कुछ समय तक साइक्लिंग करें, इससे आपको उसे मज़बूत बनाए रखने मदद मिलेगी.
मानसिक तनाव से मुक्ति
मल्टी टास्किंग के चक्कर में आजकल महिलाएं पूरे दिन व्यस्त रहती है और उतना ही तनाव भी लेती हैं. वर्क फ्रॉम होम कल्चर ने उनके काम और तनाव दोनों में इजाफ़ा कर दिया है. ऐसे में अगर वो कुछ समय साइक्लिंग करेंगी तो उन्हें मानसिक तनाव छुटकारा पाने में मदद मिलेगी.
आत्म विश्वास बढ़ेगा
साइक्लिंग के जरिए आप ना सिर्फ़ फिट रह सकेंगी, बल्कि आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. आप गिरना, उठना और संतुलन करना सीखेंगी, जो आपको आपकी लाइफ़ में भी सुधार की गुंजाइश बढ़ाएगा.
सामाजिक दायरा बढ़ेगा
साइक्लिंग आपको एक ग्रुप से जुड़ने का भी मौक़ा दे सकती है. अगर आप अपने रूटीन से ऊब गई हैं तो साइक्लिंग करें और बाक़ी लोगों से दोस्ती और परिचय बढ़ाएं.
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